सोने की चांदी की दर – अगर आप भी उन लोगों में से हैं जो हर महीने सर्राफा बाजार की चाल पर नजर रखते हैं या फिर सोने में निवेश करने की सोच रहे हैं, तो यह खबर आपके लिए काम की है। जुलाई महीने की शुरुआत इस बार निवेशकों और आम ग्राहकों के लिए राहत लेकर आई है। 3 जुलाई 2025 की सुबह बाजार खुलते ही सोने-चांदी की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई है। यह गिरावट न सिर्फ बड़े निवेशकों को आकर्षित कर रही है, बल्कि उन ग्राहकों के लिए भी राहत की बात है जो शादी-ब्याह या त्योहारों के लिए सोने की खरीदारी की प्लानिंग कर रहे थे।
3 जुलाई की सुबह वाराणसी समेत कई प्रमुख शहरों में सोने की कीमतों में गिरावट देखने को मिली। 24 कैरेट सोना जो कि सबसे शुद्ध माना जाता है, उसमें ₹160 प्रति 10 ग्राम की गिरावट आई और इसका दाम ₹97,410 प्रति 10 ग्राम दर्ज किया गया। इससे एक दिन पहले, यानी 30 जून को इसका रेट ₹97,570 था।
वहीं 22 कैरेट सोना, जो ज्यादातर गहनों के लिए इस्तेमाल किया जाता है, उसका रेट भी ₹150 घटकर ₹89,300 प्रति 10 ग्राम हो गया। यह गिरावट घरेलू बाजार में ग्राहकों के चेहरे पर मुस्कान लेकर आई है।
18 कैरेट सोना, जो आमतौर पर हल्के गहनों या कम बजट में खरीदारी करने वाले ग्राहकों की पहली पसंद होता है, उसमें भी ₹120 की गिरावट आई है। अब इसका भाव ₹73,070 प्रति 10 ग्राम हो गया है।
इस गिरावट के बाद छोटे निवेशक और घरेलू महिलाएं खासा उत्साहित हैं, क्योंकि लंबे समय से सोने के दाम ऊंचाई पर बने हुए थे और अब थोड़ी राहत मिली है।
केवल सोना ही नहीं, चांदी के रेट में भी हल्की गिरावट दर्ज की गई है। 1 किलो चांदी ₹100 सस्ती होकर ₹1,07,700 पर आ गई है। 29 जून को इसका भाव ₹1,08,000 था और 30 जून को ₹1,07,800, यानी लगातार दो दिन से चांदी के भाव नीचे आ रहे हैं।
बड़े कारोबारी और आभूषण निर्माता इस गिरावट को पॉजिटिव संकेत मान रहे हैं क्योंकि इससे चांदी की मांग फिर से बढ़ सकती है।
इस गिरावट के पीछे अंतरराष्ट्रीय बाजार में उतार-चढ़ाव और निवेशकों की सतर्कता बड़ी वजह मानी जा रही है। वाराणसी सर्राफा एसोसिएशन के अध्यक्ष संतोष कुमार अग्रवाल के अनुसार, सोने की कीमतें पिछले कुछ दिनों से धीरे-धीरे गिर रही हैं और इसका मुख्य कारण ग्लोबल मार्केट में अनिश्चितता है।
डॉलर की स्थिति, अमेरिकी ब्याज दरें, और कच्चे तेल की कीमतों जैसी अंतरराष्ट्रीय घटनाएं भी सोने-चांदी की कीमतों को प्रभावित करती हैं। उन्होंने यह भी कहा कि अगर यही ट्रेंड जारी रहा, तो आने वाले हफ्तों में सोने का रेट ₹95,000 प्रति 10 ग्राम तक आ सकता है।
अब सवाल यह है कि क्या इस समय सोना खरीदना फायदेमंद रहेगा या अभी और रुकना चाहिए?
बाजार जानकारों की मानें तो यह गिरावट निवेशकों के लिए एक अच्छा मौका हो सकता है। खासतौर पर वे लोग जो लंबे समय के लिए निवेश करना चाहते हैं, उनके लिए यह समय सही माना जा रहा है। हालांकि यह भी सलाह दी जा रही है कि बिना बाजार संकेतों और ट्रेंड को समझे निवेश न करें।
कुछ जानकारों का मानना है कि यह गिरावट कुछ दिन और जारी रह सकती है और सोना ₹95,000 तक पहुंच सकता है। ऐसे में एकदम से बड़ी खरीदारी करने से पहले थोड़ा इंतजार करना समझदारी हो सकती है।
मौजूदा ट्रेंड को देखते हुए यह कहा जा सकता है कि जुलाई के पहले हफ्ते तक सोने-चांदी की कीमतों में हल्का उतार-चढ़ाव जारी रह सकता है। अगर अंतरराष्ट्रीय बाजार में स्थिरता आती है तो कीमतें फिर से ऊपर जा सकती हैं। इसलिए जो लोग कम दाम पर खरीदारी का इंतजार कर रहे थे, उनके लिए 1 जुलाई का दिन एक अच्छा मौका साबित हो सकता है।
जुलाई की शुरुआत निवेशकों और आम ग्राहकों के लिए राहत लेकर आई है। सोने और चांदी दोनों की कीमतों में आई गिरावट ने बाजार में हलचल बढ़ा दी है। अब यह ग्राहकों पर निर्भर करता है कि वे इस मौके को कैसे भुनाते हैं। अगर आप भी गहनों की खरीदारी की प्लानिंग कर रहे थे या सोने में निवेश करना चाहते थे, तो यह समय आपके लिए फायदेमंद हो सकता है – बस थोड़ी समझदारी और सतर्कता के साथ।