अधिकारियों ने बताया कि एक जुलाई को मुनक नहर के पास उसका शव मिला था, जिस पर चाकू के कई घाव थे और गले में दुपट्टा बंधा हुआ था। अधिकारियों ने बताया कि अपराह्न करीब तीन बजकर 10 मिनट पर पुलिस नियंत्रण कक्ष (पीसीआर) को सूचना मिली कि दिल्ली जल बोर्ड (डीजेबी) के जल शोधन संयंत्र के पास एक शव पड़ा है। इसके बाद पुलिस की एक टीम ने आंशिक रूप से सड़ चुके शव की पहचान कराई।
तीन आरोपी पकड़े : पुलिस उपायुक्त (बाहरी उत्तर) हरेश्वर वी स्वामी ने बताया कि प्रारंभिक जांच के आधार पर मामला दर्ज किया गया। आरोपियों की पहचान और गिरफ्तारी के लिए कई टीम गठित की गईं। पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) ने बताया कि तकनीकी निगरानी का उपयोग करते हुए पुलिस ने सबसे पहले दो मुख्य आरोपियों कृष्णा उर्फ भोला (19) और पीड़ित के ही इलाके में रहने वाले एक किशोर को पकड़ा।
डीसीपी ने बताया कि कृष्णा पर पिछले वर्ष दो स्थानीय अपराधियों मोनू और सोनू ने हमला किया था और कृष्णा को संदेह था कि जीवन पार्क निवासी उक्त 14 वर्षीय लड़के ने उनकी मुखबिरी की थी। डीसीपी ने बताया कि कृष्णा उससे रंजिश रखने लगा और कई हफ्ते तक अपने साथियों के साथ मिलकर उसकी हत्या की साजिश बनाई।
बारी-बारी से मारे चाकू : उन्होंने बताया कि 29 और 30 जून की दरम्यानी रात कृष्णा और सात अन्य ने 14 वर्षीय लड़के को वीर चौक बाजार के पास रोका और उसके दोस्तों के सामने अपहरण कर नहर के पास ले गए। अधिकारी ने बताया कि वहां उन्होंने जीवन पार्क निवासी लड़के के मुंह पर दुपट्टा बांध दिया व निर्वस्त्र कर बारी-बारी से उस पर चाकू से हमला किया तथा शव को पानी में फेंक दिया।
पुलिस ने बताया कि आगे की जांच में अश्मित उर्फ अश्वनी (18) और तीन अन्य नाबालिगों को पकड़ लिया गया। अपराध में इस्तेमाल की गई मोटरसाइकिल भी जब्त कर ली गई है। पुलिस के अनुसार, दो और संदिग्धों - मोनू और मोहित को पकड़ने के लिए तलाशी अभियान जारी है। पुलिस ने मोनू और मोहित के हरिद्वार भाग जाने की आशंका जताई है। (एजेंसी/वेबदुनिया)
Vrijendra Singh Jhala