सियासी खिलाड़ी निकलीं थाईलैंड की निलंबित पीएम शिनवात्रा, सत्ता बचाने के लिए खेला ये बड़ा दांव
TV9 Bharatvarsh July 03, 2025 08:42 PM

थाईलैंड की सस्पेंडेड प्रधानमंत्री शिनावात्रा ने बेशक पीएम पद गंवा दिया हो, लेकिन सत्ता के खेल में वो अब भी बोर्ड पर मौजूद हैं. गुरुवार को उन्होंने नए कैबिनेट मंत्रियों के साथ कल्चर मिनिस्टर के तौर पर शपथ ली. ये कदम ऐसे वक्त उठाया गया है जब वो कंबोडियाई नेता से विवादास्पद बातचीत को लेकर एक एथिक्स जांच का सामना कर रही हैं.

दरअसल पैटोंगतर्न के खिलाफ मामला उस वक्त गर्माया जब मई में थाईलैंड और कंबोडिया के बीच बॉर्डर पर झड़प हुई, जिसमें एक कंबोडियाई सैनिक की मौत हो गई. इसके बाद उनका हून सेन से हुआ एक लीक्ड फोन कॉल वायरल हुआ, जिसमें उन्होंने कंबोडिया से सुलह की कोशिश की. लेकिन इस कॉल को थाई जनता ने झुकने के रूप में देखा. आरोप लगे कि उन्होंने थाईलैंड की साख को नुकसान पहुंचाया. इसी आधार पर उनके खिलाफ एथिक्स उल्लंघन की याचिका दाखिल हुई.

प्रधानमंत्री से कल्चर मिनिस्टर तक का सफर

पैटोंगतर्न को मंगलवार को प्रधानमंत्री पद से सस्पेंड कर दिया गया था. लेकिन उसी दिन थाई राजा ने नई कैबिनेट को मंजूरी दी, जिसमें उन्हें संस्कृति मंत्री (Culture Minister) बनाया गया. यानी अब वो सरकार का हिस्सा तो हैं, पर पहले जैसी ताकत नहीं.
संस्कृति मंत्री का पद थाईलैंड में एक सम्मानजनक लेकिन सीमित अधिकारों वाला मंत्रालय माना जाता है. यह मंत्रालय कला, विरासत और सांस्कृतिक मामलों को देखता है, लेकिन इसमें रक्षा या विदेश नीति जैसी कोई बड़ी भूमिका नहीं होती.

शपथ तो ली, पर सवालों से दूरी

पैटोंगतर्न गुरुवार को मुस्कुराते हुए गवर्नमेंट हाउस पहुंचीं और बाकी मंत्रियों के साथ शपथ ली, लेकिन मीडिया के सवालों से बचती रहीं, इस दौरान कार्यवाहक प्रधानमंत्री सुरिया जुंगरुंगरेंगकित ने नई कैबिनेट को राजा महा वजिरालोंगकोर्न से अनुमोदन दिलाया.

कोर्ट का फैसला अब बाकी है

थाईलैंड की संवैधानिक अदालत ने इस याचिका को सर्वसम्मति से सुनवाई के लिए मंज़ूर कर लिया और 7-2 वोट से उन्हें तत्काल सस्पेंड कर दिया. कोर्ट ने उन्हें 15 दिन में जवाब दाखिल करने का मौका दिया है। अब सबकी निगाहें इस पर टिकी हैं कि कोर्ट क्या फ़ैसला सुनाती है.

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