वाहन चालान: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन सबसे अधिक हरियाणा और उत्तर प्रदेश के वाहनों द्वारा किया जा रहा है. दिल्ली ट्रैफिक पुलिस द्वारा जारी किए गए आधिकारिक आंकड़े इस बात की पुष्टि करते हैं कि दिल्ली की सड़कों पर बाहरी राज्यों के वाहन नियमों को तोड़ने में सबसे आगे हैं.
दिल्ली पुलिस के अनुसार, 1 जनवरी से 8 जून 2025 के बीच ट्रैफिक नियम तोड़ने वाले कुल वाहनों में से 36.61% वाहन हरियाणा और यूपी के थे.
1 जनवरी से 8 जून के बीच कुल 13,38,057 ट्रैफिक चालान किए गए.
इनमें सबसे ज्यादा यानी 77.93% चालान दिल्ली नंबर के वाहनों के थे, जो कि 12,31,717 चालान का आंकड़ा है.
सड़क पर तत्काल चालान (On-Spot Challan) की बात करें तो भी हरियाणा के वाहन चालकों की हिस्सेदारी 9.80% और यूपी के वाहन चालकों की 8.87% रही.
यह दर्शाता है कि इन राज्यों के वाहन चालकों द्वारा नियमों की अनदेखी लगातार हो रही है, और उन्हें मौके पर ही दंडित किया जा रहा है.
अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (ट्रैफिक) सत्यबीर कटारा के मुताबिक, 1 जनवरी से 8 जून 2025 तक करीब 57.86% वाहन चालक ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन में पकड़े गए हैं.
यह आंकड़ा इस बात की ओर इशारा करता है कि दिल्ली में ट्रैफिक अनुशासन की स्थिति चिंताजनक बनी हुई है, खासकर जब बाहरी राज्यों के वाहन इसमें प्रमुख भूमिका निभा रहे हों.
विशेषज्ञों के अनुसार, दिल्ली में बाहर से आने वाले वाहनों द्वारा नियम तोड़ने के प्रमुख कारण हैं:
दिल्ली पुलिस ने अब सड़कों पर कैमरा-आधारित ऑटोमेटिक चालान सिस्टम को और मजबूत किया है. इसके अलावा, स्ट्रेटजिक पॉइंट्स पर ट्रैफिक पेट्रोलिंग और चेकिंग को बढ़ाया गया है.
हरियाणा और यूपी के वाहन चालकों को विशेष निगरानी में रखा जा रहा है ताकि दोहराए जाने वाले उल्लंघनों को रोका जा सके.
दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने वाहन चालकों से अपील की है कि वे सड़क सुरक्षा नियमों का पालन करें, चाहे वे दिल्ली के निवासी हों या बाहरी राज्य से आ रहे हों.
ट्रैफिक नियमों के पालन से न केवल चालान से बचा जा सकता है, बल्कि सड़क दुर्घटनाओं में भी भारी कमी लाई जा सकती है.