नरेश मीना की देवली उनियारा सीट पर उपचुनाव के दौरान समरावता गांव में हुई हिंसा और आगजनी मामले में चार्ज बहस पूरी हो गई है। टोंक जिला एससी/एसटी कोर्ट में चार्ज बहस पर सोमवार को फैसला नहीं सुनाया गया। वहीं चार्ज बहस पूरी होने के बाद अगली तारीख 24 जून दी गई है। फिलहाल नरेश मीना को जेल में ही रहना होगा। टोंक-समरावता गांव में एसडीएम को थप्पड़ मारने के मामले में नरेश मीना को हाईकोर्ट से पहले ही जमानत मिल चुकी है। ऐसे में हिंसा और आगजनी मामले में चार्ज बहस पर फैसला आने के बाद ही भविष्य तय होगा। सोमवार को चार्ज बहस के दौरान नरेश मीना को कोर्ट में नहीं लाया गया।
एसडीएम अमित चौधरी को मारा था थप्पड़
टोंक जिले के देवली-उनियारा विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव के दौरान नरेश मीना ने एरिया मजिस्ट्रेट की ड्यूटी पर तैनात एसडीएम मालपुरा अमित चौधरी को थप्पड़ मार दिया था। इस मामले में वे न्यायिक हिरासत में थे। नरेश मीना को राजस्थान हाईकोर्ट ने जमानत दे दी थी।
समरवाता गांव में भड़की हिंसा
एसडीएम को थप्पड़ मारने के बाद पुलिस नरेश मीना को गिरफ्तार करने समरवाता गांव पहुंची। पुलिस ने जब नरेश मीना को हिरासत में लिया तो समरवाता में हिंसा भड़क गई। पुलिस पर पथराव किया गया और आगजनी की गई, जिसमें कई वाहन जल गए। इस मामले में भी नरेश मीना के खिलाफ दूसरा मामला दर्ज किया गया। इस मामले में सोमवार को न्यायिक मजिस्ट्रेट के समक्ष चार्ज बहस पूरी हो गई।इस चार्ज बहस पर 24 तारीख को फैसला आने की उम्मीद है। नरेश मीना फिलहाल टोंक जिला जेल में न्यायिक हिरासत में है। अब उसके बाहर आने की कोई उम्मीद नहीं है। उसे अभी जेल में ही रहना होगा।