नॉर्थ डकोटा में एक कोयले की खदान में खुदाई के दौरान श्रमिकों को करोड़ों साल पुराना एक अनमोल खजाना मिला है। यहां पर एक प्राचीन मैमथ का दांत मिला है, जो कि एक विलुप्त नदी के तल में दबा हुआ था। एक श्रमिक को फावड़ा चलाते समय यह 2 मीटर लंबा दांत मिला, जो लगभग 10,000 से 1,00,000 साल पुराना माना जा रहा है। इस खदान से हर साल लाखों टन लिग्नाइट कोयले का उत्पादन होता है।
कोयले की खदान में भारी मशीनों के उपयोग के बावजूद, इस प्राचीन दांत की अच्छी स्थिति ने विशेषज्ञों को चकित कर दिया है। आगे की खुदाई में 20 से अधिक अन्य हड्डियाँ भी मिली हैं, जो यह संकेत देती हैं कि नॉर्थ डकोटा में मैमथ की संख्या अधिक थी।
मैमथ, जो आज के हाथियों से काफी बड़े थे, कभी पृथ्वी पर घूमते थे। यह खोज उनके इतिहास के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करती है, जिसमें यह संभावना है कि सभी हड्डियाँ एक ही जानवर की हैं। हालांकि, मैमथ के पूरे कंकाल की तुलना में कम हड्डियों के बावजूद, यह खोज अत्यधिक महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
यह विशाल दांत 22.6 किलोग्राम से अधिक वजनी है, लेकिन यह नाजुक भी है। इसके क्षति से बचाने के लिए, जीवाश्म विज्ञानियों ने इसे प्लास्टिक में लपेटकर नियंत्रित निर्जलीकरण के लिए सुरक्षित रखा है। हड्डियाँ महीनों तक इसी तरह लिपटी रहेंगी। खदान कंपनी ने इसे शैक्षणिक उद्देश्यों के लिए दान करने की इच्छा जताई है।
रॉकी पर्वत के निकट नॉर्थ डकोटा का परिदृश्य जीवाश्मों का खजाना है। राज्य की भौगोलिक स्थिति और पारिस्थितिक इतिहास ने प्राचीन जीवन के अवशेषों को संरक्षित किया है, जिससे यह जीवाश्म विज्ञानियों के लिए एक आकर्षक स्थल बन गया है।