18 जून 2025 का पंचांग: शुभ मुहूर्त और राहु काल की जानकारी
newzfatafat June 18, 2025 02:42 PM
आज का पंचांग

18 जून 2025 का पंचांग: आज आषाढ़ माह का सातवां दिन है, जिसमें कृष्ण पक्ष की सप्तमी तिथि है। दिन की लंबाई 13 घंटे 58 मिनट 2 सेकंड और रात की 10 घंटे 2 मिनट 7 सेकंड होगी। वैदिक ज्योतिष के अनुसार, यह ग्रीष्म ऋतु का समय है और सूर्य उत्तरायण में गोचर कर रहे हैं।


आइए जानते हैं कि 18 जून के पंचांग के पांच अंग - तिथि, नक्षत्र, वार, योग और करण की स्थिति क्या है। आज का कौन-सा समय आपके लिए शुभ है और राहु काल का समय क्या है?


तिथि

आज आषाढ़ मास के कृष्ण पक्ष की सप्तमी तिथि है, जो 18 जून को 01:34 PM तक रहेगी। इसके बाद अष्टमी तिथि का आरंभ होगा। सप्तमी तिथि भद्रा तिथि मानी जाती है, जिसके स्वामी भगवान सूर्य हैं और यह शुभ मुहूर्तों में शामिल है।


नक्षत्र

आज का दिन पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र से शुरू होगा, जो 19 जून को 12:23 AM तक रहेगा। यह एक शुभ नक्षत्र है, इसके बाद उत्तराभाद्रपद नक्षत्र का आरंभ होगा।


दिन/वार

आज बुधवार है, जो हिंदू धर्म में विशेष धार्मिक महत्व रखता है। इस दिन भगवान गणेश की पूजा की जाती है और इसे बुध ग्रह का दिन माना जाता है। इस दिन विभिन्न धार्मिक अनुष्ठान और उपाय किए जाते हैं।


योग

आज प्रीति योग की शुरुआत होगी, जो 18 जून को 07:40 AM तक रहेगी, यह शुभ योग नहीं है। इसके बाद आयुष्मान योग का आरंभ होगा।


करण

आज 01:34 PM तक बव करण का प्रभाव रहेगा, इसके बाद बालव करण का आरंभ होगा, जो 19 जून को 12:48 AM तक रहेगा। इसके बाद कौलव करण शुरू होगा।


सूर्य-चंद्र गोचर

आज सूर्य मिथुन राशि में गोचर कर रहे हैं, जिसके स्वामी बुध हैं। चंद्रमा कुंभ राशि में गोचर कर रहे हैं, जो शनिदेव के अधीन है। चंद्रमा 06:35 PM तक कुंभ में रहेंगे और फिर मीन राशि में प्रवेश करेंगे।


शुभ-अशुभ काल शुभ मुहूर्त:

ब्रह्म मुहूर्त: 04:03 AM से 04:43 AM


प्रातः सन्ध्या: 04:23 AM से 05:23 AM


विजय मुहूर्त: 02:42 PM से 03:38 PM


गोधूलि मुहूर्त: 07:20 PM से 07:40 PM


सायाह्न सन्ध्या: 07:21 PM से 08:22 PM


अमृत काल: 04:36 PM से 06:09 PM


अशुभ मुहूर्त:

राहुकाल: 12:22 PM से 02:07 PM तक। इस समय कोई शुभ कार्य नहीं करना चाहिए।


यमगण्ड: 07:08 AM से 08:53 AM


दुर्मुहूर्त काल: 11:54 AM से 12:50 PM


गुलिक काल: 10:38 AM से 12:22 PM


पंचक: आज पूरे दिन व्याप्त रहेगा।


विष घटी/वर्ज्य काल: 07:15 AM से 08:48 AM


18 जून 2025 के पर्व और त्योहार

आज आषाढ़ मास के कृष्ण पक्ष की सप्तमी तिथि है और दिन बुधवार है। बुधवार का दिन हिंदू धर्म में विशेष धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व रखता है। इस दिन गणेश की पूजा से जीवन की बाधाएं दूर होती हैं।


यात्रा टिप्स: आज उत्तर दिशा में यात्रा करना शुभ नहीं है।


पंचांग का महत्व

पंचांग केवल तिथियों और त्योहारों का कैलेंडर नहीं है, बल्कि यह जीवन को सफलता की ओर मार्गदर्शन करने वाला एक महत्वपूर्ण साधन है। यह ब्रह्मांड की प्राकृतिक लय के अनुसार चलने की प्रेरणा देता है।


पंचांग के पांच प्रमुख अंग:

वार: सप्ताह के दिनों का महत्व बताता है।


तिथि: चंद्र मास के अनुसार दिन की गणना।


नक्षत्र: विशिष्ट नक्षत्रों की स्थिति।


योग: खगोलीय संयोगों का महत्व।


करण: आधे तिथि का सूचक।


पंचांग का अनुसरण करके हम अपने जीवन को अधिक सफल बना सकते हैं।


© Copyright @2025 LIDEA. All Rights Reserved.