अप वेदर अलर्ट: उत्तर प्रदेश में मानसून पूरी तरह से सक्रिय हो गया है और बीते कुछ दिनों से हो रही लगातार बारिश के चलते मौसम का मिजाज पूरी तरह बदल चुका है. प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में ठंडी हवाएं और बादलों की गड़गड़ाहट के साथ तेज बारिश दर्ज की जा रही है, जिससे तापमान में हल्की गिरावट आई है. लेकिन साथ ही लोगों को आंधी-तूफान, गरज-चमक और बिजली गिरने जैसे खतरों का भी सामना करना पड़ रहा है.
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने 25 जून को पश्चिमी और पूर्वी उत्तर प्रदेश के कई जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है. विभाग के अनुसार, पश्चिमी उत्तर प्रदेश में सहारनपुर, बिजनौर, मुरादाबाद, रामपुर और इनके आसपास के क्षेत्रों में भारी बारिश की संभावना है.
वहीं शामली, मुजफ्फरनगर, बागपत, मेरठ, अमरोहा, बरेली, पीलीभीत, झांसी, जालौन और ललितपुर जिलों में भी तेज बारिश और गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ने की संभावना जताई गई है.
पूर्वी यूपी के बस्ती, कुशीनगर, सीतापुर, महाराजगंज, सिद्धार्थनगर, गोंडा, बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच, लखीमपुर खीरी, हरदोई, फर्रुखाबाद, कन्नौज, कानपुर नगर और कानपुर देहात जिलों में बादलों की गर्जना और बिजली गिरने की आशंका जताई गई है.
इसके अलावा, आजमगढ़, मऊ, बलिया, देवरिया, गोरखपुर, संतकबीर नगर, उन्नाव, लखनऊ, बाराबंकी, रायबरेली, बांदा, चित्रकूट, कौशांबी, प्रयागराज, फतेहपुर, प्रतापगढ़ और सोनभद्र जिलों में भी मौसम विभाग ने मौसम खराब रहने और गरज के साथ बारिश की संभावना जताई है.
मिर्जापुर, चंदौली, वाराणसी, संत रविदास नगर, जौनपुर, गाजीपुर, अमेठी, अयोध्या, सुल्तानपुर और अंबेडकर नगर सहित पश्चिमी यूपी के गाजियाबाद, हापुड़, गौतम बुद्ध नगर, शाहजहांपुर, बुलंदशहर, अलीगढ़, मथुरा, हाथरस और कासगंज में भी गरज-चमक के साथ बारिश हो सकती है.
वहीं एटा, आगरा, फिरोजाबाद, मैनपुरी, इटावा, औरैया, संभल, बदायूं, हमीरपुर, महोबा और इनसे सटे क्षेत्रों में भी बिजली गिरने और बारिश के आसार बने हुए हैं.
मौसम विभाग ने बताया है कि अगले पांच दिनों तक तापमान में किसी बड़े बदलाव की संभावना नहीं है. अधिकतम और न्यूनतम तापमान सामान्य के आसपास ही रहने की संभावना है. हालांकि 26 जून को भी पश्चिमी यूपी और पूर्वी यूपी में बारिश का सिलसिला जारी रह सकता है.
मौसम विभाग ने प्रदेशवासियों को खराब मौसम में सतर्क रहने की सलाह दी है. खासतौर पर बिजली गिरने की आशंका वाले जिलों में लोगों को खुले में जाने से बचने को कहा गया है.
किसानों को सलाह दी गई है कि वे खेतों में काम करने से पहले मौसम का पूर्वानुमान अवश्य जांच लें, ताकि किसी भी आपात स्थिति से बचा जा सके.
साथ ही आम जनता को भी यह सलाह दी गई है कि मौसम विभाग के अलर्ट पर ध्यान दें, और यदि आवश्यक न हो तो घर से बाहर न निकलें.