भोजन ले जाने के लिए रेलवे जुर्माना – अब जब भी हम ट्रेन से लंबा सफर करते हैं, तो सबसे पहला ख्याल आता है – खाना क्या खाएंगे? और ज्यादा लोग यही सोचते हैं कि घर से कुछ बना कर ले जाते हैं ताकि न पैसा ज्यादा खर्च हो, न पेट खराब हो। लेकिन अब ज़रा सावधान हो जाइए, क्योंकि रेलवे ने इस पर कुछ सख्त नियम बना दिए हैं। अगर आप बिना जानकारी के कुछ भी ले गए ट्रेन में, तो जुर्माना भी लग सकता है और सफर का मजा भी खराब हो सकता है।
तो चलिए बताते हैं, घर का खाना लेकर ट्रेन में जाने से पहले किन 5 जरूरी बातों का आपको ध्यान रखना चाहिए ताकि न आपको कोई परेशानी हो और न जुर्माने की नौबत आए।
भाई देखो, कुछ लोग खाना गर्म करने के चक्कर में छोटा सिलेंडर या स्टोव तक ले जाते हैं ट्रेन में। अब ये तो सीधा रेलवे सुरक्षा नियमों की धज्जियां उड़ाना हुआ। ट्रेन में कोई भी ज्वलनशील चीज जैसे गैस, स्टोव या हीटर ले जाना मना है। ये न सिर्फ आपके लिए बल्कि बाकी यात्रियों के लिए भी खतरा बन सकता है।
अगर पकड़े गए तो रेलवे एक्ट की धारा 164 के तहत 50 हजार से लेकर 1 लाख रुपये तक जुर्माना और 3 साल तक की जेल भी हो सकती है।
क्या करें?
सादा तरीका यही है कि जो भी खाना ले जा रहे हैं, उसे घर पर ही अच्छे से पका कर और पैक कर लें। ट्रेन में गर्म करने के चक्कर में झंझट न मोल लें।
अब सोचो, एक डिब्बा खोला और पूरी बोगी में अंडे, मछली या अचार की तेज़ गंध फैल गई। बाकी लोगों का सफर खराब हो गया। रेलवे का कहना है कि तीखी या बदबूदार चीज़ें अगर ले भी जा रहे हो तो उन्हें ठीक से पैक करना जरूरी है।
क्या हो सकता है?
अगर किसी को शिकायत हो गई या टीटी ने नोटिस किया, तो पहले चेतावनी मिलेगी और बार-बार ऐसा करने पर फाइन भी लगाया जा सकता है।
टिप
खाना एल्युमिनियम फॉयल या एयरटाइट डिब्बे में पैक करें ताकि गंध बाहर न निकले।
अब ट्रेन कोई दुकान तो है नहीं, जहां आप ढेर सारा सामान भरकर बेचने निकल जाएं। अगर आप बहुत बड़ी मात्रा में खाना या खाद्य सामान ले जा रहे हैं, तो रेलवे को शक हो सकता है कि आप इसे बेचने के लिए ले जा रहे हैं। ऐसे में सामान जब्त हो सकता है और पेनल्टी भी लग सकती है।
क्या करें?
सिर्फ उतना ही खाना साथ ले जाएं, जितना खुद और परिवार के लिए जरूरी हो। कोई भी ऐसा सामान न ले जाएं जिससे आप पर व्यवसायिक उद्देश्य का शक हो।
अब जब खाना खा लिया तो उसके डिब्बे, रैपर, प्लास्टिक थैली या टिशू को यूं ही सीट के नीचे या ट्रेन की खिड़की से बाहर फेंक दिया – ये आदत सही नहीं है। इससे न सिर्फ ट्रेन गंदी होती है बल्कि जुर्माना भी लग सकता है।
रेलवे का नियम क्या कहता है?
धारा 145 और 147 के तहत अगर आपने सार्वजनिक स्थान पर गंदगी की, तो 500 से 2000 रुपये तक का जुर्माना भरना पड़ सकता है।
समझ?
ए
क छोटा सा डस्टबिन बैग रखें, जो भी कचरा हो उसमें डालें और स्टेशन पर उतरकर सही जगह फेंकें।
कुछ लोग ट्रेन में खाने के पैकेट बेचते हैं – जैसे अचार, पराठा, मिठाई आदि। अगर आप ऐसा कर रहे हैं, तो ध्यान रखें कि आपके पास FSSAI (फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया) का लाइसेंस हो। नहीं तो भारी जुर्माना लग सकता है।
जरूरी बातें:
अगर आप ट्रेन में घर का बना खाना लेकर जा रहे हैं, तो इन 5 बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है। न सिर्फ आप परेशानी से बचेंगे बल्कि बाकी यात्रियों की यात्रा भी आरामदायक रहेगी।
यात्रा तब ही अच्छी लगती है जब हर कोई नियम माने और जिम्मेदारी से सफर करे। तो अगली बार ट्रेन में चढ़ने से पहले ये बातें जरूर याद रखें।