कूलर इलट्रसिटी खपत: गर्मी का मौसम आते ही बिजली बिल आसमान छूने लगता है. इसकी सबसे बड़ी वजह है लगातार चलने वाले एसी और कूलर. जून-जुलाई की उमस भरी गर्मी में राहत पाने के लिए अक्सर लोग 24 घंटे तक कूलर या एसी चलाते हैं, जिसका सीधा असर मीटर की रीडिंग और बिजली बिल पर पड़ता है.
AC की ठंडक तेज पर जेब पर भारी असर
एसी गर्मी से तुरंत राहत देता है, लेकिन इसके लिए भारी बिजली खपत करनी पड़ती है. यही वजह है कि आम आदमी बढ़ते बिजली बिल से परेशान हो जाता है. इसलिए आज भी कूलर को सस्ता और किफायती विकल्प माना जाता है.
कूलर बनाम एसी
- कूलर: सामान्य तौर पर 100 से 250 वाट की खपत करता है. बड़े डेजर्ट कूलर 300 से 400 वाट तक भी जा सकते हैं.
- एसी: एक 1.5 टन का एसी प्रति घंटे 1000 से 2000 वाट तक बिजली खपत करता है. कुछ मामलों में यह 2500 वाट तक भी जा सकता है.
- इस तुलना से साफ है कि कूलर, एसी की तुलना में बहुत कम बिजली खपत करता है, और इसी कारण लोगों की पहली पसंद बना रहता है.
प्रति घंटे कितना बिजली खाता है कूलर?
- अगर एक सामान्य कूलर प्रति घंटे 100 से 200 वाट बिजली लेता है, तो इसका मतलब है कि:
- 8 घंटे उपयोग = 0.8 से 1.6 यूनिट बिजली की खपत
- महीने में (30 दिन × 8 घंटे) = 24 से 48 यूनिट
- वहीं, बड़े डेजर्ट कूलर 250 से 400 वाट तक जा सकते हैं, जो 8 घंटे में 2.4 से 3.2 यूनिट तक भी खपत कर सकते हैं.
AC की बिजली खपत कितनी होती है?
1.5 टन का एसी एक घंटे में 1500 से 2500 वाट, यानी 1.5 से 2.5 यूनिट बिजली खाता है. अगर इसे रोजाना 8 घंटे चलाया जाए तो:
- दैनिक खपत = 12 से 20 यूनिट
- महीने में = 360 से 600 यूनिट
- यह वही वजह है जिससे एसी यूज़र्स को भारी-भरकम बिजली बिल चुकाना पड़ता है.
1 महीने कूलर चलाने पर कितना आता है बिजली बिल?
अगर आप कूलर रोजाना 10 घंटे चलाते हैं:
- प्रतिदिन खपत = 1.0 से 2.0 यूनिट
- महीने में खपत = 30 से 60 यूनिट
- बिजली दर ₹8/unit मानें तो बिल = ₹240 से ₹480
- यदि आपका कूलर पुराना है, तो इसकी खपत और बिल और ज्यादा हो सकते हैं.
AC के मुकाबले कितना आता है बिल?
यदि एसी को 10 घंटे रोजाना चलाएं तो:
- दैनिक खपत = 15 से 25 यूनिट
- महीने में खपत = 450 से 750 यूनिट
- बिजली दर ₹8/unit मानें तो बिल = ₹3600 से ₹6000
- मतलब एसी का बिल, कूलर के मुकाबले 8 से 12 गुना ज्यादा हो सकता है.
बिजली बिल कम करने के कुछ सुझाव
- कूलर या एसी को बंद कमरे में इस्तेमाल करें.
- इन्वर्टर तकनीक वाले एसी का उपयोग करें, जिससे बिजली खपत कम होती है.
- नियमित रूप से कूलर के पंखे और पंप की सफाई करें.
- रात में तापमान कम होने पर फैन मोड का उपयोग करें.