IMD ने जारी किया भारी बारिश का अलर्ट: कई राज्यों में मौसम का कहर संभव
Samira Vishwas June 14, 2025 02:03 PM

भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने 14 जून से 19 जून तक के लिए गंभीर मौसम चेतावनी जारी की है, जिसमें देश के कई राज्यों में भारी बारिश की संभावना जताई गई है। यह चेतावनी आम जनता, स्थानीय प्रशासन और आपातकालीन सेवाओं के लिए एक महत्वपूर्ण संदेश है ताकि संभावित बाढ़, जलजमाव और भूस्खलन जैसी घटनाओं से निपटने के लिए तैयार रहा जा सके।


किन राज्यों में होगी भारी बारिश?

  • केरल

  • कर्नाटक

  • महाराष्ट्र

  • गुजरात

  • ओडिशा

IMD के अनुसार, मॉनसून की गतिविधियां तेज़ होंगी जिससे मूसलधार बारिश की संभावना है। विशेष रूप से उन क्षेत्रों में जो पहले से ही प्राकृतिक आपदाओं के प्रति संवेदनशील हैं, वहाँ बाढ़ और भूस्खलन का खतरा बढ़ सकता है।


राज्यवार बारिश, खतरे और एहतियात की जानकारी

राज्य अनुमानित वर्षा (मिमी) बाढ़ का खतरा आपातकालीन हेल्पलाइन एहतियाती उपाय
केरल 150-200 उच्च 1070 निचले इलाकों से सुरक्षित स्थानों पर जाएं
कर्नाटक 120-180 मध्यम 104 भारी बारिश के दौरान घर में रहें
महाराष्ट्र 100-150 मध्यम 108 जलजमाव वाली सड़कों से बचें
गुजरात 80-120 कम 102 स्थानीय समाचारों पर नजर रखें
ओडिशा 130-160 उच्च 100 निकासी की तैयारी रखें

बरसात के मौसम में जीवन पर प्रभाव

भारी बारिश से आवागमन, बिजली आपूर्ति और आवश्यक सेवाओं पर असर पड़ सकता है:

  • सड़कें जलमग्न हो सकती हैं, जिससे ट्रैफिक और परिवहन में बाधा आएगी।

  • ग्रामीण क्षेत्रों में फसलों को नुकसान हो सकता है।

  • शहरों में पावर कट और बिजली व्यवस्था ठप हो सकती है।

  • स्कूल-कॉलेज व दफ्तर अस्थायी रूप से बंद किए जा सकते हैं।


आपात स्थिति के लिए तैयारी के सुझाव

  • टॉर्च, बैटरियां और फर्स्ट एड सहित आपातकालीन किट तैयार रखें

  • IMD और स्थानीय प्रशासन की चेतावनियों पर नजर बनाए रखें।

  • परिवार के साथ आपातकालीन योजना बनाएं, जिसमें संपर्क सूत्र और सुरक्षित स्थानों की जानकारी हो।


भारी बारिश के दौरान सुरक्षा उपाय

  • अत्यधिक बारिश के समय बेवजह बाहर न निकलें

  • बाढ़ग्रस्त रास्तों या पुलों को पार करने का प्रयास न करें

  • बिजली के खंभों या खुले तारों से दूर रहें


सरकार और NGOs की भूमिका

सरकार और गैर-सरकारी संगठन (NGOs) इस संकट से निपटने में अहम भूमिका निभाते हैं:

  • राहत अभियान चलाना

  • ज़रूरी सामान वितरित करना

  • चिकित्सा सहायता प्रदान करना

  • स्थानीय मीडिया और जनता से संवाद करना

  • साइकोलॉजिकल सपोर्ट और इंफ्रास्ट्रक्चर सुधार का प्रबंध


इतिहास से सबक

भारत में मॉनसून एक दुधारी तलवार की तरह है—जहाँ यह खेती के लिए जीवनदायिनी है, वहीं बाढ़ और भूस्खलन जैसी आपदाओं की वजह भी बनती है। इतिहास से सीख लेकर आज की रणनीतियाँ और तैयारियाँ बेहतर बनाई जा सकती हैं।


अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)

Q: IMD क्या है?
A: भारतीय मौसम विभाग (IMD) भारत में मौसम की भविष्यवाणी और निगरानी के लिए प्रमुख एजेंसी है।

Q: किन राज्यों में सबसे ज्यादा असर होगा?
A: केरल, कर्नाटक, महाराष्ट्र, गुजरात और ओडिशा में भारी बारिश की संभावना है।

Q: मौसम की जानकारी कैसे प्राप्त करें?
A: IMD की आधिकारिक वेबसाइट, मोबाइल ऐप और स्थानीय समाचार चैनलों के माध्यम से जानकारी लें।

Q: भारी बारिश में क्या सावधानी बरतनी चाहिए?
A: घर में रहें, जलजमाव वाले क्षेत्रों से बचें और आपातकालीन सामग्री तैयार रखें।

Q: सरकार इस दौरान क्या करती है?
A: सरकार राहत कार्यों का संचालन करती है, आपदा प्रबंधन टीमें तैनात करती है और प्रभावित लोगों को सहायता प्रदान करती है।

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