पेट्रोल डीजल दर भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमतों पर हर व्यक्ति की नजर टिकी रहती है, क्योंकि इनकी कीमतें सीधे आम जनता की जेब पर असर डालती हैं. यही वजह है कि हर सुबह 6 बजे देश की प्रमुख ऑयल मार्केटिंग कंपनियां (OMCs) ताजा रेट जारी करती हैं, जो अंतरराष्ट्रीय कच्चे तेल की कीमतों और रुपये-डॉलर की विनिमय दर पर आधारित होते हैं.
मंगलवार, 25 जून को जारी ताजा रेट्स में कई शहरों में पेट्रोल-डीजल के दामों में बदलाव देखा गया, जबकि दिल्ली और मुंबई जैसे बड़े महानगरों में दाम स्थिर बने हुए हैं.
बीते 12 दिनों से ईरान और इजराइल के बीच जारी युद्ध अब समाप्त हो चुका है, जिसका असर अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल (क्रूड ऑयल) की कीमतों पर साफ देखने को मिला.
क्रूड की कीमत फिर से 70 डॉलर प्रति बैरल से नीचे आ गई है, इसके बावजूद भारत के कई शहरों में पेट्रोल और डीजल के दामों में बढ़ोतरी देखी गई, जिससे आम जनता के बीच चिंता बनी हुई है.
25 जून 2025 को देश के प्रमुख शहरों में पेट्रोल और डीजल के रेट कुछ इस प्रकार हैं:
शहर | पेट्रोल (₹/लीटर) | डीजल (₹/लीटर) |
---|---|---|
नई दिल्ली | 94.72 | 87.62 |
मुंबई | 104.21 | 92.15 |
कोलकाता | 103.94 | 90.76 |
चेन्नई | 100.75 | 92.34 |
अहमदाबाद | 94.49 | 90.17 |
बेंगलुरु | 102.92 | 89.02 |
हैदराबाद | 107.46 | 95.70 |
जयपुर | 104.72 | 90.21 |
लखनऊ | 94.69 | 87.80 |
पुणे | 104.04 | 90.57 |
चंडीगढ़ | 94.30 | 82.45 |
इंदौर | 106.48 | 91.88 |
पटना | 105.58 | 93.80 |
सूरत | 95.00 | 89.00 |
नशिक नासिक नासिक नासिक नासिक | 95.50 | 89.50 |
मई 2022 के बाद से देशभर में पेट्रोल और डीजल के दामों में कोई बड़ा बदलाव नहीं हुआ है. इसके पीछे मुख्य वजह है केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा टैक्स में की गई कटौती, जिसने रेट्स को स्थिर बनाए रखा.
हालांकि ऑयल कंपनियां रोजाना नई कीमतें अपडेट करती हैं, लेकिन टैक्स स्ट्रक्चर और सरकारी नियंत्रण के चलते इन रेट्स में बड़ा उतार-चढ़ाव नहीं आता.
पेट्रोल-डीजल की कीमतों का सीधा संबंध अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के रेट से होता है. अगर क्रूड महंगा हुआ, तो भारत में दाम बढ़ते हैं.
भारत अपने तेल का बड़ा हिस्सा आयात करता है. ऐसे में अगर डॉलर के मुकाबले रुपया कमजोर होता है, तो आयात महंगा पड़ता है, जिससे तेल की कीमतें बढ़ती हैं.
पेट्रोल और डीजल पर केंद्र और राज्य सरकारें भारी टैक्स वसूलती हैं. यही कारण है कि एक ही देश में अलग-अलग राज्यों में तेल की कीमतों में फर्क नजर आता है.
कच्चे तेल को पेट्रोल और डीजल में बदलने की प्रक्रिया में रिफाइनिंग खर्च होता है. यह लागत भी तेल की कीमत तय करने में भूमिका निभाती है.
जैसे-जैसे लोगों की मांग बढ़ती है, कंपनियां आपूर्ति के अनुसार कीमतों में हल्का-फुल्का बदलाव कर देती हैं. त्योहारी सीजन या यात्रा के महीनों में यह अधिक देखने को मिलता है.
अब पेट्रोल-डीजल के ताजा रेट जानने के लिए पेट्रोल पंप जाने की जरूरत नहीं. आप SMS के जरिए तुरंत अपने शहर का रेट जान सकते हैं.
पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बदलाव का असर सिर्फ गाड़ियों तक सीमित नहीं रहता, बल्कि इससे ट्रांसपोर्ट, सामान की कीमत, घरेलू बजट और महंगाई दर पर भी असर पड़ता है.
हर दिन का रेट जानना अब सिर्फ जानकारी नहीं, बल्कि जरूरत बन चुका है, ताकि आप अपनी यात्रा और खर्च की योजना सही ढंग से बना सकें.