पिछले 24 घंटे का हाल
पिछले 24 घंटों में बिहार के गया और बक्सर जिलों के कुछ स्थानों पर भारी बारिश दर्ज की गई, जबकि अन्य कई जिलों में हल्की से मध्यम बारिश देखी गई. इमामगंज में सबसे अधिक 108.4 मिमी, चौंसा में 78.2 मिमी, हायाघाट में 45 मिमी, और खुसरुपुर में 42.4 मिमी वर्षा दर्ज की गई. इस दौरान राज्य का अधिकतम तापमान 29.8°C से 36.8°C और न्यूनतम तापमान 25.6°C से 30.1°C के बीच रहा.
आज यानी 26 जून का मौसम
आज यानी 26 जून को बिहार के उत्तर-पूर्वी जिलों जैसे किशनगंज, अररिया, सुपौल, पूर्णिया, कटिहार, सहरसा, मधेपुरा में कुछ स्थानों पर गरज-चमक और बिजली गिरने की संभावना है. इन जिलों में 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं भी चल सकती हैं, जिससे आम जनजीवन पर असर पड़ सकता है.
अगले दो दिन का पूर्वानुमान
27 जून को उत्तर-पश्चिम और दक्षिण बिहार के कुछ जिलों में 40-50 किमी/घंटा की तेज हवाएं, गरज-चमक और बिजली गिरने की संभावना है. उत्तर-मध्य और उत्तर-पूर्व बिहार के एक-दो स्थानों पर भी तेज बारिश के साथ आंधी हो सकती है. भारी बारिश की संभावना पश्चिम चंपारण, किशनगंज, बांका, कटिहार, गया और नवादा जिलों में है.
मानसून की स्थिति – कहां तक पहुंचा?
मानसून की उत्तरी सीमा राजस्थान, दिल्ली, उत्तर प्रदेश होते हुए जम्मू-कश्मीर तक पहुंच चुकी है. बिहार में बंगाल की खाड़ी से आ रही नमी और पूर्वी भारत के ऊपर बने चक्रवातीय परिसंचरण के कारण मानसून पूरी तरह से सक्रिय हो गया है. आने वाले दिनों में राज्य के लगभग सभी भागों में बारिश की गतिविधियां तेज बनी रहने की संभावना है.
मौसम विभाग की चेतावनी
मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि राज्य के विभिन्न जिलों में हो रही तेज बारिश और आंधी-तूफान के कारण जान-माल और पशुओं को नुकसान पहुंचने की आशंका है. नदियों के किनारे बसे इलाकों में जलस्तर में वृद्धि के चलते बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो सकती है, जिससे स्थानीय निवासियों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है. वहीं शहरी क्षेत्रों के निचले इलाकों में जलभराव और ट्रैफिक जाम की स्थिति बनने की संभावना है.
तेज हवाओं की वजह से झुग्गियों, कच्चे मकानों और अस्थायी ढांचों को नुकसान हो सकता है. किसानों को सुझाव दिया गया है कि वे बारिश के समय अपनी फसलों की सुरक्षा करें और कीटनाशकों या उर्वरकों के छिड़काव से बचें. आम लोगों को सलाह दी गई है कि वे बिजली के खंभों और पेड़ों के नीचे खड़े होने से बचें और सुरक्षित पक्के स्थानों में शरण लें.