सभी प्रमुख दलों द्वारा प्रचार में पूरी ताकत झोंकने के बाद भी मतदान के लिए घरों से कम संख्या में निकले लोग
लुधियाना पश्चिमी सीट पर हुए उपचुनाव के बाद सभी प्रत्याशियों का भाग्य ईवीएम में कैद हो चुका है। इस उपचुनाव ने सभी राजनीतिक दलों को चिंतित कर दिया है। सभी प्रमुख पार्टियों ने चुनाव प्रचार में अपनी पूरी ताकत झोंकी थी, फिर भी मतदान केंद्रों पर लोगों की संख्या कम रही।
इस स्थिति में किसी भी पार्टी को यह समझ नहीं आ रहा कि मतदाता किस दिशा में जाएंगे। हालांकि, परिणाम के लिए ज्यादा इंतजार नहीं करना पड़ेगा, क्योंकि उपचुनाव का परिणाम सोमवार, 23 जून को घोषित किया जाएगा।
पंजाब के मुख्य निर्वाचन अधिकारी सिबिन सी ने बताया कि शाम 07:00 बजे तक अपलोड किए गए आंकड़ों के अनुसार अनुमानित मतदान 51.33% है.
लुधियाना पश्चिम उपचुनाव के लिए वीरवार को मतदान हुआ। इस उपचुनाव का परिणाम पंजाब में आम आदमी पार्टी (आप) की राजनीतिक दिशा को निर्धारित करेगा। इसके साथ ही कांग्रेस, शिरोमणि अकाली दल और भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवारों की स्थिति भी स्पष्ट होगी।
इस सीट के चुनाव परिणाम यह तय करेंगे कि 2027 में होने वाले चुनाव किस राजनीतिक दल के पक्ष में जा सकते हैं। यदि इस सीट पर विपक्षी दलों में से किसी भी दल का उम्मीदवार जीतता है, तो यह आम आदमी पार्टी के लिए एक चेतावनी होगी, क्योंकि आमतौर पर उपचुनाव में सत्ताधारी दल की जीत होती है।
हालांकि, चुनाव के दौरान आप, कांग्रेस, शिरोमणि अकाली दल और भाजपा के उम्मीदवारों ने अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए कड़ी मेहनत की है। इन दलों के बड़े नेताओं ने भी अपने उम्मीदवारों की जीत के लिए चुनाव प्रचार और रोड शो किए हैं। लेकिन चुनावी नतीजे ही बताएंगे कि किस दल का लोगों के बीच अभी भी समर्थन है।