अधिकारियों के अनुसार, केंद्र शासित प्रदेश के गृह विभाग ने अमरनाथ यात्रा के सभी मार्गों को ‘नो फ्लाइंग जोन’ घोषित कर दिया है, जिसमें पहलगाम और बालटाल दोनों मार्ग शामिल हैं। यह प्रतिबंध पहलगाम और बालटाल दोनों मार्गों को कवर करने वाले सभी प्रकार के हवाई उपकरणों-यूएवी, ड्रोन और गुब्बारों पर लागू होता है।
सुरक्षा निर्देश 1 जुलाई से 10 अगस्त तक लागू रहेंगे। यह निर्णय भारत सरकार के गृह मंत्रालय द्वारा ऐसा करने की सलाह दिए जाने के बाद लिया गया है। ये प्रतिबंध चिकित्सा निकासी, आपदा प्रबंधन या सुरक्षा बलों द्वारा किए जाने वाले निगरानी अभियानों पर लागू नहीं होंगे। ऐसे अपवादों के लिए विस्तृत मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) बाद में जारी की जाएगी।
यहां यह उल्लेख करना उचित है कि केंद्रीय गृह सचिव गोविंद मोहन आज यहां यात्रा के लिए सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा के लिए एक उच्च स्तरीय सुरक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे हैं। वार्षिक अमरनाथ यात्रा 3 जुलाई से शुरू होगी और 9 अगस्त को समाप्त होगी।
पहलगाम हमले के मद्देनजर यात्रा के सुचारू और शांतिपूर्ण संचालन के लिए अतिरिक्त सुरक्षा उपाय किए जा रहे हैं। तीर्थयात्रा के लिए केंद्रीय सशस्त्र अर्धसैनिक बलों (सीएपीएफ) की 581 कंपनियों को तैनात किया जा रहा है।
edited by : Nrapendra Gupta