रेलवे टिकट नियम – अगर आपने कभी RAC टिकट पर ट्रेन से सफर किया है, तो आप उस परेशानी को अच्छे से जानते होंगे जिसमें एक सीट पर दो यात्रियों को एडजस्ट करना पड़ता है। ऊपर से अगर सफर लंबा हो और आपको बेडरोल भी शेयर करना पड़े, तो नींद और आराम की तो बात ही छोड़िए! लेकिन अब आपके लिए एक शानदार अपडेट है। भारतीय रेलवे ने RAC यात्रियों के लिए एक बड़ी राहत का ऐलान किया है – अब हर RAC यात्री को मिलेगा अपना अलग और पूरा बेडरोल सेट। यानी अब सफर होगा आरामदायक, नींद होगी चैन की, और बहस-झगड़े होंगे बंद!
RAC यानी Reservation Against Cancellation टिकट के तहत यात्रियों को कंफर्म बर्थ नहीं मिलती थी, बल्कि एक सीट पर बैठने की जगह मिलती थी, जिसे दो यात्री शेयर करते थे। आमतौर पर रात में सोने के समय इस व्यवस्था में काफी असुविधा होती थी।
और बात जब बेडरोल की होती थी, तो बस एक सेट दो लोगों को शेयर करना पड़ता था – एक ही चादर, एक ही तकिया और ब्लैंकेट। सोचिए, गर्मी में ये झंझट और सर्दी में ठिठुरन! ऊपर से स्वच्छता को लेकर भी सवाल उठते थे।
अब रेलवे ने फैसला लिया है कि AC कोचों में सफर करने वाले हर RAC यात्री को एक अलग-पैक बेडरोल किट दी जाएगी। इसमें होंगे:
इस किट को पैक बंद तरीके से दिया जाएगा ताकि स्वच्छता और हाइजीन बनी रहे।
हर RAC यात्री को उसका अपना बेडरोल सेट मिलेगा, जिससे झगड़े और असुविधा खत्म।
लंबी यात्रा में अब आप बेहतर तरीके से सो पाएंगे, क्योंकि आपके पास होगा खुद का ब्लैंकेट और तकिया।
अब RAC यात्रियों को भी वही सुविधाएं मिलेंगी जो कंफर्म टिकट वालों को मिलती हैं। यानी सुविधाओं में अब कोई असमानता नहीं।
रेलवे हर बेडरोल को पैक करके देगा जिससे स्वच्छता और हाइजीन के मानक बेहतर होंगे।
भारतीय रेलवे हर दिन लाखों यात्रियों को सफर कराता है, जिसमें से बड़ी संख्या में लोग RAC टिकट लेकर चलते हैं। अब जब ट्रेनें आधुनिक हो रही हैं – वंदे भारत, तेजस, और नवनिर्मित कोच – तो यात्रियों की सुविधा भी उसी स्तर की होनी चाहिए। यही सोचकर रेलवे ने RAC यात्रियों के अनुभव को अपग्रेड करने का कदम उठाया है।
यही नहीं, सरकार ने हाल ही में IRCTC (Indian Railway Catering & Tourism Corporation) और IRFC (Indian Railway Finance Corporation) को ‘नवरत्न’ का दर्जा दे दिया है। इसका मतलब है कि अब ये कंपनियां और अधिक फंडिंग और फैसले लेने में सक्षम होंगी। इससे रेलवे की सर्विस क्वालिटी और ढांचा और मजबूत होगा।
भारत में रेलवे सिर्फ एक सफर का साधन नहीं बल्कि करोड़ों लोगों की लाइफलाइन है। इसलिए जम्मू-कश्मीर में बना दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे ब्रिज हो या वंदे भारत जैसी हाई स्पीड ट्रेन, रेलवे हर कदम पर खुद को आधुनिक बना रहा है। RAC जैसी छोटी दिखने वाली समस्याओं को भी रेलवे अब गंभीरता से ले रहा है।
अगर आप RAC टिकट लेकर AC कोच में यात्रा कर रहे हैं तो:
भारतीय रेलवे अब सभी यात्रियों को समान स्तर की सेवा देना चाहता है, चाहे वो कंफर्म हो या RAC। यह बदलाव इसी दिशा में एक बड़ा कदम है। पहले जहां RAC यात्री खुद को “कम सुविधा वाला यात्री” समझते थे, अब उन्हें भी सम्मान और आराम दोनों मिलेगा।
अगर आपने कभी ट्रेन में RAC टिकट पर सफर किया है, तो आप जानते हैं कि वो कितना परेशान करने वाला हो सकता है। लेकिन अब नहीं! भारतीय रेलवे की इस नई पहल से लाखों यात्रियों को फायदा मिलेगा। अब सफर सिर्फ मंज़िल तक पहुंचने का जरिया नहीं रहेगा, बल्कि आरामदायक और सुखद अनुभव बनेगा।
इस कदम से रेलवे ने साबित किया है कि वह यात्रियों की ज़रूरतों को समझता है और उन्हें बेहतर सुविधाएं देने के लिए लगातार प्रयास कर रहा है। RAC यात्री अब “समझौता” नहीं करेंगे – अब मिलेगा पूरा सम्मान और सुविधा, वो भी बिना किसी झंझट के।