राजा रघुवंशी मर्डर केस जितना चौंकाने वाला है, उतना ही रहस्यमयी भी. लेकिन इस पूरे मामले में जो सबसे अहम और अनदेखा पक्ष है, वह है राजा और सोनम रघुवंशी के परिवारों का बिजनेस और आर्थिक स्थिति. दोनों परिवार इंदौर और आसपास के इलाकों में मजबूत कारोबारी हैसियत रखते थे. इसीलिए इस सवाल ने जोर पकड़ा है जिसके पास सब कुछ था, उसने कत्ल का रास्ता क्यों चुना?
राजा रघुवंशी का बिजनेसराजा रघुवंशी का परिवार मूल रूप से मध्य प्रदेश के इंदौर के पास स्थित देपालपुर तहसील के गौरदी गांव से है. उनके पिता का ट्रांसपोर्ट का कारोबार था और वे राज्य सरकार की ओर से स्कूली बच्चों को बस सुविधा देने का ठेका भी लेते थे.
राजा खुद एक टूर और ट्रैवल कंपनी चलाते थे, जिसमें भारत और विदेशों के लिए ट्रैवल पैकेज की बुकिंग होती थी. कंपनी की आय ठीक-ठाक थी, और शादी के बाद वह इसे और विस्तार देने की तैयारी में थे.
सोनम रघुवंशी का फैमिली बिजनेसदूसरी तरफ, सोनम रघुवंशी (पहले सोनम राठौर) का परिवार इंदौर के पॉश इलाके में प्लाईवुड और डेकोरेटिव बिजनेस में सक्रिय है. उनके पिता देवी सिंह रघुवंशी इंदौर की एक जानी-मानी प्लाईवुड कंपनी चलाते हैं. यही नहीं, परिवार का कारोबार गुजरात तक फैला हुआ है, जिसकी जिम्मेदारी सोनम के भाई गोविंद के पास है. ये बिजनेस मल्टी-सिटी है और भारत के एक 16,000 करोड़ रुपये के इंडस्ट्री सेक्टर से जुड़ा है.
सोनम खुद HR मैनेजर के पद पर कंपनी में कार्यरत थीं, और कई महत्वपूर्ण फैसलों में उनकी भूमिका रहती थी. बताया जा रहा है कि उन्हें कंपनी से मासिक वेतन के साथ-साथ मुनाफे का कुछ हिस्सा भी मिलता था.