हरियाणा में 4 करोड़ की लागत से बनेगा नया मिनी बाईपास, इन लोगों को होगा सीधा फायदा New Mini Bypass – अभी पढ़ें ये खबर
Rahul Mishra (CEO) June 19, 2025 06:26 PM

नई मिनी बाईपास: हरियाणा के सोनीपत जिले में रहने वालों के लिए एक बड़ी राहत की खबर सामने आई है. लंबे समय से ट्रैफिक की समस्या से जूझ रहे स्थानीय नागरिकों को जल्द ही जाम से निजात मिल सकती है, क्योंकि जिले में एक नया मिनी बाईपास बनने जा रहा है. यह बाईपास गोहाना रोड बाईपास से शुरू होकर रेवली गांव के पास मुरथल रोड और फिर बहालगढ़ रोड तक सीधा संपर्क स्थापित करेगा.

बाईपास निर्माण का काम शुरू, 6 महीने में हो सकता है पूरा

प्रशासन की ओर से मिली जानकारी के अनुसार, बाईपास की कुल लंबाई 2.5 किलोमीटर होगी और इसे रोहतक रोड को ककरोई रोड से जोड़ने के लिए तैयार किया जा रहा है. इस परियोजना का निर्माण कार्य शुरू हो चुका है और इसे अगले 6 महीनों के भीतर पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है.

4.01 करोड़ रुपये का बजट स्वीकृत, वित्त कमेटी ने दी हरी झंडी

इस बाईपास प्रोजेक्ट को लेकर पिछले साल अगस्त 2024 में वित्त एवं अनुबंध कमेटी की बैठक आयोजित की गई थी. बैठक में 4.01 करोड़ रुपये की लागत से इस परियोजना को स्वीकृति दी गई थी. इसके बाद इस साल भी पुनः बैठक में गोहाना रोड बाईपास से लेकर बहालगढ़ रोड तक कनेक्टिविटी बढ़ाने पर चर्चा की गई.

कहां से कहां तक होगा नया बाईपास?

नया मिनी बाईपास गोहाना रोड बाईपास से डीक्रस्ट (DCRUST) के पीछे से होकर निकलेगा. यह रूट रेवली गांव के पास मुरथल रोड से होते हुए बहालगढ़ रोड से जुड़ेगा. इसका उद्देश्य शहर की भीड़-भाड़ वाले मार्गों को बाईपास करके तेज़ और आसान वैकल्पिक मार्ग प्रदान करना है.

कैसे मिलेगा जनता को फायदा?

इस बाईपास के बनने से शहर के अंदरूनी हिस्सों में ट्रैफिक दबाव कम होगा. खासकर गोहाना रोड, मुरथल रोड और बहालगढ़ रोड जैसे महत्वपूर्ण मार्गों से गुजरने वाले लोगों को अब रोजाना के जाम से राहत मिलेगी.

व्यवसायियों को समय की बचत होगी.

  • शहर के अंदर की ट्रैफिक जाम समस्या कम होगी.
  • पर्यावरण प्रदूषण में कमी आने की भी संभावना है.
  • वाहन दुर्घटनाओं में भी गिरावट हो सकती है.

विकास की दिशा में बड़ा कदम

इस परियोजना को सोनीपत के इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट के लिए एक अहम मील का पत्थर माना जा रहा है. शहर में तेजी से बढ़ती आबादी और ट्रैफिक दबाव को देखते हुए स्मार्ट सिटी की दिशा में एक प्रभावी प्रयास माना जा रहा है.

परियोजना से जुड़े तकनीकी और प्रशासनिक पहलू

  • बाईपास निर्माण में गुणवत्ता सामग्री और तकनीकी स्टैंडर्ड का विशेष ध्यान रखा जा रहा है.
  • लोक निर्माण विभाग (PWD) द्वारा इसका कार्यान्वयन किया जा रहा है.
  • निर्माण के दौरान स्थानीय ट्रैफिक को डायवर्ट करने की योजना भी बनाई गई है ताकि आम नागरिकों को असुविधा न हो.

क्या कहती है स्थानीय जनता?

स्थानीय लोगों का मानना है कि यह बाईपास शहर के लिए वरदान साबित हो सकता है. एक निवासी ने बताया, “हर रोज ऑफिस जाते समय जाम में 30-40 मिनट लग जाते हैं, अब बाईपास बनने से राहत मिलेगी.” व्यवसायियों ने भी कहा कि सामान की डिलीवरी अब ज्यादा तेज़ और आसान होगी.

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