हर साल 21 जून को पूरे देश और दुनिया में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस (International Yoga Day) बड़े ही उत्साह से मनाया जाता है. योग, न सिर्फ एक एक्सरसाइज है बल्कि एक जीवनशैली है जो शरीर, मन और आत्मा को संतुलन में रखती है. इस साल की थीम है योगा फॉर वन अर्थ, वन हेल्थ यानी स्वस्थ और टिकाऊ भविष्य के लिए हमारे ग्रह और हम सभी की सेहत आपस में जुड़ी हुई है. ऐसे में क्यों न इस खास दिन पर खुद को एक चैलेंज दिया जाए 21 योग आसनों का चैलेंज, जिससे न केवल फिटनेस बढ़ेगी बल्कि मानसिक शांति और आत्मविश्वास भी मिलेगा.
21 आसनों का ये चैलेंज बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक हर किसी के लिए फायदेमंद हो सकता है. ये आसन शरीर के हर हिस्से को एक्टिवेट करते हैं रीढ़ की हड्डी को फ्लेक्सिबल बनाते हैं, मांसपेशियों को मजबूत करते हैं और पाचन, हार्ट हेल्थ, फेफड़ों को बेहतर करते हैं. इतना ही नहीं, डिप्रेशन, एंग्जायटी और स्ट्रेस जैसी समस्याओं से भी राहत मिलती है. .तो आइए जानें वे कौन से 21 योगासन हैं जिन्हें आप इस योग दिवस पर ट्राई कर सकते हैं और हर दिन की शुरुआत को बना सकते हैं पॉजिटिव और एनर्जेटिक.
1. ताड़ासनइसे करने से लंबाई बढ़ाई जा सकती है और ये रीढ़ को मजूबत कर पोस्चर सुधारने में भी मदद करता है. इसे करना भी काफी आसान है. इसके लिए सीधे खड़े हो जाएं, हाथ सिर के ऊपर ले जाएं, पंजों पर उठें और शरीर को तानें. आपकी इसी पोज में कुछ सेकेंड के लिए खड़े रहना है.
2. वृक्षासनये आसन बैलेंस और कॉन्सेंट्रेशन को बढ़ाने में मदद करता है. साथ ही इसे करने से पैरों की मांसपेशियों को मजबूती भी मिलती है. इसे करने के लिए एक पैर को उठाकर जांघ पर रखें, हाथों को नमस्कार मुद्रा में जोड़ें.
3. त्रिकोणासनकमर की चर्बी पिघलाने और पाचन को सुधारने में ये आसान काफी फायदेमंद है. इसके लिए पैरों को फैलाकर खड़े हों, एक ओर झुकें और हाथ नीचे व ऊपर की ओर फैलाएं. आप आसानी से इसे घर पर कर सकते हैं.
4. भुजंगासनइस आसन को करने से रीढ़ मजबूत होती है, पीठ दर्द में आराम मिलता है और लिवर-किडनी एक्टिव रहती है. इसे करने के लिए पेट के बल लेटें, हथेलियों को कंधों के पास रखें और सिर-सीना ऊपर उठाएं.
5. शलभासनये आसन मसल्स बनाने वालों के लिए काफी फायदेमंद है. इससे पीठ, जांघ और पेट की मांसपेशियों को टोन करने में मदद मिलती है. इसे करने के लिए पेट के बल लेटें, पैरों को सीधा ऊपर उठाएं और कुछ देर ही पोजिशन में रहें.
6. धनुरासनधनुरासन भी पेट की समस्याओं से जूझ रहे लोगों के लिए काफी फायदेमंद है. ये पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है और पेट की चर्बी को कम करने में हेल्प करता है. आपको बस पेट के बल लेटना है और एड़ियों को पकड़कर शरीर को धनुष की तरह मोड़ना है.
7. पश्चिमोत्तानासनरीढ़ को फ्लेक्सिबल और स्ट्रेस कम करने के लिए आप पश्चिमोत्तानासन कर सकते हैं. इसे करने के लिए बैठकर दोनों पैरों को आगे फैलाएं और झुककर पैरों को छूने की कोशिश करें. ये काफी फायदेमंद आसन है.
8. पवनमुक्तासनअगर आप गैस, कब्ज या किसी भी पेट की समस्या से जूझ रहे हैं तो आपके लिए पवनमुक्तासन काफी अच्छा रहेगा. इसे करना भी काफी आसान है. बस पीठ के बल लेटकर घुटनों को सीने से लगाएं और हाथों से पकड़ें. अगर आपको गैस न निकलने की प्रॉबल्म है तो ये उसए हल कर देगा.
