आषाढ़ गुप्त नवरात्र: इस बार गुप्त नवरात्र में ध्रुव योग के साथ सर्वार्थ सिद्धि योग का संयोग बन रहा है, जो 26 जून को शुरू होगा और 27 जून की सुबह 5:37 पर समाप्त होगा.ज्यादातर लोगों को चैत्र नवरात्रि और शारदीय नवरात्रि के बारे में ही जानकारी है लेकिन आषाढ़ मास और माघ मास के नवरात्रि भी बहुत ही महत्वपूर्ण माने जाते हैं. वैसे तो तांत्रिक विधाओं और साधनाओं के लिए इनका महत्व होता है, लेकिन आम जन और गृहस्थ भी इसमें पूजा-पाठ के जरिए मां के 10 रूपों को रूपों की साधना कर सकते हैं.
मां के 10 रूप काली, तारा, त्रिपुर सुंदरी, भुवनेश्वरी, छिन्नमस्ता, त्रिपुर भैरवी, धूमावती, बगलामुखी, मातंगी और कमला हैं. इस नवरात्रि में देवी की पूजा से हम असाध्य रोगों से मुक्ति पा सकते हैं, साथ ही शिव और शक्ति की उपासना से मनवांछित फल प्राप्त कर सकते हैं.
आषाढ़ मास के नवरात्रि शुभ माने जाते हैं और इनको करने से सुख और वैभव की प्राप्ति होती है, तथा दरिद्रता का नाश होता है. इस दौरान कुछ ऐसे कार्य भी हैं जिनको करने से देवी मां अप्रसन्न हो जाती हैं और इससे आपके घर में दरिद्रता का वास हो जाता है. तो भूलकर भी आप उन कार्यों का ना करें. आपको बताते हैं कि आपको इन दिनों में क्या नहीं करना है.
भूलकर भी ना करें ये कामDisclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है. टीवी9 भारतवर्ष इसकी पुष्टि नहीं करता है.