कपड़ा बाजार की छुट्टी: अमृतसर की प्रमुख थोक कपड़ा मंडियों में 30 जून से 3 जुलाई 2025 तक चार दिन का अवकाश घोषित किया गया है. यह निर्णय शहर के व्यापारियों की एक संयुक्त बैठक में लिया गया, जिसमें थोक बाजारों के सभी प्रमुख प्रतिनिधि मौजूद रहे. 4 जुलाई से सभी मार्किटें दोबारा अपने निर्धारित समय पर खुलेंगी. बैठक में हुआ सामूहिक निर्णय, गर्मी से राहत के लिए व्यापारिक अवकाश
यह निर्णय अमृतसर पीस गुड्स एसोसिएशन के कार्यालय में आयोजित एक विशेष बैठक में लिया गया. बैठक की अध्यक्षता एसोसिएशन के प्रधान ओ.पी. बुलानी ने की, जबकि महासचिव रामपाल मेहरा ने अवकाश की औपचारिक घोषणा की.
इस बैठक में गुरु बाजार, प्रताप बाजार, गोईनका मार्किट, पुरानी मार्किट, राजा मार्किट और कटरा आलूवालिया जैसे प्रमुख थोक बाजारों के पदाधिकारी शामिल हुए.
सभी प्रतिनिधियों ने गर्मी के मौसम और लगातार काम के दबाव को देखते हुए छुट्टी का फैसला किया. महासचिव रामपाल मेहरा ने बताया कि व्यापारियों और उनके कर्मचारियों को कुछ दिन का विश्राम और पारिवारिक समय देने के उद्देश्य से यह चार दिवसीय बंदी तय की गई है.
यह निर्णय स्वैच्छिक लेकिन सामूहिक सहमति से लिया गया है, ताकि पूरे थोक व्यापार को एक समान अवकाश मिल सके.
हालांकि यह अवकाश मुख्य रूप से थोक व्यापारियों के लिए लागू होगा, लेकिन इसका प्रभाव स्थानीय खुदरा कारोबार और ग्राहकों पर भी देखा जा सकता है.
जिन दुकानों की सप्लाई थोक बाजारों से होती है, उन्हें इस दौरान माल नहीं मिल पाएगा, जिससे कुछ ग्राहकों को असुविधा का सामना करना पड़ सकता है.
स्थानीय ग्राहक और आस-पास के व्यापारी, जो अमृतसर की थोक मंडियों से माल खरीदते हैं, उन्हें 30 जून से 3 जुलाई तक की छुट्टी को ध्यान में रखते हुए अपनी खरीदारी की योजना पहले ही बना लेनी चाहिए.
इस अवधि में किसी भी प्रकार की व्यापारिक गतिविधियां इन बाजारों में नहीं होंगी.
इस अवकाश का असर विशेष रूप से अमृतसर के प्रमुख थोक बाजारों में देखने को मिलेगा, जिनमें शामिल हैं:
इन सभी जगहों पर व्यापार पूरी तरह ठप रहेगा और 4 जुलाई से पुनः सामान्य संचालन शुरू होगा.
इस प्रकार का सामूहिक निर्णय यह दर्शाता है कि व्यापारिक संगठनों ने न केवल व्यावसायिक हित बल्कि मानवीय पक्ष को भी महत्व दिया है.
गर्मियों की तीव्रता और स्वास्थ्य की दृष्टि से यह फैसला एक जिम्मेदार और सामूहिक रूप से सहमत निर्णय है, जिससे व्यापारियों और कर्मचारियों को मानसिक और शारीरिक राहत मिलेगी.