हाईकोर्ट का बड़ा आदेश! इन छात्रों को फिर मिलेगा NEET UG 2025 का मौका – NEET UG Re-Exam 2025
Rahul Mishra (CEO) July 03, 2025 01:33 PM

NEET UG RE -EXAM 2025 – NEET UG परीक्षा देश के लाखों स्टूडेंट्स के लिए जिंदगी का सबसे बड़ा पड़ाव होता है। हर साल ये परीक्षा लाखों उम्मीदवार देते हैं ताकि उन्हें डॉक्टर बनने का सपना पूरा करने का मौका मिल सके। लेकिन 2024 की NEET UG परीक्षा इस बार विवादों में घिर गई और आखिरकार कोर्ट को दखल देना पड़ा।

अब खबर आई है कि इंदौर हाईकोर्ट की बेंच ने 75 छात्रों के लिए दोबारा NEET परीक्षा करवाने का निर्देश दिया है। चलिए जानते हैं कि आखिर मामला क्या था, किन्हें मिलेगा दोबारा मौका और अब आगे क्या होगा।

क्या हुआ था परीक्षा के दिन?

NEET UG 2024 परीक्षा 4 मई को पूरे देश में आयोजित हुई थी। मध्यप्रदेश के इंदौर में 49 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे। लेकिन दुर्भाग्यवश, परीक्षा के दिन वहां भारी बारिश हो गई और लगभग 40 सेंटर पर बिजली चली गई।

बिजली न होने से कमरों में लाइट की भारी कमी थी, जिससे कई छात्रों को प्रश्न पत्र ठीक से पढ़ने में दिक्कत हुई। कुछ को पूरा पेपर साफ नजर ही नहीं आया।

अब सोचिए, आप इतने सालों से मेहनत करें और जिस दिन आपकी जिंदगी की सबसे बड़ी परीक्षा हो, उस दिन बिजली चली जाए – तो क्या बीतेगी?

छात्रों ने कोर्ट का रुख किया

जिन छात्रों को इस तकनीकी गड़बड़ी की वजह से नुकसान हुआ, उन्होंने हार नहीं मानी। उन्होंने 3 जून से पहले हाईकोर्ट की इंदौर खंडपीठ में याचिका दायर की और कहा कि परीक्षा की परिस्थिति उनके काबू में नहीं थी।

छात्रों की तरफ से वकीलों ने कोर्ट में सबूत और वीडियो पेश किए कि लाइट नहीं थी, और इस कारण वे परीक्षा में पूरा प्रदर्शन नहीं कर पाए।

कोर्ट का फैसला: दोबारा होगी परीक्षा

1 जुलाई की शाम को कोर्ट ने एक अहम फैसला सुनाया। कोर्ट ने माना कि इन छात्रों के साथ अन्याय हुआ है और एनटीए (NTA) को आदेश दिया कि 75 छात्रों के लिए दोबारा NEET UG परीक्षा आयोजित की जाए।

कोर्ट ने ये भी कहा कि बाकी केंद्रों पर परीक्षा सामान्य तरीके से हुई थी, लेकिन इंदौर के 40 सेंटर में बिजली कटौती की वजह से छात्रों को नुकसान हुआ।

कोर्ट ने की खुद जांच!

एक सुनवाई के दौरान कोर्ट ने खुद बिजली बंद कर परीक्षा हाल जैसा माहौल बनाकर परखने की कोशिश की। कोर्ट ने पाया कि कम रोशनी में पेपर देना बहुत कठिन है और इससे छात्रों के प्रदर्शन पर असर पड़ता है।

इसलिए कोर्ट ने माना कि ये छात्र अनफेयर सिचुएशन में परीक्षा देने को मजबूर हुए।

किसे मिलेगा री-एग्जाम का मौका?

  • केवल 75 वही छात्र, जिन्होंने 3 जून से पहले याचिका लगाई थी
  • बाकी किसी भी छात्र को इस फैसले का लाभ नहीं मिलेगा
  • एनटीए को निर्देश दिया गया है कि परीक्षा निष्पक्ष और जल्द से जल्द करवाई जाए
  • इन छात्रों का रिजल्ट तब तक रोका जाएगा जब तक उनकी नई परीक्षा नहीं हो जाती

क्या बाकी छात्रों पर असर पड़ेगा?

नहीं। कोर्ट ने साफ कहा है कि यह फैसला सिर्फ 75 छात्रों पर लागू होगा। बाकी छात्रों का रिजल्ट पहले ही जारी किया जा चुका है और उस पर कोई असर नहीं होगा।

क्या है अगला स्टेप?

अब एनटीए को नए सिरे से परीक्षा करानी होगी। जिन छात्रों ने याचिका लगाई थी, उन्हें ऑफिशियल वेबसाइट nta.ac.in पर नजर रखनी चाहिए।

जल्द ही री-एग्जाम की डेट, एडमिट कार्ड और रिजल्ट की डिटेल्स घोषित की जाएंगी।

क्या यह एक ऐतिहासिक फैसला है?

बिलकुल। यह फैसला साबित करता है कि हमारी न्यायपालिका छात्रों की समस्याओं को गंभीरता से लेती है। जहां बहुत से छात्र हार मान लेते हैं, वहां इन 75 छात्रों ने आवाज उठाई और कोर्ट ने उन्हें इंसाफ दिया।

यह फैसला आने वाले समय में बाकी परीक्षाओं के लिए भी मिसाल बनेगा, खासकर जब परीक्षा के दौरान कोई गड़बड़ी हो।

छात्रों के लिए जरूरी सलाह

  • अगर आपकी परीक्षा में कोई दिक्कत हुई हो, तो समय रहते आवाज उठाएं
  • कोर्ट ने दिखाया है कि अगर आप सही हैं, तो न्याय जरूर मिलेगा
  • री-एग्जाम की तैयारी अभी से शुरू करें, क्योंकि मौका अब दूसरा नहीं मिलेगा
  • NTA की वेबसाइट और लोकल न्यूज पर नजर बनाए रखें

NEET UG 2024 को लेकर आया यह फैसला दिखाता है कि अगर परीक्षा में किसी छात्र के साथ अन्याय होता है, तो वो चुप ना रहे। यह सिर्फ एक परीक्षा नहीं, एक छात्र का भविष्य होता है।

उन 75 छात्रों को अब एक और मौका मिला है – और ये मौका सबको नहीं मिलता। इसलिए अब समय है कि वे इस बार पूरी तैयारी से उतरें, और दिखा दें कि न्याय मिलने के बाद वे क्या कर सकते हैं।

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