ईरान की परमाणु सुविधाओं पर हमला करने के एक दिन बाद, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सवाल उठाया कि क्या ईरान में सरकार बदल सकती है. सोशल मीडिया पोस्ट पर ट्रंप ने सफल ऑपरेशन के लिए अमेरिकी सेना की तारीफ की. ट्रंप ने कहा कि वर्तमान ईरानी शासन ईरान को फिर से महान बनाने में सक्षम नहीं हो सकता है.
उन्होंने कहा कि शासन परिवर्तन शब्द का उपयोग करना राजनीतिक रूप से सही नहीं है, लेकिन अगर वर्तमान ईरानी शासन ईरान को फिर से महान बनाने में असमर्थ है, तो शासन परिवर्तन क्यों नहीं होगा? MIGA (Make Iran Great Again). ट्रंप ने ट्रुथ सोशल पर अपने नारे ईरान को फिर से महान बनाओ का जिक्र करते हुए लिखा.
शासन परिवर्तन होगा या नहीं?US President Donald Trump posts, “It’s not politically correct to use the term, ‘Regime Change’, but if the current Iranian Regime is unable to MAKE IRAN GREAT AGAIN, why wouldn’t there be a Regime change??? MIGA!!!” pic.twitter.com/RwA95Ec4ut
— ANI (@ANI)
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सुझाव दिया कि क्या वे ईरान को अपने सरकारी नेतृत्व को अस्वीकार करते हुए देख सकते हैं, क्योंकि उनके प्रशासन के अधिकारियों ने इस बात पर जोर दिया था कि व्हाइट हाउस शासन परिवर्तन नहीं चाहता है. उन्होंने कहा कि शासन परिवर्तन शब्द का उपयोग करना राजनीतिक रूप से सही नहीं है, लेकिन यदि वर्तमान ईरानी शासन ईरान को फिर से महान बनाने में असमर्थ है, तो शासन परिवर्तन क्यों नहीं होगा?
हालांकि डोनाल्ड ट्रंप का यह बयान रक्षा सचिव पीट हेगसेथ के रविवार सुबह के समाचार सम्मेलन से कुछ हद तक उलट है, जब उन्होंने कहा था कि शासन परिवर्तन तीन ईरानी परमाणु स्थलों पर हवाई बमबारी के मिशन का हिस्सा नहीं था.
अमेरिकी सेना की तारीफट्रंप ने अमेरिकी सेना की तारीफ की और पुष्टि की कि बी-2 सुरक्षित घर लौट आया है. उन्होंने अमेरिकी सेना को बधाई देते हुए कहा कि दुनिया में कोई और सेना नहीं है जो ऐसा कर सकती थी. अब शांति का समय है. ट्रम्प ने यह भी पुष्टि की कि ऑपरेशन में इस्तेमाल किए गए बी-2 स्टील्थ बॉम्बर्स सुरक्षित रूप से मिसौरी में वापस आ गए हैं. उन्होंने पोस्ट किया कि महान बी-2 पायलट अभी-अभी सुरक्षित रूप से मिसौरी में उतरे हैं. अच्छी तरह से किए गए काम के लिए धन्यवाद!
ईरान में परमाणु स्थलों पर हमलाUS President Donald Trump posts, “The GREAT B-2 pilots have just landed, safely, in Missouri. Thank you for a job well done!!!…” pic.twitter.com/yNw8EDhzBQ
— ANI (@ANI)
इससे पहले, ट्रंप ने पुष्टि की कि अमेरिकी सेना ने ईरान में तीन प्रमुख परमाणु स्थलों (फोर्डो, नतांज और एस्फाहान) पर बमबारी की थी. उन्होंने कहा कि हमले सटीकता और ताकत के साथ किए गए थे. हमने ईरान में तीन परमाणु स्थलों पर अपना बहुत सफल हमला पूरा कर लिया है, जिसमें फोर्डो, नतांज और एस्फाहान शामिल हैं.
ईरान और इजराइल के बीच जंगबता दें कि ईरान और इजराइल के बीच मिसाइल हमलों के कारण तनाव बढ़ गया है. हमलों के बाद, मिडिल ईस्ट में तनाव तेजी से बढ़ गया. अब दुनिया इस बात पर करीब से नजर रख रही है कि ईरान अपने परमाणु प्रतिष्ठानों पर अमेरिकी हमले का क्या जवाब देगा. रिपोर्टों के अनुसार, तेहरान ने किसी भी कीमत पर खुद की रक्षा करने का वादा किया है.
तनाव न बढ़ाने का अपीलइस बीच, ईरान और इजराइल के बीच मिसाइलों का हमला जारी रहा. ईरानी समाचार के अनुसार, पश्चिमी ईरान में हुए एक विस्फोट में कम से कम छह सैन्यकर्मी मारे गए. दूसरी ओर, पहले ईरानी मिसाइल हमलों ने तेल अवीव में भारी नुकसान पहुंचाया, जिसमें कई लोग घायल हो गए और इमारतें नष्ट हो गईं. बढ़ते संघर्ष के बीच, युद्ध-विरोधी प्रदर्शनकारी अमेरिकी शहरों में इकट्ठा हुए हैं, और सरकार से आगे और तनाव न बढ़ाने का अपील कर रहे हैं.
इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने भी स्थिति पर बात करते हुए कहा कि इजराइल के पास ईरान के 60 प्रतिशत तक संवर्धित यूरेनियम के भंडार के स्थान के बारे में दिलचस्प जानकारी है. उन्होंने दावा किया कि ईरान परमाणु हथियार बनाने की ओर तेजी से बढ़ रहा है और इसे रोका जाना चाहिए.
वैश्विक सुरक्षा के लिए बढ़ा खतरानेतन्याहू ने कहा कि हमें कार्रवाई करनी ही थी. उन्होंने आगे कहा कि ईरान का हर महीने 300 बैलिस्टिक मिसाइल बनाने का लक्ष्य स्थिति को और भी खतरनाक बना देता है. उन्होंने ईरान पर अमेरिका और इजराइल के हमलों का बचाव करते हुए कहा कि क्षेत्रीय और वैश्विक सुरक्षा के लिए बढ़ते खतरे को रोकने के लिए ये हमले जरूरी थे.