Rajasthan Mausam Alert: जैसे ही मॉनसून ने देशभर में रफ्तार पकड़ी, राजस्थान के कई जिलों में झमाझम बारिश का दौर शुरू हो गया है. पिछले कुछ दिनों में हुई मूसलधार बारिश से न सिर्फ गर्मी से राहत मिली है, बल्कि कई इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति भी पैदा हो गई है. 2 जून से मॉनसून की एंट्री के बाद राज्य में लगातार मौसम का मिजाज बदलता जा रहा है.
बीते 24 घंटों में राजस्थान के कई जिलों में तेज बारिश दर्ज की गई, जिनमें जालोर सबसे आगे रहा. यहां 100 मिमी तक बारिश रिकॉर्ड की गई.
बारिश इतनी तेज थी कि कई वाहन पानी के बहाव में बह गए, वहीं घोड़ा पछाड़ नदी उफान पर आ गई, जिससे बूंदी और आसपास के इलाकों का संपर्क टूट गया. ग्रामीण इलाकों में नालों के तेज बहाव के चलते कई गांवों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं.
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने राजस्थान के 20 जिलों के लिए भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है. इनमें शामिल हैं:
भरतपुर, उदयपुर, अजमेर, कोटा, टोंक, भीलवाड़ा, झालावाड़, बारां, बूंदी, बांसवाड़ा, डूंगरपुर, प्रतापगढ़, चित्तौड़गढ़, सिरोही, जालोर, राजसमंद, नागौर, दौसा, अलवर और सवाई माधोपुर.
इन जिलों में 7 से 8 जुलाई तक भारी बारिश की आशंका जताई गई है.
वहीं, राजस्थान के बीकानेर और जोधपुर संभागों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना बनी हुई है. हालांकि इन क्षेत्रों में जलभराव और ट्रैफिक प्रभावित होने की आशंका कम नहीं है. विभाग ने इन जिलों में भी सतर्कता बरतने की सलाह दी है.
मॉनसून की सक्रियता के चलते राजस्थान के कई हिस्सों में तापमान में उल्लेखनीय गिरावट दर्ज की गई है.
राजधानी जयपुर समेत कई जिलों में दिन का तापमान गिरकर 25 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है. इससे जहां लोगों को गर्मी से राहत मिली है, वहीं लगातार बारिश के चलते जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है.
IMD ने 8 जुलाई तक भारी बारिश की आशंका को देखते हुए राज्य के कई हिस्सों में ऑरेंज अलर्ट जारी कर दिया है.
ऑरेंज अलर्ट का मतलब होता है – स्थिति गंभीर हो सकती है, प्रशासन और जनता दोनों सतर्क रहें. ऐसे में निचले इलाकों, नदियों के किनारे बसे गांवों और पहाड़ी क्षेत्रों में विशेष सतर्कता की जरूरत है.
बूंदी जिले में घोड़ा पछाड़ नदी के उफान पर आने से कई गांवों का जिला मुख्यालय से संपर्क टूट गया है.
बारिश से सड़कें क्षतिग्रस्त, वाहन बंद, और पुल जलमग्न होने की स्थिति पैदा हो गई है. प्रशासन ने आपदा प्रबंधन टीमें तैनात कर दी हैं और राहत कार्य शुरू कर दिए गए हैं.
अगले 48 घंटे बेहद संवेदनशील, किसी भी आपात स्थिति के लिए तैयार रहें
मौसम विभाग के अनुसार, राजस्थान में बंगाल की खाड़ी और अरब सागर से आ रही नमी युक्त हवाएं मानसून को सक्रिय बनाए हुए हैं. साथ ही, स्थानीय मौसमी सिस्टम भी तेज हैं, जिससे बारिश की तीव्रता अधिक हो गई है. यह स्थिति 8 जुलाई तक बनी रहने की संभावना है.