अगर आप कार खरीदने की सोच रहे हैं तो एक छोटी सी गलती आपको आगे मुश्किल में डाल सकती है. कार खरीदते समय सिर्फ भावनाओं से नहीं, बल्कि अपनी जरूरतों को ध्यान में रखकर फैसला लेना चाहिए. सबसे सही तरीका है कि पहले बजट तय करें, फिर अपनी जरूरतों के बारे में सोचें और उसी के हिसाब से सही मॉडल चुनें.
अब सबसे आम सवाल जो नए खरीदारों के मन में आता है वो ये कि ऑटोमैटिक कार लें या नहीं? इसका सही फैसला तभी लिया जा सकता है जब आप ऑटोमेटिक कार के फायदे और नुकसान को अच्छे से समझ लें. यहां आपको एक ऑटोमैटिक कार के कुछ फायदे और कुछ नुकसानों के बारे में बता रहे हैं.
ऑटोमैटिक कार के फायदे 1. चलाने में आसानऑटोमैटिक कार में क्लच नहीं होता और गियर खुद बदलते हैं, जिससे यह भारी ट्रैफिक में भी चलाना आसान होता है.
2. स्मूद ड्राइविंग एक्सपीरियंसगियर चेंज अपने आप और बिना झटकों के होता है, जिससे ड्राइविंग आरामदायक और स्मूथ होती है. लॉन्ग ड्राइव पर कम थकावट होती है.
3. नए ड्राइवरों के लिए बढ़ियाजो लोग ड्राइविंग में नए हैं और मैनुअल गियर चलाने में दिक्कत महसूस करते हैं, उनके लिए ऑटोमैटिक कार बेहतर विकल्प है.
4. थकान कम होती हैबार-बार गियर और क्लच इस्तेमाल न करने से शरीर पर कमजोर पड़ता है, खासकर रुक-रुक कर चलने वाले ट्रैफिक में.
ऑटोमैटिक कार के नुकसान 1. कीमत ज्यादा होती हैमैनुअल कारों की तुलना में ऑटोमैटिक कारें महंगी होती हैं. क्योंकि इनमें नई टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल होता है. लिए कीमत थोड़ी ज्यादा रहती है.
2. मेंटेनेंस महंगाऑटोमैटिक ट्रांसमिशन की मरम्मत और रखरखाव का खर्च मैनुअल कार के मुकाबले थोड़ा ज्यादा होता है.
3. गियर पर कम कंट्रोलड्राइवर को गियर बदलने पर पूरी तरह कंट्रोल नहीं होता, जिससे ड्राइविंग का मजा कम हो सकता है. खासकर उन लोगों के लिए जो स्पोर्टी ड्राइविंग पसंद करते हैं.
कैसे लें फैसलाकुल मिलाकर जहां एक ओर ऑटोमेटिक कार कार कई फायदे हैं तो थोड़े नुकसान भी हैं. अगर आपकी प्राथमिकता आराम, आसान ड्राइविंग और शहर में रोज का ट्रैफिक है तो ऑटोमैटिक कार आपके लिए बेहतर हो सकती है. लेकिन अगर आप बजट, कम खर्च और गियर पर पूरा कंट्रोल चाहते हैं तो मैनुअल कार आपके लिए सही विकल्प हो सकती है.