Crizac आईपीओ के GMP में आया भारी उछाल तो टूट पड़े निवेशक, दूसरे दिन ही पूरा सब्सक्राइब

क्रिज़ैक लिमिटेड का 860 करोड़ रुपये का इनिशियल पब्लिक ऑफर (IPO) 3 जुलाई यानी सब्सक्रिप्शन के दूसरे दिन ही पूरी तरह भर गया। पहले दिन यह इश्यू कुल मिलाकर 48 प्रतिशत सब्सक्राइब हुआ था। सब्सक्रिप्शन के दूसरे दिन दोपहर 12.09 बजे तक यह इश्यू 1.30 गुना सब्सक्राइब हो चुका है। रिटेल कैटेगरी में 1.56 गुना, एनआईआई कैटेगरी में 2.27 गुना और क्यूआईबी कैटेगरी में 0.11 गुना सब्सक्रिप्शन अब तक मिल चुका है। सब्सक्रिप्शन स्टेटस से संकेत मिलता है कि इस समय निवेशकों का झुकाव अधिकतर व्यक्तिगत स्तर पर है।
ग्रे मार्केट में जोश, GMP में भारी उछाल
ग्रे मार्केट में क्रिज़ैक के शेयरों को लेकर जबरदस्त उत्साह देखने को मिला है। जहां पहले दिन इसका ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) 22 से 25 रुपये के बीच था, वहीं अब यह बढ़कर 36 से 39 रुपये तक पहुंच गया है। इसका सीधा अर्थ यह है कि इश्यू प्राइस के मुकाबले लगभग 15 प्रतिशत तक का संभावित लिस्टिंग गेन मिल सकता है, जो पहले केवल 9 प्रतिशत अनुमानित था। इस उत्साह ने बाजार में इस बात के संकेत दिए हैं कि Crizac की लिस्टिंग अच्छी हो सकती है।
IPO की डिटेल्सयह पूरा IPO एक ऑफर फॉर सेल (OFS) है, जिसमें 3.51 करोड़ इक्विटी शेयर शामिल हैं। इसका प्राइस बैंड 233 से 245 रुपये प्रति शेयर तय किया गया है। इश्यू की अंतिम तारीख 4 जुलाई है और कंपनी की लिस्टिंग 9 जुलाई को BSE और NSE, दोनों स्टॉक एक्सचेंजों पर संभावित है।
कंपनी प्रोफाइल: Crizac Limited
क्रिज़ैक की स्थापना 2011 में हुई थी और यह एक टेक्नोलॉजी आधारित B2B इंटरनेशनल एजुकेशन प्लेटफॉर्म संचालित करती है। कंपनी का मुख्य कार्य भारत समेत दुनियाभर के 75 से अधिक देशों से छात्रों को यूनाइटेड किंगडम, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और आयरलैंड की यूनिवर्सिटी से जोड़ना है। इसके लिए Crizac के पास 10,000 से अधिक छात्र भर्ती एजेंट्स की मजबूत ग्लोबल नेटवर्क है, जो कंपनी के प्रोप्रायटरी टेक प्लेटफॉर्म पर आधारित है।
वित्तीय प्रदर्शनवित्तीय प्रदर्शन की बात करें तो कंपनी ने बीते कुछ वर्षों में उल्लेखनीय ग्रोथ दर्ज की है। वित्त वर्ष 2023 में Crizac की आय 274 करोड़ रुपये थी, जो वित्त वर्ष 2025 तक बढ़कर 849 करोड़ रुपये हो गई। इस दौरान कंपनी का नेट प्रॉफिट 110 करोड़ रुपये से बढ़कर 152 करोड़ रुपये तक पहुंचा है, और उसका नेट मार्जिन 18 प्रतिशत तक दर्ज किया गया। FY25 के आधार पर कंपनी का ईपीएस 8.74 रुपये रहा है।
क्रिज़ैक एक पूरी तरह से डेब्ट-फ्री कंपनी है, जिसके पास मजबूत कैश फ्लो है और बैलेंस शीट काफी स्वस्थ मानी जा रही है। इस IPO के ऊपरी प्राइस बैंड पर कंपनी का मूल्यांकन 28 गुना P/E और 9 गुना P/B रेश्यो पर किया गया है, जो इसके लिस्टेड समकक्ष IndiaMART के स्तर पर ही है।
विश्लेषकों की राय में क्रिज़ैक भारत के बढ़ते इंटरनेशनल एजुकेशन मार्केट से बड़ा लाभ उठा सकती है। वर्ष 2030 तक भारत से विदेश पढ़ने जाने वाले छात्रों की संख्या 2.5 मिलियन तक पहुंचने की उम्मीद है। Crizac का स्केलेबल B2B मॉडल, टियर-1 मार्केट्स पर फोकस और खुद का टेक प्लेटफॉर्म इसे एक विशिष्ट स्थिति में लाते हैं।
हालांकि, विशेषज्ञ निवेशकों को यह भी आगाह कर रहे हैं कि यूनाइटेड किंगडम और कनाडा जैसे प्रमुख बाजारों में अगर वीज़ा या एजुकेशन पॉलिसी में सख्ती बढ़ती है तो यह कंपनी की ग्रोथ पर असर डाल सकती है।
विशेषज्ञों की रायCanara Bank Securities जैसी संस्थाएं Crizac को एक दीर्घकालिक निवेश के रूप में देखती हैं। उनके अनुसार यह कंपनी डिजिटल स्केल, मजबूत ग्लोबल डिमांड और स्थिर वित्तीय प्रदर्शन का आदर्श मेल है, जो लॉन्ग टर्म इन्वेस्टर्स के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है। इसलिए निवेशकों को इस IPO को लॉन्ग टर्म दृष्टिकोण से सब्सक्राइब करने की सलाह दी गई है।
(अस्वीकरण: विशेषज्ञों द्वारा दी गई सिफारिशें, सुझाव, विचार और राय उनके अपने हैं। ये इकोनॉमिक टाइम्स हिन्दी के विचारों का प्रतिनिधित्व नहीं करते हैं।)