पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा ने सरकार, मंत्री किरोड़ी लाल मीना और गुजरात मॉडल पर कटाक्ष किया है। उन्होंने कहा कि खाद-बीज ही नहीं, बल्कि सरकार खुद फर्जी है। यह पर्चियों की सरकार है, सामने से पर्ची मिलने पर ही काम करते हैं। अन्यथा मुख्यमंत्री और मंत्री काम नहीं कर पाते। हमारा दुर्भाग्य है कि ऐसे लोग सत्ता में आ गए हैं। कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीना द्वारा कांग्रेस नेता सचिन पायलट को लेकर दिए गए बयान पर पलटवार करते हुए डोटासरा ने कहा कि एक मंत्री को छापे मारने पड़ रहे हैं, इसका मतलब है कि सरकार और प्रशासन फेल है। काम नहीं कर रहा है। डोटासरा ने यह बात आज यहां कही।
वे नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली के साथ बारां में कांग्रेस की संविधान बचाओ रैली में शामिल होने जाते समय टोंक में रुके। डोटासरा ने कहा कि किरोड़ी मीना डेढ़ साल से यहां मंत्री के तौर पर काम कर रहे हैं, नौ महीने वनवास में रहे, आज आए हैं, जगह-जगह छापे मार रहे हैं, मंत्री को खुद छापे मारने की क्या जरूरत है। इसका क्या मतलब है, उनकी सरकार, सिस्टम काम नहीं कर रहा है या फिर वे सुन नहीं रहे हैं, फिर भी किसानों को खाद-बीज नहीं मिल रहा है। किसान परेशान हैं। कोई सुनने वाला नहीं है। डोटासरा ने कहा कि किरोड़ी मीना कह रहे हैं कि पूरे देश में नकली खाद बिक रही है और बन रही है और अभी कल और परसों मंत्री किरोड़ी जी ने बयान दिया है कि नकली खाद गुजरात से आ रही है, तो क्या इसका मतलब यह हुआ कि गुजरात से सब नकली आएगा। शराब की तस्करी होगी, अफीम की तस्करी होगी, अन्य मादक पदार्थों की तस्करी होगी।
उन्होंने कहा कि गुजरात के ये ठेकेदार राजस्थान को लूटकर ले जाएंगे और जब खाद-बीज नकली थे, तो वे (मंत्री किरोड़ी) डेढ़ साल तक क्या कर रहे थे। नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने केंद्र पर निशाना साधते हुए कहा कि देश संविधान के अनुसार नहीं चल रहा है, इसलिए कांग्रेस को संविधान बचाने के लिए रैलियां निकालनी पड़ रही हैं। उन्होंने कहा कि देश में तानाशाही का माहौल है, सरकार में तानाशाही और तानाशाही है। भ्रष्टाचार है। विपक्षी नेता की सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ आवाज उठाने वालों को सरकारी एजेंसियों का दुरुपयोग करके जेल भेजा जा रहा है।