अमेरिकी हमलों पर UNSC की इमरजेंसी बैठक, ईरान हुआ आगबबूला
Webdunia Hindi June 23, 2025 08:42 PM


ईरान और इजराइल के बीच जारी संघर्ष में अमेरिका की ओर से उसके तीन परमाणु संयंत्रों पर किए गए हमले से तिलमिलाए ईरान ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा है “तुमने इसे शुरू किया है, हम समाप्त करेंगें। इन हमलों से पूरी तरह बौखलाए ईरान ने कहा है कि उसे भी अपनी संप्रभुता की रक्षा करने का पूरा अधिकार है और वह इनका पूरी ताकत से जवाब देगा।

UNSC की आपात बैठक में ईरान आगबबूला : UNSC की आपात बैठक में ईरान अपनी परमाणु फैसिलिटी पर हुए हमले को लेकर अमेरिका, इजरायल पर खूब भड़का। ईरान ने UNSC की आपात बैठक में अमेरिका और इजरायल पर कई गंभीर आरोप लगाए। ईरान ने कहा कि परमाणु फैसिलिटी पर हमला कर अमेरिका और इजरायल दोनों ही देशों ने कूटनीति को नष्ट करने का काम किया है। वहीं ईरान के आरोपों को अमेरिका ने निराधार करार दिया। इस बैठक में चीन ने भी अमेरिका की तीखी आलोचना की। रूस ने भी ईरान परमाणु फैसिलिटी पर हुए हमलों की जमकर निंदा की।

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में सुरक्षा परिषद की आपातकालीन बैठक में शांति के लिए भावुक अपील की। उन्होंने ईरान की परमाणु फैसिलिटी पर अमेरिका के हालिया सैन्य हमलों के बाद उत्पन्न संकट को कम करने के लिए तत्काल कार्रवाई का आह्वान किया। गुटेरेस ने कहा कि हम शांति को छोड़ नहीं सकते और न ही छोड़ना चाहिए। उन्होंने क्षेत्र में प्रतिशोध और गहरे संघर्ष के खतरों को रोकने के लिए तत्काल प्रयासों की आवश्यकता पर जोर दिया।

अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा के लिए खतरे" के एजेंडे के तहत सत्र को संबोधित करते हुए, उन्होंने चेतावनी दी कि ईरान पर अमेरिका का हमला क्षेत्र की बिगड़ती स्थिति में एक "खतरनाक मोड़" है। उन्होंने दो दिन पहले की गई अपनी अपील का जिक्र करते हुए कहा कि मैंने कहा था- शांति को एक मौका दें। उस अपील पर ध्यान नहीं दिया गया। इसके बजाय, अमेरिका द्वारा ईरानी परमाणु फैसिलिटी पर बमबारी ने पहले से ही संकटग्रस्त क्षेत्र में खतरनाक मोड़ ला दिया है।

गुटेरेस ने सैन्य तनाव की निंदा करते हुए कूटनीति की वकालत की और ईरान के परमाणु कार्यक्रम के लिए "विश्वसनीय, व्यापक और सत्यापन योग्य समाधान" की मांग की, जिसमें अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) के निरीक्षकों को पूर्ण पहुंच शामिल है। उन्होंने कहा कि इस संकट की शुरुआत से, मैंने मध्य पूर्व में किसी भी सैन्य कार्रवाई की निंदा की है। क्षेत्र के लोग विनाश के एक और चक्र को सहन नहीं कर सकते। फिर भी, हम अब प्रतिशोध के बाद प्रतिशोध के गर्त में उतरने का जोखिम उठा रहे हैं। इसे रोकने के लिए कूटनीति को जीतना होगा।Edited By: Navin Rangiyal
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