चैंपियंस ट्रॉफी: भारत ने आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के लिए अपनी 15 सदस्यीय टीम की घोषणा कर दी है। अजीत अगरकर की अगुवाई में चयन समिति ने यशस्वी जायसवाल, मोहम्मद शमी और ऋषभ पंत को टीम में शामिल किया है। हालांकि, कई प्रमुख खिलाड़ियों को इस महत्वपूर्ण टूर्नामेंट के लिए नजरअंदाज किया गया है, जिससे चयन समिति की आलोचना हो रही है। आज हम एक ऐसे खिलाड़ी के बारे में चर्चा करेंगे, जिनका चयन टीम में होने से भारत की स्थिति और मजबूत होती।
पूर्व भारतीय स्पिनर हरभजन सिंह का मानना है कि चयन समिति ने चैंपियंस ट्रॉफी के लिए टीम के चयन में एक महत्वपूर्ण गलती की है। हाल ही में घोषित 15 सदस्यीय टीम में कुलदीप यादव, अक्षर पटेल, वाशिंगटन सुंदर और रवींद्र जडेजा जैसे स्पिनर्स शामिल हैं, लेकिन चहल को टीम में जगह नहीं मिली।
चहल ने भारत के लिए अपना आखिरी वनडे जनवरी 2023 में न्यूजीलैंड के खिलाफ खेला था। इसके बाद उन्हें वनडे वर्ल्ड कप 2023 के लिए भी नजरअंदाज किया गया। अब चैंपियंस ट्रॉफी के लिए भी उन्हें नहीं चुना गया है। हरभजन ने इस पर सवाल उठाते हुए कहा कि चयनकर्ताओं को स्पिन अटैक में विविधता लाने के लिए चहल को टीम में शामिल करना चाहिए था, क्योंकि जडेजा और पटेल एक ही प्रकार के गेंदबाज हैं।
भज्जी ने कहा कि संजू सैमसन और युजवेंद्र चहल को टीम में नहीं लिया गया है। चार स्पिनरों में से दो बाएं हाथ के हैं, जबकि एक लेग स्पिनर की आवश्यकता थी। चहल एक उत्कृष्ट गेंदबाज हैं और उनकी अनुपस्थिति पर सवाल उठते हैं।
चहल ने अपने करियर में 72 वनडे मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने 27.13 की औसत और 5.26 की इकॉनमी के साथ 121 विकेट लिए हैं। उन्हें हाल ही में टी20 विश्व कप 2024 के लिए भारतीय टीम में चुना गया था, लेकिन उन्हें पूरे टूर्नामेंट में बेंच पर बैठना पड़ा। प्लेइंग इलेवन में उन्हें अक्षर पटेल, रवींद्र जडेजा और कुलदीप यादव पर तरजीह नहीं मिली।