क्या है 'पंप एंड डंप' स्कैम, जिससे मिनटों में डूब जाती है निवेशकों की मेहनत की कमाई?
TV9 Bharatvarsh June 23, 2025 12:42 PM

कुछ दिन पहले शेयर बाजार में निवेशकों की मेहनत की कमाई को लूटने वाले ठगों पर सेबी (SEBI) ने अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई की है. अहमदाबाद, मुंबई और गुरुग्राम में एक साथ छापेमारी कर सेबी ने ₹300 करोड़ के ‘पंप एंड डंप’ स्कैम का पर्दाफाश किया है. इस घोटाले में 15 से 20 फर्जी कंपनियों का इस्तेमाल किया गया, जिन्हें कुछ लिस्टेड कंपनियों के प्रमोटर्स ने बनाया था. ये ठग यूट्यूब, व्हाट्सऐप और टेलीग्राम जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स के जरिए निवेशकों को झांसा देते थे. आइए, समझते हैं कि आखिर ये ‘पंप एंड डंप’ स्कैम है क्या, कैसे काम करता है

क्या है ‘पंप एंड डंप’ स्कैम

‘पंप एंड डंप’ एक ऐसा घोटाला है, जिसमें ठग शेयर बाजार में छोटे-मोटे या पेनी स्टॉक्स की कीमतों को पहले आसमान पर चढ़ाते हैं और फिर अचानक उन्हें बेचकर मोटा मुनाफा कमा लेते हैं. इस दौरान आम निवेशक, जिन्हें रिटेल इनवेस्टर्स कहते हैं, फंस जाते हैं और उनकी मेहनत की कमाई डूब जाती है. ये स्कैम सोशल मीडिया के जमाने में और खतरनाक हो गया है, क्योंकि ठग अब यूट्यूब, व्हाट्सऐप ग्रुप्स और टेलीग्राम चैनल्स के जरिए लाखों लोगों तक अपनी झूठी बातें पहुंचा देते हैं.

इस स्कैम का तरीका बड़ा आसान लेकिन बेहद चालाकी भरा है. पहले ठग किसी कंपनी के शेयर को बहुत कम दाम पर खरीद लेते हैं. फिर वो सोशल मीडिया पर उस शेयर की तारीफों के पुल बांधने लगते हैं. वो कहते हैं कि ये शेयर जल्द ही चांद पर पहुंचेगा, इसमें निवेश करने से मोटा मुनाफा होगा. कई बार तो वो फर्जी खबरें भी फैलाते हैं, जैसे कि उस कंपनी को कोई बड़ा कॉन्ट्रैक्ट मिला है या कोई बड़ी कंपनी उसे खरीदने वाली है. इन सबके लिए वो बड़े यूट्यूबर्स, इनफ्लुएंसर्स या सोशल मीडिया स्टार्स का सहारा लेते हैं, जो अपने फॉलोवर्स को उस शेयर में पैसा लगाने की सलाह देते हैं.

जैसे ही लोग इन बातों में आकर उस शेयर को खरीदने लगते हैं, उसकी डिमांड बढ़ जाती है और कीमत आसमान छूने लगती है. निवेशकों को लगता है कि जो उन्हें बताया गया, वो सच है और वो और पैसे उस शेयर में झोंक देते हैं. लेकिन असल में ये सब एक जाल होता है. जैसे ही शेयर की कीमत ठगों के मनमाफिक ऊंचाई पर पहुंचती है, वो अपने सारे शेयर बेच देते हैं, यानी ‘डंप’ कर देते हैं. इससे शेयर की कीमत अचानक धड़ाम से गिर जाती है, और आम निवेशक के हाथ में सिर्फ नुकसान रह जाता है.

कैसे काम करता है ये स्कैम?

‘पंप एंड डंप’ स्कैम का तरीका समझने के लिए एक उदाहरण लेते हैं. मान लीजिए, एक कंपनी का शेयर ₹1 पर ट्रेड कर रहा है. ठग इस शेयर को बड़े पैमाने पर खरीद लेते हैं. फिर वो सोशल मीडिया पर इसके बारे में हल्ला मचाना शुरू कर देते हैं. वो कहते हैं कि ये कंपनी जल्द ही ₹50 तक जाएगी, क्योंकि इसे कोई बड़ा ऑर्डर मिला है या कोई बड़ी कंपनी इसे खरीदने वाली है. लोग इन बातों पर भरोसा करके शेयर खरीदने लगते हैं. जैसे-जैसे डिमांड बढ़ती है, शेयर की कीमत ₹10, ₹20, फिर ₹40 तक पहुंच जाती है.

