नि: शुल्क सिलई मशीन योजना: सरकार ने महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक और बड़ा कदम उठाया है। केंद्र और राज्य सरकारों के सहयोग से देशभर में फ्री सिलाई मशीन योजना 2025 की शुरुआत की गई है। इस योजना का उद्देश्य आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग की महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़ना है ताकि वे आत्मनिर्भर बन सकें और परिवार की आय में सहयोग कर सकें।
यह योजना विशेष रूप से उन महिलाओं के लिए है जो ग्रामीण या शहरी क्षेत्रों में रहती हैं और जिनकी आर्थिक स्थिति मजबूत नहीं है। योजना के तहत सरकार पात्र महिलाओं को मुफ्त में सिलाई मशीन प्रदान करती है। इससे महिलाएं घर बैठे कपड़े सिलने का काम शुरू कर सकती हैं और एक स्थिर आय अर्जित कर सकती हैं।
फ्री सिलाई मशीन योजना के तहत महिलाओं को केवल सिलाई मशीन ही नहीं, बल्कि सिलाई प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। इस प्रशिक्षण की अवधि 5 से 15 दिन तक की हो सकती है। इस दौरान सरकार प्रशिक्षु महिलाओं को प्रति दिन ₹500 का प्रशिक्षण भत्ता भी प्रदान करेगी, जिससे वे बिना किसी आर्थिक बोझ के प्रशिक्षण प्राप्त कर सकें।
इस योजना के अंतर्गत पात्र महिलाओं को ₹15,000 तक की आर्थिक मदद दी जाती है ताकि वे अपनी सिलाई मशीन खरीद सकें। इसके अलावा, भविष्य में सिलाई से संबंधित कार्यों के लिए सरकार महिलाओं को 2 से 3 लाख रुपये तक का लोन भी मुहैया करवा सकती है। इससे महिलाएं सिलाई के क्षेत्र में अपने व्यवसाय को आगे बढ़ा सकती हैं।
सरकार का उद्देश्य केवल महिलाओं को आर्थिक मदद देना नहीं है, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर बनाना और समाज में उनकी भूमिका को मजबूत करना भी है। सिलाई मशीन योजना के माध्यम से महिलाओं को उनके कौशल के अनुसार काम करने का अवसर दिया जा रहा है, जिससे वे खुद को सशक्त महसूस कर सकें।
फ्री सिलाई मशीन योजना का लाभ उठाने के लिए महिलाओं की आयु 20 से 40 वर्ष के बीच होनी चाहिए। महिला भारतीय नागरिक होनी चाहिए और उसके पति की वार्षिक आय ₹1.44 लाख से अधिक नहीं होनी चाहिए। विधवा, विकलांग और गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने वाली महिलाएं भी इस योजना की पात्र होंगी।
इस योजना के लिए आवेदन प्रक्रिया पूरी तरह से ऑनलाइन रखी गई है। इच्छुक महिलाएं सरकारी पोर्टल पर जाकर अपना मोबाइल नंबर दर्ज करके OTP वेरिफिकेशन करेंगी। इसके बाद उन्हें फॉर्म में अपनी व्यक्तिगत जानकारी भरनी होगी और जरूरी दस्तावेज जैसे आधार कार्ड, बैंक डिटेल्स, आय प्रमाण पत्र आदि अपलोड करने होंगे। सबमिट के बाद उन्हें एक आवेदन नंबर मिलेगा जिससे वे स्टेटस भी ट्रैक कर सकती हैं।