शादी केवल एक समारोह नहीं, बल्कि यह जीवन का एक महत्वपूर्ण चरण है। हालांकि, आजकल यह बंधन कमजोर होता जा रहा है, और तलाक की घटनाएं बढ़ रही हैं। आइए, जानते हैं इसके पीछे के कारण।
पहले शादी को एक स्थायी बंधन माना जाता था, जिसमें एक बार शादी करने के बाद जीवनभर का रिश्ता बन जाता था। उस समय महिलाओं के पास आर्थिक स्वतंत्रता नहीं थी, जिससे शादी एक सहारा बन जाती थी। लेकिन अब महिलाएं स्वतंत्र हैं और उन्हें शादी के लिए किसी दबाव का सामना नहीं करना पड़ता। वे अपने फैसले खुद ले सकती हैं।
पहले एक पति का केवल धोखा न देना ही काफी था, लेकिन अब महिलाएं भावनात्मक जुड़ाव और सहयोग की तलाश करती हैं। यदि उन्हें यह नहीं मिलता, तो वे रिश्ते से दूर हो जाती हैं।
महिलाएं अब तलाक को एक नकारात्मक चीज़ नहीं मानतीं। वे इसे एक निर्णय के रूप में देखती हैं, और समाज की राय की परवाह नहीं करतीं।
कई महिलाएं बच्चों के लिए दुखी विवाह में बंधी रहती हैं, लेकिन बच्चों को एक स्वस्थ और खुशहाल माहौल की आवश्यकता होती है। जब महिलाएं शांति को प्राथमिकता देती हैं, तो वे अपने बच्चों को आत्म-सम्मान का पाठ पढ़ा रही होती हैं।
जब साथी एक महिला की भावनाओं को नहीं समझता, तो वह अकेलापन महसूस करती है। कई महिलाएं तलाक इसलिए लेती हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि उनके साथी का ध्यान नहीं है।
हालांकि शादी के बंधन कमजोर होते जा रहे हैं, लेकिन यह बदलाव महिलाओं की सोच में आ रहा है। वे अब प्यार की तलाश में हैं और एक गहरे रिश्ते की चाहत रखती हैं।