पतंजलि के आचार्य रामदेव ने अपने प्रोडक्ट के जरिए तो आयुर्वेद और स्वदेशी को प्रमोट किया ही है. इसके अलावा उन्होंने योग के साथ ही जड़ी-बूटियों और स्वस्थ जीवन शैली को लेकर किताबें भी लिखी हैं. उनकी लिखी गई एक बुक है ‘Yog its Philosophy and Practice’.जिसमें योगासन, अलग-अलग तरह की मुद्राएं, उन्हें करना का तरीका और नियम दिए गए हैं. पतंजलि फाउंडर बाबा रामदेव की ये किताब प्राचीन भारतीय एक्यूप्रेशर तकनीक और इसके शरीर पर क्या असर होते हैं. इस बारे में भी बताती है, जिससे कई बीमारियों से छुटकारा पाया जा सकता है. इसी किताब में आचार्य बालकृष्ण द्वारा भी कुछ आसान से योगासन या कहें कि लाइट एक्सरसाइज बताई गई हैं. जिससे आप डेली रूटीन में होने वाले हाथ-पैर और गर्दन, कंधों आदि के दर्द से बचे रहेंगे और जिनको पहले से ही दर्द की समस्या है उन्हें भी राहत मिलेगी.
स्वामी रामदेव की इस किताब में पैरों के दर्द से बचाव के लिए जो आसन बताए गए हैं वो दंडासन में बैठकर किए जाएंगे. यानी मैट पर बैठ जाना है और पैरों को सामने की तरफ फैला लेना है साथ ही दोनों हाथों की हथेलियों को जमीन पर रखकर आराम से बैठ जाएं. यहां दिए गए आचार्य बालकृष्ण के फोटो में देखकर आप मुद्रा को समझ सकते हैं. चलिए जान लेते हैं बाकी योगासनों के बारे में.
दंडासन में बैठने का तरीका
पैर की उंगलियों के दर्द से राहत के लिएपैर की उंगलियों में अगर जकड़न और दर्द रहता है तो ये एक्सरसाइज आसान होने के साथ ही इफेक्टिव भी है. दंडासन में बैठकर एड़ियों को सीधा रखें और पैरों की उंगलियों को जोड़ लें. इसके बाद धीरे-धीरे पूरी ताकत के साथ उंगलियों को आगे झुकाएं और फिर पीछे की ओर लाएं. इस तरह से इस प्रैक्टिस को आठ से दस बार तक करें.
पैर की उंगलियों के दर्द से राहत पाने के लिए एक्सरसाइज
एड़ियों और तलवों के दर्द से बचावएड़ियों और पैरों के तलवों के दर्द से बचाव या फिर राहत पाने के लिए सबसे पहले दोनों पैरों को आपस में जोड़कर एक साथ रखें और दोनों पैरों को धीरे-धीरे फॉरवर्ड और फिर बैकवर्ड करें. इसमें भी वही प्रक्रिया दोहरानी है, पैरों को आगे झुकाना और फिर पीछे की तरफ ले जाना.
पैर के तलवों के दर्द से राहत पाने के लिए एक्सरसाइज
टखनों के दर्द से बचाव की एक्सरसाइजटखनों को मजबूत बनाए रखने और मूवमेंट सही रखने के साथ ही दर्द, मसल्स की स्टिफनेस से छुटकारा पाने के लिए अपने पैरों को दंडासन में बैठकर सीधा रखें और फिर इसे सर्कुलर मोशन में घुमाएं, लेकिन एड़ी को एक ही जगह पर रखें. पैर इस तरह से घुमाने हैं जैसे जीरो बन रहा हो. बारी-बारी से दोनों पैरों से ये प्रैक्टिस 5 से 7 बार करें. इससे आपको पिंडलियों के दर्द से भी राहत मिलती है.
टखनों के दर्द से राहत पाने के लिए पैर रोटेट करें
घुटनों और कूल्हों को मजबूत बनाने के साथ ही इन जगहों के बोन और मसल्स के पेन से छुटकारा पाना है तो पतंजलि के आचार्य द्वारा बताई गई ये सिंपल एक्सरसाइज करें. इसमें अपने राइट पैर को फोल्ड करके लेफ्ट पैर की थाई पर रखना है. इसके बाद अपना सीधा हाथ सपोर्ट के लिए घुटने पर रख लें और अपने घुटने को हाथों से उठाते हुए चेस्ट तक लेकर जाएं. दूसरी तरफ थाई पर रखे पैर को सपोर्ट के लिए पकड़कर रखें. यहां दिए गए फोटो में देखें.
घुटनों और कूल्हों के लिए एक्सरसाइज
गर्दन दर्द से बचाव के लिएपतंजलि के फाउंडर रामदेव की इस बुक में नेक पेन से राहत पाने के लिए भी लाइट एक्सरसाइज बताई गई है जो सिटिंग जॉब वालों को तो जरूर ही करनी चाहिए क्योंकि 8-9 घंटों तक लगातार बैठकर काम करने की वजह से गर्दन में दर्द होना बहुत कॉमन समस्या बन गयी है. इसमें आपको स्ट्रेट बैठने के बाद पहले गर्दन को आगे झुकाना है और फिर पीछे लेकर जाना है. इसके बाद दाएं और बाएं करें. इसी तरह से गर्दन को धीरे-धीरे रोटेट करें यानी आपको गर्दन को घुमाना है.
गर्दन के दर्द से राहत पाने के लिए क्या करें?
कंधों के दर्द से बचाव की एक्सरसाइजसिटिंग जॉब से लेकर कंधों पर भारी बैग लादकर चलने वालों को कंधों में दर्द की समस्या रहती है तो वहीं कुछ लोगों की मांसपेशियों में जकड़न की वजह से कंधे दर्द करने लगते हैं. आचार्य बालकृष्ण ने इसके लिए भी लाइट एक्सरसाइज बताई है. इसमें आपको अपने दोनों हाथों को कंधे पर रखना है, जिससे कोहनियां मुड़ जाएंगी और फिर हाथों (कोहनियां) को ऊपर की तरफ लेकर जाएं और रोटेट करें.
कंधों के लिए एक्सरसाइज
पतंजलि ब्रांड को शुरू करने का उद्देश्य योग और के जरिए लोगों को एक स्वस्थ जीवन देने के साथ ही स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा देने के साथ ही आयुर्वेद की अहमियत को लोगों तक पहुंचाना है.