अश्विन ने TNPL 2025 में अपनी टीम डिंडीगुल के लिए एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। यह उनकी कप्तानी का असली नमूना है। जब भी बड़ा मंच होता है, तब प्रदर्शन का मजा और भी बढ़ जाता है। अश्विन ने इस बड़े मौके का भरपूर फायदा उठाया। एलिमिनेटर मैच में कप्तान के रूप में उन्होंने अपनी टीम को प्रभावी ढंग से लीड किया। गेंदबाजी में उनकी महारत के साथ-साथ बल्ले से उनका प्रदर्शन भी देखने लायक था।
अश्विन ने TNPL 2025 में अपनी सबसे बड़ी पारी खेली, जिसमें उन्होंने केवल 48 गेंदों का सामना किया। लेकिन इससे पहले, उन्होंने गेंदबाजी में भी कमाल किया। 2 जुलाई को डिंडीगुल और चोलाज के बीच हुए एलिमिनेटर मैच में, चोलाज ने पहले बल्लेबाजी की और 20 ओवर में 150 रन का आंकड़ा भी पार नहीं कर सके। अश्विन की कप्तानी में डिंडीगुल के गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन किया।
चोलाज ने 20 ओवर में 9 विकेट पर केवल 140 रन बनाए। इनमें से 3 विकेट अश्विन ने लिए, जिन्होंने 4 ओवर में 28 रन देकर ये विकेट हासिल किए। यह TNPL 2025 में उनका दूसरा सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी आंकड़ा है।
इस महत्वपूर्ण मैच में, अश्विन ने 141 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए बल्ले से भी कमाल किया। उन्होंने डिंडीगुल के लिए पारी की शुरुआत की और केवल 48 गेंदों में 83 रन बनाकर अपनी टीम को जीत दिलाई। इस पारी में उनकी स्ट्राइक रेट 172 से अधिक रही, जिसमें उन्होंने 11 चौके और 3 छक्के लगाए। इस तरह, अश्विन ने TNPL 2025 में अब तक 13 छक्के लगाए हैं।
अश्विन की शानदार पारी के चलते डिंडीगुल ने चोलाज को 20 गेंदें शेष रहते 6 विकेट से हराया और एलिमिनेटर मुकाबला जीत लिया। इस जीत के साथ उनकी टीम क्वालिफायर 2 में पहुंच गई है। अश्विन को इस मैच में उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए प्लेयर ऑफ द मैच का पुरस्कार भी मिला।