मौसम अद्यतन: जुलाई का महीना शुरू होते ही देश के मौसम ने अचानक करवट ले ली है। लंबे समय से भीषण गर्मी और उमस का सामना कर रहे लोगों के लिए Weather Update अब राहत की खबर लेकर आया है। उत्तर भारत से लेकर मध्य भारत तक मॉनसून ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है। बादलों की गड़गड़ाहट, ठंडी हवाएं और हल्की से लेकर भारी बारिश ने मौसम को न सिर्फ सुहावना बनाया है, बल्कि तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई है।
देश के कई हिस्सों में मौसम विभाग ने बारिश को लेकर अलर्ट जारी किया है। कुछ जगहों पर जहां यह बारिश खेती के लिए वरदान साबित हो रही है, वहीं पहाड़ी क्षेत्रों में यह भूस्खलन जैसी घटनाओं को जन्म दे रही है।
राज्य/क्षेत्र | मौसम की स्थिति | चेतावनी/अलर्ट | अधिकतम तापमान | न्यूनतम तापमान |
दिल्ली-NCR | हल्की बारिश, बादलों का डेरा | कोई बड़ा अलर्ट नहीं | 35 डिग्री सेल्सियस | 29 ° C |
मध्य प्रदेश | रुक-रुक कर तेज़ बारिश | 27 जिलों में येलो/ऑरेंज अलर्ट | 31°C (औसतन) | 15.4°C (पचमढ़ी) |
उत्तराखंड | भारी बारिश, लैंडस्लाइड की घटनाएं | येलो अलर्ट, तीर्थयात्रियों को चेतावनी | 28 ° C | 20 ° C |
हरियाणा | तेज़ बारिश, बिजली गिरने की संभावना | 17 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट | 34 डिग्री सेल्सियस | 27 ° C |
राजस्थान | सामान्य से 128% अधिक बारिश | अगले 3 दिन भारी बारिश की संभावना | 33 ° C | 25 डिग्री सेल्सियस |
राजधानी दिल्ली और आस-पास के क्षेत्रों में हल्की बारिश ने मौसम को सुहाना बना दिया है। सुबह से ही बादल छाए हुए हैं और कहीं-कहीं हल्की बूंदाबांदी देखने को मिल रही है। तापमान में गिरावट आई है और वायु गुणवत्ता (AQI) भी अब संतोषजनक श्रेणी में पहुँच चुकी है। भीषण गर्मी और उमस से परेशान लोगों को राहत मिली है और अब लोग खुलकर बाहर निकलने लगे हैं। आने वाले 2–3 दिन इसी तरह के मौसम के बने रहने की संभावना जताई गई है।
मध्य प्रदेश के कई जिलों में तेज़ बारिश हो रही है। भोपाल, इंदौर, उज्जैन और जबलपुर जैसे शहरों में लगातार बारिश से मौसम ठंडा हो गया है। पचमढ़ी में तापमान गिरकर 15.4 डिग्री तक पहुँच चुका है। मौसम विभाग ने 27 जिलों में येलो और ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। बारिश के कारण खेतों में नमी बढ़ी है, जिससे बुआई का काम समय पर शुरू हो पाया है। हालाँकि, कुछ निचले इलाकों में जलभराव की स्थिति भी देखने को मिल रही है।
उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में बारिश जहां राहत लेकर आई है, वहीं यह खतरे की भी घंटी है। देहरादून, नैनीताल, टिहरी और बागेश्वर जैसे जिलों में भारी बारिश हो रही है। रुद्रप्रयाग और यमुनोत्री मार्ग पर लैंडस्लाइड के चलते आवाजाही प्रभावित हुई है। मौसम विभाग ने तीर्थयात्रियों को अत्यधिक सतर्क रहने की सलाह दी है और अनावश्यक यात्रा से बचने को कहा गया है।
हरियाणा के करनाल, अंबाला, यमुनानगर, पानीपत और सोनीपत जैसे जिलों में जोरदार बारिश हो रही है। “Weather Update” के अनुसार, 17 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। तापमान में लगभग 3 डिग्री की गिरावट आई है। खेतों में पर्याप्त नमी होने के कारण धान की खेती के लिए उपयुक्त स्थिति बन गई है। हालांकि, बिजली गिरने और तेज हवाओं की संभावना को देखते हुए लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है।
राजस्थान में इस बार मानसून ने उम्मीदों से कहीं ज्यादा अच्छा प्रदर्शन किया है। राज्य में अब तक सामान्य से 128% ज्यादा बारिश हो चुकी है। जयपुर, कोटा, अजमेर, अलवर और भरतपुर जैसे जिलों में भारी बारिश जारी है। चुरू में 24 घंटे में 85.1 मिमी वर्षा दर्ज की गई है। 90 से अधिक बांध भर चुके हैं जिससे राज्य के जलसंकट वाले क्षेत्रों को बड़ी राहत मिली है। किसानों को खरीफ फसलों की बुआई में अब कोई दिक्कत नहीं होगी।
मौसम अद्यतन यह साफ दर्शा रहा है कि देश के अधिकांश हिस्सों में बारिश ने गर्मी और सूखे से राहत दिलाई है। दिल्ली-NCR, हरियाणा, मध्य प्रदेश और राजस्थान में जहां यह बारिश सुखद और उपयोगी साबित हो रही है, वहीं उत्तराखंड जैसे पहाड़ी इलाकों में यह खतरे का कारण बन गई है। मौसम विभाग द्वारा जारी अलर्ट को नजरअंदाज न करें और सुरक्षित रहें। आने वाले दिनों में भी यह बारिश खेती, जल संचयन और मौसम के लिहाज़ से बेहद महत्वपूर्ण साबित हो सकती है।