सौर एसी: भारत में गर्मी का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है, खासकर उत्तर भारत के राज्यों में हालात बेहद गंभीर हो चुके हैं. कई जगहों पर तापमान 48 से 50 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है. ऐसे में बिना एयर कंडीशनर (AC) के दिन बिताना लोगों के लिए मुश्किल ही नहीं, नामुमकिन हो चुका है.
AC का इस्तेमाल राहत तो देता है, लेकिन इसके साथ ही आता है बिजली बिल का भारी बोझ. गर्मियों में जब लोग दिन के अधिकांश हिस्से में AC चलाते हैं, तो बिजली बिल दोगुना-तिगुना तक पहुंच जाता है. यही कारण है कि अब लोग सोलर एनर्जी की ओर रुख कर रहे हैं ताकि बिजली का खर्च कम हो और पर्यावरण को भी नुकसान न पहुंचे.
अगर आप सोच रहे हैं कि क्या सोलर पैनल से 1.5 टन का स्प्लिट AC चलाया जा सकता है, तो इसका उत्तर है – हां. लेकिन इसके लिए आपको यह समझना होगा कि आपका AC कितनी बिजली खपत करता है और सोलर पैनल कितनी बिजली पैदा कर सकता है.
अगर आप 1.5 टन का स्प्लिट AC इस्तेमाल करते हैं, तो वह प्रति घंटे औसतन 1.5 से 2 यूनिट बिजली खपत करता है. यदि आप इसे 8 घंटे प्रतिदिन चलाते हैं, तो कुल मिलाकर यह 12 से 16 यूनिट बिजली खर्च करेगा.
अगर आपका AC 5 स्टार रेटिंग वाला है, तो यह बिजली थोड़ी कम लेगा, लेकिन औसतन मानक यही माना जाता है.
अगर आप अपने 1.5 टन के AC को पूरे 8 घंटे रोजाना चलाना चाहते हैं और बिजली बिल से छुटकारा पाना चाहते हैं, तो 4 से 5 सोलर पैनल लगवाना पर्याप्त होगा.
इसमें आप 300 वॉट के मानक पैनल का उपयोग करें और अच्छी धूप की उपलब्धता सुनिश्चित करें.
अगर आप दिन में ही AC चलाते हैं, तो बैटरी की जरूरत नहीं होगी, क्योंकि सोलर पैनल सीधे लोड उठा सकते हैं. लेकिन अगर आप रात के समय भी AC का इस्तेमाल करना चाहते हैं, तो इसके लिए ऊर्जा संग्रहण (Storage Battery) की आवश्यकता होगी.
300 वॉट का एक सोलर पैनल लगभग ₹10,000 से ₹12,000 के बीच आता है. यानी 5 पैनल पर ₹50,000 से ₹60,000 का शुरुआती खर्च हो सकता है. लेकिन यह खर्चा 1 से 2 साल में ही वसूल हो जाता है, क्योंकि हर महीने ₹2000-₹3000 का बिजली बिल बच सकता है.
सोलर पैनल लगाने से न केवल बिजली बिल में राहत मिलेगी, बल्कि आप पर्यावरण की रक्षा में भी योगदान देंगे. सौर ऊर्जा एक स्वच्छ, नवीकरणीय और टिकाऊ स्रोत है जो भविष्य की ऊर्जा आवश्यकताओं को भी संतुलित करता है.