निवेशकों को लगता है कि वो सही रास्ते पर हैं, और वो और शेयर खरीद लेते हैं. लेकिन जैसे ही शेयर की कीमत ठगों के टारगेट तक पहुंचती है, वो अपने सारे शेयर बेच देते हैं. इससे मार्केट में शेयरों की सप्लाई अचानक बढ़ जाती है, और कीमत ₹2-3 तक गिर जाती है. जो निवेशक ऊंचे दाम पर शेयर खरीद चुके थे, उनके हाथ में सिर्फ घाटा रह जाता है. इस पूरे खेल में ठग मिनटों में करोड़ों कमा लेते हैं, और निवेशक अपनी मेहनत की कमाई गंवा बैठते हैं.

इस स्कैम में कई बार निवेशक अपने शेयर बेच भी नहीं पाते, क्योंकि जैसे ही ठग शेयर को ‘डंप’ करते हैं, शेयर का दाम तेजी से गिरने लगता है और वह अपने लोअर सर्किट पर पहुंच जाता है. लोअर सर्किट लगते ही शेयर में बिकवाली रुक जाती है, क्योंकि कोई खरीदार नहीं मिलता. कई बार ऐसा भी होता है कि शेयर महीनों तक हर दिन लोअर सर्किट पर अटका रहता है. निवेशकों को पता चल जाता है कि वे फंस चुके हैं, लेकिन उनके पास निकलने का कोई रास्ता नहीं होता.

पेनी स्टॉक्स है ठगों का पसंदीदा हथियार

‘पंप एंड डंप’ स्कैम में ज्यादातर पेनी स्टॉक्स का इस्तेमाल होता है. पेनी स्टॉक्स वो शेयर होते हैं, जिनकी कीमत बहुत कम होती है, जैसे ₹1, ₹2 या ₹5. इन शेयरों को ऑपरेट करना आसान होता है, क्योंकि इनकी ट्रेडिंग वॉल्यूम कम होती है और थोड़ी सी खरीदारी से भी इनकी कीमत में बड़ा उछाल आ सकता है. इसके अलावा, इन कंपनियों की जानकारी मार्केट में कम होती है, जिससे ठगों को फर्जी खबरें फैलाने का मौका मिल जाता है.

सेबी की सख्ती, ठगों की अब खैर नहीं

सेबी इस तरह के घोटालों पर लगाम कसने के लिए लगातार सख्त कदम उठा रही है. हाल के सालों में सेबी ने कई बड़े नामों पर कार्रवाई की है, जो ‘पंप एंड डंप’ स्कैम में शामिल थे. मिसाल के तौर पर, बॉलीवुड एक्टर अरशद वारसी और उनकी पत्नी मारिया गोरेटी को साधना ब्रॉडकास्ट लिमिटेड के शेयरों में हेरफेर करने के लिए सेबी ने एक साल के लिए शेयर बाजार से बैन कर दिया था. इस स्कैम में यूट्यूब वीडियोज के जरिए शेयर की कीमत को गलत तरीके से बढ़ाया गया था, और ठगों ने ₹58.01 करोड़ का मुनाफा कमाया था.

इसी तरह, मशहूर मार्केट एक्सपर्ट संजीव भसीन और उनके 11 साथियों पर भी सेबी ने कार्रवाई की थी. सेबी ने उन पर ₹11.37 करोड़ की गैरकानूनी कमाई का आरोप लगाया और उन्हें शेयर बाजार से बैन कर दिया. भसीन पर आरोप था कि वो टीवी चैनलों और सोशल मीडिया पर स्टॉक टिप्स देकर पहले खुद उन शेयरों को खरीद लेते थे और फिर कीमत बढ़ने पर बेच देते थे.

हाल ही में सेबी ने 20 लाख से ज्यादा फॉलोवर्स वाले यूट्यूबर रविंद्र बालू भारती पर भी शिकंजा कसा है. रविंद्र पर आरोप है कि वो अपने यूट्यूब चैनल के जरिए निवेशकों को गलत स्टॉक टिप्स देकर ‘पंप एंड डंप’ स्कैम को बढ़ावा दे रहे थे. सेबी की इन कार्रवाइयों से साफ है कि वो निवेशकों के हितों की रक्षा के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रही है.

निवेशकों के लिए सेबी की सलाह

सेबी ने निवेशकों को इस तरह के घोटालों से बचने के लिए कई सलाह दी हैं. सेबी का कहना है कि निवेशक किसी भी स्टॉक में पैसा लगाने से पहले उस कंपनी के फंडामेंटल्स की अच्छे से जांच कर लें. अगर कोई शेयर अचानक बिना किसी वजह के तेजी से चढ़ रहा है, तो उसमें निवेश करने से पहले सावधान रहें. इसके अलावा, सोशल मीडिया पर मिलने वाली स्टॉक टिप्स पर आंख मूंदकर भरोसा न करें. सेबी ने निवेशकों से कहा है कि वो केवल रजिस्टर्ड फाइनेंशियल एडवाइजर्स की सलाह लें और अपने पैसे को सुरक्षित रखें.

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