पीएम अवास योजाना नए नियम – प्रधानमंत्री आवास योजना (PM Awas Yojana) का सपना अब और लोगों के लिए साकार हो पाएगा। सरकार ने इस योजना में कुछ बड़े और बेहद ज़रूरी बदलाव किए हैं, जिनका मकसद यही है कि जिन लोगों के पास अब तक खुद का घर नहीं है, उन्हें कम परेशानी में पक्का घर मिल सके। खासकर छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों में जहां पहले आवेदन की प्रक्रिया, परमिट मिलने में देरी और ज़मीन से जुड़ी तकनीकी दिक्कतें घर निर्माण में रुकावट बनती थीं, वहां अब काम और तेज़ और आसान होगा।
अगर आप या आपके परिवार में कोई इस योजना का लाभ लेना चाहता है तो ये पूरा आर्टिकल ज़रूर पढ़ें। इसमें बताया गया है कि नए नियम क्या हैं, कौन आवेदन कर सकता है और किन बदलावों से अब लोगों को सीधा फायदा मिलेगा।
अब तक प्रधानमंत्री आवास योजना के लिए सिर्फ ऑनलाइन आवेदन की सुविधा थी, जिससे गांव और छोटे शहरों के कई लोग आवेदन से वंचित रह जाते थे। लेकिन अब सरकार ने आवेदन प्रक्रिया को और सरल बना दिया है।
अब आप ऑनलाइन के साथ-साथ ऑफलाइन भी आवेदन कर सकते हैं। सरकार की तरफ से स्थानीय मोहल्लों और वार्डों में विशेष कैंप (शिविर) लगाए जाएंगे, जहां बिना इंटरनेट के भी लोग फॉर्म भर पाएंगे। यह सुविधा खास उन लोगों के लिए है जो तकनीकी रूप से कमजोर हैं या जिनके पास मोबाइल, कंप्यूटर या इंटरनेट नहीं है।
पहले क्या होता था? आवेदन तो हो जाता था लेकिन परमिट मिलने में हफ्तों-महीनों लग जाते थे। अब नहीं। सरकार ने आदेश दिए हैं कि अब तीन दिन के भीतर बिल्डिंग परमिट जारी करना होगा।
ये नियम छत्तीसगढ़ की सभी नगरपालिकाओं, नगर पंचायतों और नगर निगमों पर लागू होगा। इससे निर्माण कार्य में न तो देर होगी और न ही बार-बार दफ्तरों के चक्कर लगाने पड़ेंगे।
पहले प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ लेने के बाद भी लोगों को तरह-तरह के शुल्क भरने पड़ते थे – जैसे भवन निर्माण शुल्क, परमिट फीस, नक्शा पास करवाने की फीस वगैरह। लेकिन अब इन सभी शुल्कों को पूरी तरह माफ कर दिया गया है।
सरकार ने साफ किया है कि अब लाभार्थी को एक भी पैसा नहीं देना होगा, जिससे गरीब और निम्न आय वर्ग के परिवारों को सीधी राहत मिलेगी। यह फैसला उन हज़ारों परिवारों के लिए फायदेमंद होगा जो सिर्फ पैसों के कारण अपना घर नहीं बना पा रहे थे।
अब घर कहीं भी नहीं बनाया जा सकता। सरकार चाहती है कि एक बार जो घर बने, वह भविष्य में किसी परेशानी का कारण न बने। इसलिए ज़मीन चयन के कुछ नए नियम लागू किए गए हैं:
इससे यह सुनिश्चित किया जाएगा कि आवास योजना के घर सुरक्षित और टिकाऊ हों।
पहले अगर आपके नाम पर कोई बकाया टैक्स था तो बिल्डिंग परमिट नहीं मिलता था। अब यह बाधा भी हटा दी गई है। अब अगर आप पर कोई टैक्स बकाया है, तो भी आप घर बना सकते हैं।
हालांकि संबंधित विभाग बाद में टैक्स की वसूली कर सकता है, लेकिन इसके चलते आपके घर के निर्माण में कोई देरी नहीं होगी।
सरकार ने साफ कहा है कि यह योजना गरीब, निम्न-मध्यम वर्ग और बेघर परिवारों के लिए है। जिनके पास अभी तक पक्का मकान नहीं है या वे झोपड़ी जैसी हालत में रह रहे हैं, उन्हें प्राथमिकता दी जाएगी।
इसके अलावा:
प्रधानमंत्री आवास योजना में हुए ये बदलाव निश्चित रूप से ज़मीनी स्तर पर असर दिखाएंगे। सरकार ने जो कदम उठाए हैं, उससे आम आदमी को घर पाने का सपना जल्दी और कम खर्च में साकार होगा। अगर आप पात्र हैं तो इस योजना का लाभ उठाने में देर न करें।
आवेदन प्रक्रिया से जुड़ी और जानकारी पाने के लिए आप अपने स्थानीय नगर निगम कार्यालय, ब्लॉक ऑफिस या राज्य सरकार की आवास योजना की वेबसाइट पर जा सकते हैं।