पूरे देश में पहुंचा मानसून: चार जुलाई तक उत्तर से पूर्वोत्तर तक जमकर बरसेंगे मेघ; केरल-ओडिशा में भारी बारिश
Samira Vishwas June 29, 2025 04:03 PM

दिल्ली एनसीआर सहित देश के बाकी हिस्सों में मानसून पहुंच चुका है और हिमाचल से लेकर केरल और उत्तराखंड से लेकर उत्तर प्रदेश तक झमाझम बरसात हो रही है। 4 जुलाई तक उत्तर-पश्चिम, मध्य, पूर्व और पूर्वोत्तर भारत तक भारी बारिश जारी रहने की संभावना है। शनिवार को दोपहर बाद जमकर बारिश हुई और दिल्ली समेत पूरा एनसीआर तरबतर हो गया। इससे लोगों को उमसभरी गर्मी से राहत तो मिली, लेकिन जगह-जगह जलभराव से मुश्किलों का सामना भी करना पड़ा।

अभी जारी रहेगी मूसलाधार बारिश
आईएमडी ने बताया कि बीते दिन उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, पश्चिम राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड, पश्चिम बंगाल के अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश हुई। अंडमान निकोबार द्वीप समूह, तटीय कर्नाटक, सौराष्ट्र और कच्छ, कोंकण, मध्य महाराष्ट्र और नगालैंड समेत पूर्वोत्तर भारत के कई राज्यों में भी तेज हवाओं के साथ जमकर बौछारें पड़ीं।

आईएमडी ने 4 जुलाई तक हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में भारी बारिश की संभावना जताई है। इस दौरान, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, राजस्थान के कुछ हिस्सों में भी बारिश होगी। ओडिशा, कर्नाटक, केरल और पूर्वोत्तर के राज्यों में भी अत्यधिक बारिश की संभावना है। तमिलनाडु, केरल, और तटीय कर्नाटक में 40-50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं भी चल सकती हैं।

केरल में ऑरेंज अलर्ट की बीच भारी बारिश
केरल में लगातार बारिश हो रही है। शनिवार को भी पांच जिलों- पथानामथिट्टा, कोट्टायम, इडुक्की, मलप्पुरम और वायनाड में जमकर बारिश हुई, जिसके लिए आईएमडी ने पहले ही ऑरेंज अलर्ट जारी किया था। पिछले कुछ दिनों में राज्य में हुई बारिश के कारण विभिन्न नदियों का जलस्तर बढ़ गया है, जिससे निचले इलाकों में बाढ़ आ गई है और सैकड़ों लोग अपने घरों से विस्थापित हो गए हैं।

ओडिशा में रात से ही बारिश जारी
ओडिशा में रात से ही लगातार बारिश जारी है। आलम यह है कि मयूरभंज में लगातार भारी बारिश के बाद जगह-जगह जलभराव की समस्या पैदा हो गई है।
दिल्ली में आज से बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग के अनुसार रविवार को राजधानी दिल्ली में बादल छाए रह सकते हैं। हल्की से मध्यम बारिश के अलावा बिजली चमकने के साथ 30-40 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से तेज हवाएं चल सकती हैं। इस दौरान दिल्ली का अधिकतम तापमान 34 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की उम्मीद है। मौसम विभाग ने रविवार के लिए भी यलो अलर्ट जारी किया है। साथ ही उम्मीद जताई है कि दो जुलाई तक दिल्ली में बारिश हो सकती है।

पहाड़ी राज्यों में लोग हलकान
बारिश से जहां दिल्ली-एनसीआर वालों के चेहरे खिल गए, वहीं देश के अन्य हिस्सों में लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ा। उत्तराखंड में बारिश के कारण जगह-जगह भूस्खलन हुआ और चारधाम यात्रा बाधित हुई। चमोली जिले में नंदप्रयाग और भनेरपाणी के पास भूस्खलन के कारण बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग को बंद करना पड़ा। राजमार्ग पर्थाडीप, क्षेत्रपाल और भनेरपाणी में करीब सात घंटे तक बंद रहा और लगभग 3,000 श्रद्धालु फंसे रहे। जिला प्रशासन राजमार्ग को खोलने में जुटा है। गंगोत्री हाईवे करीब आठ घंटे और यमुनोत्री हाईवे पांच घंटे बंद रहा। दो दिन से बंद केदारनाथ यात्रा बहाल कर दी गई है।

दिल्ली वालों को मिली राहत
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने दिल्ली-एनसीआर में भारी बारिश और आंधी-तूफान को लेकर पहले ही ऑरेंज अलर्ट जारी किया था। दोपहर तक लोग उमसभरी गर्मी से परेशान होते रहे, लेकिन उसके बाद अचानक मौसम बदला और आसमान में काली घटाएं छा गईं और दिन में ही रात जैसा अंधेरा हो गया। कुछ क्षेत्रों में तेज हवाएं भी चलीं और उसके बाद घनघोर बारिश शुरू हो गई। आसमान से पड़ती बौछारें लगभग दो घंटे तक दिल्ली-एनसीआर को सराबोर करती रहीं। लोगों ने भी सड़कों पर उतरकर मानसून की पहली बारिश का खुले दिल से स्वागत किया।

अलकनंदा में लापता लोगों की तलाश
रुद्रप्रयाग में अलकनंदा नदी में लापता लोगों की तलाश जारी है। भारी बारिश के बीच बृहस्पतिवार को एक वाहन के सड़क से फिसलकर नदी में गिर जाने से 12 लोग लापता हो गए थे, जिनमें से अब तक चार लोगों के शव बरामद कर लिए गए हैं। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और पुलिस की टीमें शेष लोगों की तलाश में जुटी हैं।

हिमाचल के सैंज में एक का शव मिला
हिमाचल प्रदेश में धर्मशाला और कुल्लू जिले में बुधवार को भारी बारिश और बादल फटने से अचानक आई बाढ़ में मरने वालों की संख्या 7 हो गई है। सैंज घाटी में पहाड़ी नाले में बहे तीन लोगों में से एक का शव शनिवार को बरामद कर लिया गया है। यह एक छोटी बच्ची और इसके पिता और बुआ का अभी तक कुछ पता नहीं चल सका है। धर्मशाला जिले में मनूणी खड्डे क्षेत्र में एक बिजली परियोजना पर काम करने वाले आठ लोग नदी में बह गए थे, जिनमें से छह लोगों के शव मिल गए हैं, जबकि दो की तलाश अभी जारी है। राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने बताया एक हफ्ते में मानसूनी बारिश और उससे जुड़ी अन्य घटनाओं में 17 लोगों की जान गई है और 300 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। राज्य में शनिवार को भी शिमला समेत कई जिलों में भारी बारिश हुई और 38 सड़कें, 22 बिजली ट्रांसफार्मर और छह पेयजल योजनाएं ठप रहीं।

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