भारत-नेपाल सीमा पर मानव तस्करी के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान को रविवार को एक बड़ी सफलता मिली है। सशस्त्र सीमा बल (SSB) की 48वीं वाहिनी के जवानों ने जयनगर के बलदिया चेक पोस्ट पर मानव तस्करी के एक प्रयास को साहस और सतर्कता से विफल कर दिया। यह कार्रवाई अंतरराष्ट्रीय सीमा स्तंभ संख्या 270/13 से लगभग 30 मीटर भारत की ओर की गई।
क्या है पूरा मामला?रविवार शाम को बलदिया चेक पोस्ट पर तैनात SSB के जवानों को गुप्त सूचना मिली थी कि मानव तस्करी की कोशिश की जा सकती है। जवानों ने तत्काल सतर्कता बढ़ा दी और चेकिंग अभियान तेज कर दिया। इसी दौरान कुछ संदिग्ध व्यक्तियों के साथ कुछ कम उम्र की लड़कियों को सीमा पार ले जाने की कोशिश की जा रही थी।
SSB जवानों ने तुरंत कार्रवाई करते हुए मानव तस्करों को पकड़ लिया और उनके साथ मौजूद लड़कियों को सुरक्षित बरामद किया। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि लड़कियों को शोषण की नीयत से नेपाल ले जाया जा रहा था।
मानव तस्करी रोकने में SSB की भूमिकाभारत-नेपाल सीमा खुली सीमा है, जिसका फायदा उठाकर मानव तस्कर लगातार सक्रिय रहते हैं। लेकिन SSB की चौकसी के चलते इनकी गतिविधियों पर लगातार अंकुश लगाया जा रहा है। 48वीं वाहिनी के जवानों ने हाल के महीनों में कई बार ऐसे प्रयासों को विफल किया है और मानव तस्करी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की है।
बचाई गई लड़कियों की काउंसलिंग शुरूSSB द्वारा बचाई गई लड़कियों को स्थानीय प्रशासन के हवाले कर दिया गया है। अब चाइल्ड वेलफेयर कमेटी (CWC) के सहयोग से उनकी काउंसलिंग करवाई जा रही है और उनके परिवारों से संपर्क किया जा रहा है। अधिकारियों ने बताया कि सभी लड़कियां नाबालिग प्रतीत हो रही हैं और उन्हें तस्करी के लिए बहला-फुसलाकर लाया गया था।
आगे की कार्रवाईSSB ने पकड़े गए तस्करों को स्थानीय पुलिस के हवाले कर दिया है। उन पर मानव तस्करी, बाल संरक्षण अधिनियम और अन्य संबंधित धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। पुलिस अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इस नेटवर्क में और कौन-कौन शामिल है। संभावना जताई जा रही है कि यह एक संगठित गिरोह हो सकता है।