-लापरवाही पर बड़ी कार्रवाई, सात अभियंता निलंबित
पटना, 21 जून (Udaipur Kiran) ।
बिहार सरकार में जदयू कोटे के जल संशाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी ने सिंचाई भवन स्थित सभागार में शनिवार को पत्रकार वार्ता में कहा कि जल संसाधन विभाग पूरी मुस्तैदी और गंभीरता के साथ क्षतिग्रस्त तटबंधों की मरम्मत के लिए युद्धस्तर पर कार्य कर रहा है। वरीय अधिकारियों द्वारा प्रभावित क्षेत्रों का नियमित निरीक्षण किया जा रहा है तथा सुरक्षात्मक दृष्टिकोण से आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए जा रहे हैं।
मंत्री चौधरी ने कहा कि विभाग लापरवाही के मामलों में शून्य सहनशीलता की नीति अपना रहा है। उन्होंने कहा कि अपने कर्तव्यों में लापरवाही बरतने वाले एक कार्यपालक अभियंता और संबंधित कनीय अभियंताओं को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। कुल सात अभियंताओं की पहचान करते हुए विभागीय कार्रवाई प्रारंभ की गई है। उच्च अधिकारियों की भूमिका की भी समीक्षा की जा रही है और उनके विरुद्ध भी उचित कार्रवाई की जाएगी।
विजय चौधरी ने कहा कि प्रभावित स्थलों पर दो अतिरिक्त कार्यपालक अभियंता एवं दो सहायक अभियंताओं की तत्काल प्रतिनियुक्ति की गई है ताकि कार्यों में गति लाई जा सके। विभाग के सभी स्तर के अधिकारी जिला प्रशासन से समन्वय कर लगातार स्थलय निरीक्षण और आवश्यक कार्रवाई कर रहे हैं, जिससे कई संवेदनशील क्षेत्रों को संरक्षित किया जा सका है।
पत्रकार वार्ता में विभाग के प्रधान सचिव संतोष कुमार मल्ल ने बताया कि 18 जून से झारखंड में लगातार हो रही बारिश की वजह से वहां से उद्गमित होने वाली निरंजना, मुहाने, उत्तर कोयल, सकरी, पंचाने आदि नदियों में अत्यधिक जलश्राव / जलस्तर दर्ज किया गया है।
उन्होंने कहा कि बीती रात 09:00 बजे उदेरास्थान बराज, जहानाबाद से 73,067 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। जो विगत वर्ष के अधिकतम जलश्राव 68,268 क्यूसेक से 4439 क्यूसेक अधिक है। फलस्वरूप बराज के निम्नप्रवाह में अवस्थित बंधुगंज कॉजवे गेज स्टेशन पर 19 जून को 62.15 मीटर का नया उच्चतम जलस्तर दर्ज किया गया। जो पूर्व के उच्चतम जलस्तर से 0.15 मीटर अधिक है।
उन्होंने कहा कि नदी में प्रवाहित अत्यधिक जलश्राव के कारण 19 जून को रात करीब 1:00 बजे नालंदा जिला के एकंगरसराय प्रखंड में लोकाईन नदी के दायें किनारे पर अवस्थित जमींदारी बांध केशोपुर गांव के पास क्षतिग्रस्त हुआ है। इसके अतिरिक्त नालंदा/जहानाबाद/पटना जिला के लोकाईन, भूतही, धोवा और महत्माईन नदी पर अवस्थित बांध के कुछ हिस्से क्षतिग्रस्त हुए हैं। तटबंध के क्षतिग्रस्त हिस्से को पुनर्स्थापित करने के लिए युद्धस्तर पर बाढ़ संघर्षात्मक कार्य कराया जा रहा है। विभाग द्वारा 02 अतिरिक्त कार्यपालक अभियंता एवं 02 सहायक अभियंता की प्रतिनियुक्ति कार्यस्थल पर की गई है।
उन्होंने कहा कि विभाग के सभी स्तर के अधिकारी जिला प्रशासन के सहयोग से प्रभावित इलाकों का लगातार निरीक्षण करते हुए आवश्यक कार्रवाई कर रहे हैं। विभाग की सक्रियता से अब तक कई संवेदनशील स्थलों को सुरक्षित रखा जा सका है।
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(Udaipur Kiran) / गोविंद चौधरी