बैंक नियम परिवर्तन: 1 जुलाई, 2025 से देश के प्रमुख बैंकों द्वारा लागू किए जा रहे नए नियमों का सीधा असर लाखों ग्राहकों की जेब पर पड़ेगा. खासतौर पर HDFC, ICICI और Indian Bank ने अपने ग्राहकों के लिए ट्रांजैक्शन चार्ज, क्रेडिट कार्ड उपयोग और फिक्स्ड डिपॉजिट नीतियों में बदलाव की घोषणा की है.
HDFC क्रेडिट कार्ड धारकों के लिए बड़ा झटका है. यदि कोई ग्राहक अपने कार्ड से Dream11, MPL, Rummy Culture जैसे ऑनलाइन गेमिंग ऐप्स पर महीने में ₹10,000 से अधिक खर्च करता है, तो अब उस पर 1% का अतिरिक्त शुल्क लगेगा.
अगर ग्राहक किसी थर्ड पार्टी वॉलेट (Paytm, Mobikwik, Freecharge, Ola Money) में ₹10,000 से ज्यादा लोड करता है, तो उसी तरह 1% चार्ज देना होगा.
अगर कोई ग्राहक HDFC कार्ड से ₹50,000 से अधिक यूटिलिटी बिल भरता है (जैसे बिजली, पानी, गैस), तो 1% अतिरिक्त शुल्क देना होगा.
ICICI बैंक ने अपने सेवा शुल्क में बदलाव किया है, जो 1 जुलाई से प्रभावी होंगे. हालांकि अभी पूरी लिस्ट जारी नहीं की गई है, लेकिन संकेत है कि कुछ ट्रांजैक्शन पर अतिरिक्त शुल्क या शर्तें लागू की जा सकती हैं.
ग्राहकों को सलाह है कि वे अपने बैंक से अपडेटेड चार्ज स्ट्रक्चर की जानकारी जरूर लें.
Indian Bank ने भी FD नियमों में बदलाव की तैयारी कर ली है. यह बदलाव विशेष रूप से अवधि, ब्याज दर और समयपूर्व निकासी नियमों को लेकर हो सकते हैं.
इन बदलावों का मकसद बाजार की बदलती स्थितियों के अनुसार ग्राहकों को बेहतर विकल्प देना बताया जा रहा है. जल्द ही बैंक इस बारे में विस्तृत सूचना सार्वजनिक करेगा.
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) के एक नए निर्देश के अनुसार, 1 जुलाई 2025 से सभी क्रेडिट कार्ड पेमेंट केवल BBPS प्लेटफॉर्म के जरिए ही मान्य होंगे.
BBPS यानी Bharat Bill Payment System एक केंद्रीकृत भुगतान प्रणाली है, जो बिजली, पानी, गैस, फोन बिल जैसे भुगतान की सुविधा देती है. अब इसी प्रणाली के जरिए क्रेडिट कार्ड पेमेंट भी अनिवार्य होगा.
इस आदेश से PhonePe, CRED, BillDesk, Infibeam Avenues जैसे फिनटेक प्लेटफॉर्म प्रभावित होंगे क्योंकि अब उन्हें BBPS के जरिए ही पेमेंट करना होगा.
वर्तमान में सिर्फ 8 बैंक ही BBPS पर एक्टिव हैं, जबकि 34 अधिकृत बैंक क्रेडिट कार्ड जारी करते हैं. इससे अन्य बैंकों को जल्दी BBPS से जुड़ना होगा, ताकि ग्राहक असुविधा से बच सकें.