इजराइली एयर डिफेंस सिस्टम नाकाम क्यों? सटीकता 90 से गिरकर 65 फीसदी पर आई
TV9 Bharatvarsh June 22, 2025 12:42 PM

इजराइल और ईरान आमने-सामने हैं. ईरान की ओर से इजराइल पर लगातार मिसाइल हमले हो रहे हैं. इजराइल इन हमलों को हवा में ध्वस्त करने के लिए एयर डिफेंस सिस्टम तैनात किए हैं, लेकिन अब उनकी मारक क्षमता पर सवाल खड़े होने लगे हैं. 9 दिन के इस युद्ध में एक बात और साफ है कि इजरायल भले ही ईरान को हवाई हमलों से नुकसान पहुंचा रहा हो, उसके परमाणु ठिकानों पर बम बरसा रहा हो, परमाणु वैज्ञानिकों की जान ले रहा हो, लेकिन, अपने प्रमुख इलाकों में गिरने वाली ईरानी मिसाइलों को पूरी तरह से रोक पाने में वो काफी हद तक नाकाम दिखा है.

ईरान की हाइपरसोनिक और बैलिस्टिक मिसाइलों का तोड़ इजराइल के पास नहीं दिख रहा है. ऊपर से, इजराइल के एक वरिष्ठ इंटेलिजेंस अधिकारी के हवाले से NBC न्यूज़ की रिपोर्ट में कहा गया है कि बीते 24 घंटे में इजराइली एयर डिफेंस सिस्टम सिर्फ 65 फीसदी ईरानी बैलिस्टिक मिसाइलों को ही रोकने में कामयाब हुए हैं. इससे पहले करीब 90 प्रतिशत ईरानी मिसाइलों को इजराइल ने इंटरसेप्ट किया था.

इंटरसेप्ट करने की दर में तेजी से गिरावट

ईरानी मिसाइलों को इंटरसेप्ट करने की दर में तेजी से गिरावट दर्ज की जा रही है. वॉल स्ट्रीट जनरल और न्यूजवीक एरो मिसाइल इंटरसेप्टर की संख्या में तेजी से गिरावट की रिपोर्ट दी है. पश्चिमी मीडिया में ये भी कहा जा रहा है कि शायद इसीलिए इजराइली डिफेंस सिस्टम ने सेलेक्टिव इंटरसेप्शन की रणनीति अपनाई है. इसका मतलब ये हुआ कि सिर्फ उन्हीं ईरानी मिसाइलों को आसमान में रोका जाएगा, जिनका टारगेट इजरायल के अति महत्वपूर्ण ठिकाने होंगे. शायद यही कारण है कि ईरान की मिसाइलें रिहायशी इलाकों में तबाही मचा रही हैं, सिविल इंफ्रास्ट्रक्चर बर्बाद हो रहे हैं और लोगों की जान
भी जा रही है .

ईरान ने एक बार फिर तेल अवीव और हाइफा को बनाया निशाना

जंग के 9वें दिन ईरान ने एक बार फिर इजरायल के तेल अवीव और हाइफा को निशाना बनाया. तेल अवीव में भीषण तबाही मचाने के मकसद से एक बैलिस्टिक मिसाइल छोड़ी गई, लेकिन वक्त रहते इजराइल के एयर डिफेंस सिस्टम ने उस मिसाइल को हवा में ही नष्ट कर दिया. लेकिन हाइफा में हुए हमलों को रोकने में इजराइल की आर्मी नाकाम रही. वहां हुए हमलों में इजराइल को भारी नुकसान की खबर है दो स्ट्रैटेजिक पोजिशन और एक ऐतिहासिक मस्जिद भी चपेट में आई.

इजराइल की लाइफ लाइन है तेल अवीव

जंग की शुरुआत से ही तेल अवीव और हाइफा ईरान के निशाने पर हैं. तेल अवीव को आप इजराइल की लाइफ लाइन कह सकते हैं. इजरायल की पूरी सरकार वहीं से ऑपरेट करती है और इस युद्ध की रणनीति भी वहीं से बनाई जा रही है. इसलिए ईरान लगातार वहां मिसाइलें दाग रहा है. उधर हाइफा एक पोर्ट सिटी है और रणनीतिक लिहाज से इजरायल के लिए बहुत अहम है.

वहां से इजराइल का समुद्री रास्ते से कारोबार भी होता है और अगर जंग की सूरत में हथियारों की जरूरत पड़ी तो हवाई रास्ते के अलावा दूसरा यही मार्ग है जिससे इजरायल तक विदेशी हथियार पहुंच सकते हैं. इसलिए ईरान लगातार हाइफा पर हमले कर रहा है ताकि वहां इतना नुकसान पहुंचाया जाए कि इजराइल चाहकर भी विदेशी मदद न मंगा सके.

(टीवी9 ब्यूरो रिपोर्ट)

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