केंद्र सरकार ने जुलाई-सितंबर 2025 की तिमाही के लिए पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) की ब्याज दर 7.1% सालाना पर स्थिर रखी है. यह योजना विशेष रूप से सैलरीड क्लास और सुरक्षित निवेश चाहने वालों के बीच बेहद लोकप्रिय है. पीपीएफ की मैच्योरिटी 15 साल की होती है, लेकिन इसमें बार-बार 5-5 साल के लिए एक्सटेंशन लेने की सुविधा भी है, जिससे इसे पूरे नौकरी के दौरान चालू रखा जा सकता है.
नौकरी के पूरे 30 साल में निवेश का फायदाअगर कोई व्यक्ति 28 साल की उम्र में PPF अकाउंट शुरू करता है और 58 साल की उम्र तक, यानी 30 साल तक निवेश जारी रखता है, तो वह इस स्कीम को तीन बार 5-5 साल के लिए एक्सटेंड कर सकता है. इस अवधि में अगर हर साल 1.5 लाख रुपए का निवेश किया जाए, तो कुल निवेश 45 लाख रुपए होता है. इस पर सालाना 7.1% ब्याज दर के हिसाब से 30 साल बाद फंड बढ़कर करीब 1.54 करोड़ रुपए हो जाता है, जिसमें ब्याज से मिलने वाला फायदा 1.09 करोड़ रुपए से ज्यादा होता है.
एक्सटेंशन से जुड़े फायदेPPF को एक्सटेंड करने का सबसे बड़ा फायदा यह है कि आप बिना किसी अतिरिक्त जोखिम के अपने रिटायरमेंट तक एक मजबूत फंड तैयार कर सकते हैं. साथ ही, यह पूरी राशि और इससे मिलने वाला ब्याज टैक्स फ्री होता है.रिटायरमेंट के बाद यदि आप निवेश बंद कर देते हैं, फिर भी स्कीम को 5 साल के लिए एक्सटेंड कर सकते हैं. इस दौरान क्लोजिंग बैलेंस पर ब्याज मिलता रहेगा, और साल में एक बार आप ब्याज की पूरी राशि निकाल सकते हैं.
उदाहरण के लिए, 1.50 करोड़ रुपए के फंड पर 7.1% के हिसाब से सालाना ब्याज 10.65 लाख रुपए बनता है. इसे 12 महीनों में बांटें तो यह लगभग 88,750 रुपए प्रति माह की नियमित टैक्स-फ्री इनकम बन जाती है.PPF न सिर्फ एक लंबी अवधि की सुरक्षित निवेश योजना है, बल्कि यह आपके रिटायरमेंट के लिए मजबूत फाइनेंशियल बैकअप भी बन सकती है. अगर आप सही समय पर निवेश शुरू करें और एक्सटेंशन का लाभ लें, तो यह स्कीम आपको बिना जोखिम के करोड़पति बना सकती है. यही कारण है कि फाइनेंशियल एक्सपर्ट्स भी इसे हर नौकरीपेशा व्यक्ति के पोर्टफोलियो में शामिल करने की सलाह देते हैं.