9. नौकासननौकासन करने से कोर स्ट्रेंथ बढ़ती है. साथ ही पेट की चर्बी भी कम होती है. हालांकि, इसमें बैलेंस बनाने की बहुत जरूरत होती है. इसके लिए आपको पीठ के बल लेटें और शरीर को नाव की तरह ऊपर उठाएं.
10. बालासनअगर आप दिन भर की थकान को सेकेंड में उतारना चाहते हैं तो रोजाना बालासन करें. ये थकान के साथ ही मानसिक तनाव को भी दूर करता है. इसके लिए घुटनों के बल बैठें और सिर को नीचे झुकाएं और हाथ आगे फैलाएं.
11. अर्धमत्स्येन्द्रासनअर्धमत्स्येन्द्रासन लीवर और पाचन के लिए काफी असरदार आसन है. ये रीढ़ को भी फ्लेक्सिबल बनाता है. इसके लिए आपको बस बैठकर एक पैर को दूसरे घुटने के पार रखें और शरीर को घुमाना है.
12. मर्कटासनअगर आपको कमर में काफी दर्द रहता है तो आपको मर्कटासन करना चाहिए. ये स्पाइन को भी स्ट्रेच करता है. इसके लिए पीठ के बल लेटें, घुटनों को मोड़ें और एक ओर घुमाएं.
13. वज्रासनअगर खाना खाने के बाद आप के भी गैस और कब्ज जैसी शिकायतें रहती हैं तो आपको वज्रासन करने की जरूरत है. ये खाना पचाने और पेट कई तरह की समस्याओं से राहत दिलाता है. इसके लिए घुटनों को मोड़कर एड़ियों पर बैठें, पीठ सीधी रखें.
14. उत्तानपादासननाभि दोष और पाचन को ठीक करने के लिए उत्तानपादासन असरदार है. इसे करना भी काफी आसान है. बस आपको पीठ के बल लेटना है और दोनों पैरों को ऊपर उठाना है.
15. विपरीतकरणीविपरीतकरणी आसन करने से ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है. साथ ही थकावट और सूजन में आराम मिलता है. इसके लिए दीवार के पास लेटकर पैरों को ऊपर टिकाएं. बस आपको इतना ही करना है.
16. हलासनअगर आपको भी थाइराइड की समस्या है तो आपको हलासन करना चाहिए. ये थाइराइड के साथ ही डायबिटीज और पाचन के लिए भी फायदेमंद है. इसके करने के लिए पीठ के बल लेटकर पैरों को सिर के पीछे ले जाएं और कुछ देर इसी पोजिशन में रहें.
17. सर्वांगासनथाइराइड को बैलेंस में रखने के लिए सर्वांगासन भी काफी असरदार है. ये हार्मोनल हेल्थ के लिए भी फायदेमंद है. इसके करने के लिए पीठ के बल लेटें, पैरों और शरीर को ऊपर उठाकर हाथों से सहारा दें.
18. शवासनशवासन करने में सबसे आसान है और सबसे असरदार भी. आपको बस सीधे लेट जाना है और शरीर को पूरी तरह से ढीला छोड़ देना है. ये शरीर और दिमाग को पूरी तरह रिलैक्स करता है और स्ट्रेस घटाता है.
19. अनुलोम-विलोमसुबह-सुबह अनुलोम-विलोम करने का भी सेहत के लिए काफी अच्छा है. इसमें ज्यादा कुछ नहीं करना होता. बस एक नाक बंद करके सांस लें, दूसरी से छोड़ें और फिर बदलते रहना है. ये नाड़ियों को शुद्ध करता है, कॉन्सेंट्रेशन और फोकस बढ़ाता है.
20. कपालभातिअनुलोम-विलोम की तरह ही कपालभाति भी पूरे शरीर के लिए काफी अच्छा है. इसे करना भी बेहद आसान है. इसमें जोर-जोर से सांस को नाक से बाहर छोड़ें, पेट अंदर करें. ये पेट की चर्बी घटाता है और ब्रेन को एक्टिव करता है.
21. भ्रामरी प्राणायामअगर आप माइग्रेन, एंग्जायटी और नींद की समस्या से जूझ रहे हैं तो आपको भ्रामरी प्राणायाम करना चाहिए. इसमें आंखें बंद करें, कान बंद करके और “म” की आवाज निकालें.