सरकार ने एंड्रॉयड यूजर्स को किया अलर्ट, इन 10 ऐप्स को तुरंत फोन से हटा दे Cyber Security – अभी पढ़ें ये खबर
Rahul Mishra (CEO) June 17, 2025 02:26 PM

साइबर सुरक्षा: भारत सरकार ने एंड्रॉयड मोबाइल यूजर्स के लिए बड़ा अलर्ट जारी किया है. यह चेतावनी उन ऐप्स के खिलाफ है जो प्ले स्टोर पर उपलब्ध हैं और फाइनेंशियल मदद के नाम पर लोगों को धोखा दे रहे हैं. सरकार ने ऐसे 10 ऐप्स की सूची जारी की है जो निजी डेटा चुराकर जालसाजी में लिप्त हैं.

गृह मंत्रालय के साइबर प्लेटफॉर्म ‘Cyber Dost’ ने दी चेतावनी

यह चेतावनी गृह मंत्रालय के अधीन Indian Cyber Crime Coordination Centre (I4C) द्वारा जारी की गई है. इसके साइबर सुरक्षा जागरूकता मंच ‘Cyber Dost’ ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व ट्विटर) पर इन खतरनाक ऐप्स की सूची साझा की है, और उपयोगकर्ताओं से सतर्क रहने की अपील की है.

लोन ऐप्स की आड़ में धोखाधड़ी

इन ऐप्स की सबसे चालाकी भरी रणनीति यह है कि ये असली ऐप्स जैसे दिखते हैं. इनका यूजर इंटरफेस काफी प्रोफेशनल होता है, जिससे लोग इनके झांसे में आ जाते हैं. ये ऐप्स बैंक डिटेल्स, व्यक्तिगत जानकारी और माइक्रोफोन एक्सेस लेकर लोगों की प्राइवेसी और वित्तीय सुरक्षा को खतरे में डालते हैं.

देशविरोधी ताकतों से जुड़ सकते हैं ये ऐप्स

Cyber Dost के अनुसार, इनमें से कुछ ऐप्स का संबंध विदेशी और शत्रु देशों से हो सकता है. इनका मुख्य मकसद भारतीय नागरिकों की आर्थिक जानकारियों तक पहुंच बनाना है. यह एक साइबर जासूसी और वित्तीय ठगी का बड़ा नेटवर्क हो सकता है.

ये 10 खतरनाक ऐप्स तुरंत करें Uninstall

सरकारी चेतावनी के अनुसार, यदि नीचे दिए गए ऐप्स में से कोई भी आपके मोबाइल में मौजूद है, तो उसे तुरंत हटा दें:

  • चालानकर्ता विशेषज्ञ
  • ऋण रैना – तत्काल ऋण ऑनलाइन
  • गुप्ता क्रेडिट – सुरक्षित और काम
  • ग्रैन्ट्सविफ्ट
  • लोनक | वित्तीय कैलकुलेटर
  • श्रेय देना
  • अंतिम उधार
  • स्मार्ट्रिच प्रो
  • क्रेडिटलेंस
  • नकद ऋण – ईएमआई कैलकुलेटर

सिर्फ RBI-अनुमोदित ऐप्स का ही करें उपयोग

Cyber Dost ने यह भी स्पष्ट किया है कि लोन या फाइनेंशियल ऐप्स डाउनलोड करने से पहले उसकी वैधता की जांच जरूर करें. सिर्फ RBI द्वारा मान्यता प्राप्त ऐप्स का ही उपयोग करें और कोई भी निजी जानकारी साझा करने से बचें.

Google Chrome की mic access settings चेक करना जरूरी

सरकार ने यह भी चेतावनी दी है कि कई ऐप्स कॉल के दौरान इंटरनेट ऑन होने पर आपकी बातचीत रिकॉर्ड कर सकते हैं. इसके लिए Google Chrome की settings में जाकर माइक्रोफोन की अनुमति की जांच करनी चाहिए और अनावश्यक ऐप्स की अनुमति रद्द करनी चाहिए.

कॉल करते समय इंटरनेट बंद रखें

एक पुलिस अधिकारी के अनुसार, कॉल के समय इंटरनेट ऑन रखना कई बार खतरे को न्योता देना हो सकता है, खासकर तब जब कोई ऐप background में mic access लिए हो. इसलिए, सावधानीपूर्वक mic access permissions की नियमित जांच करना जरूरी है.

बच्चों, बुजुर्गों को भी करें सतर्क

इन खतरनाक ऐप्स के बारे में बच्चों और तकनीक की कम समझ रखने वाले परिवारजनों को जरूर जानकारी दें. साइबर अपराधी अक्सर कम सतर्क उपयोगकर्ताओं को टारगेट करते हैं, इसलिए साइबर जागरूकता ही सबसे बड़ा हथियार है.

नकली ऐप्स के जाल से बचने के लिए करें ये 5 काम

  • ऐप डाउनलोड करने से पहले उसके डेवलपर की जांच करें
  • यूज़र रिव्यू और डाउनलोड संख्या पढ़ें और समझें
  • सिर्फ प्लेस्टोर के टॉप रेटेड और RBI-अनुमोदित ऐप्स ही चुनें
  • ऐप इंस्टॉल होने के बाद permission settings तुरंत चेक करें
  • किसी भी ऐप को बिना जांचे mic, camera या location access न दें

साइबर ठगी से बचाव ही सुरक्षा है

देश में बढ़ते डिजिटल पेमेंट और फाइनेंशियल ऐप्स के उपयोग के साथ ही साइबर खतरे भी तेजी से बढ़े हैं. ऐसे में नागरिकों को चाहिए कि वे साइबर जागरूकता को अपनाएं, समय-समय पर सिक्योरिटी सेटिंग्स चेक करें और संदिग्ध गतिविधियों की सूचना तुरंत साइबर हेल्पलाइन या नजदीकी पुलिस स्टेशन को दें.

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