इंग्लैंड के दौरे पर टीम इंडिया के कप्तान शुभमन गिल ने अपनी दमदार बल्लेबाजी के दम पर इंग्लिश गेंदबाजों को दिन में तारे दिखाने का काम किया है। एजबेस्टन का जो मैदान भारत के लिए बीते दशकों से काल बना हुआ था उसी मैदान पर गिल ने कप्तानी पारी खेलते हुए दोहरा शतक जड़ दिया है। इस मैच में डबल सेंचुरी लगाने के साथ ही उन्होंने कई बड़े ऐतिहासिक रिकॉर्ड अपने नाम किए हैं। उन्हें इंग्लैंड के खिलाफ खेली इस एक पारी के दम पर सुनील गावस्कर मोहम्मद अजहरुद्दीन जैसे दिग्गज खिलाड़ियों को भी पीछे छोड़ दिया है। आइए आपको भी बताते हैं उनके रिकॉर्ड के बारे में।
इंग्लैंड में दोहरा शतक जड़ने वाले पहले भारतीय कप्तान
शुभमन गिल इस मैच में दोहरा शतक जड़ने के साथ ही इंग्लैंड में ये कमाल करने वाले पहले भारतीय कप्तान बन गए हैं। उनसे पहले मोहम्मद अजहरुद्दीन के नाम भारतीय कप्तान के तौर पर इंग्लैंड में सबसे बड़ी पारी खेलने का रिकॉर्ड था। उन्होंने आज से 35 साल पहले 1990 में 179 रनों की पारी खेली थी।
इंग्लैंड में खेली सबसे बड़ी पारी
इसी के साथ भारत की तरफ से इंग्लैंड की सरजमीं पर सबसे बड़ी पारी खेलने वाले बल्लेबाज भी बन गए हैं। उन्होंने दिग्गज सुनील गावस्कर के रिकॉर्ड को तोड़ते हुए ये मुकाम हासिल किया है। सुनील गावस्कर ने साल 1979 में 221 रनों की लाजवाब पारी खेली थी। गिल ने एजबेस्टन में 222 रन बनाते ही ये रिकॉर्ड भी अपने नाम कर लिया। इससे पहले भारत के लिए इंग्लैंड में दोहरा शतक लगाने वाले केवल 2 बल्लेबाज ही थी। सुनील गावस्कर के अलावा टीम इंडिया की वॉल रहे राहुल द्रविड़ ये कमाल कर चुके हैं।
वनडे और टेस्ट में दोहरा शतक लगाने वाले बल्लेबाज
क्रिकेट में ऐसे बहुत कम ही बल्लेबाज हैं जो तीनों फॉर्मेट में शानदार प्रदर्शन कर पाते हैं। उन्हीं में अब एक नाम शुभमन गिल का भी शुमार हो चुका है। तीनों फॉर्मेट में वो अपनी प्रतिभा दिखा रहे हैं। इस दोहरे शतक के साथ ही वो भारतीय क्रिकेट इतिहास के ऐसे दूसरे बल्लेबाज बन गए हैं जिन्होंने वनडे और टेस्ट में दोहरा शतक जड़ा है और टी20 में शतक जड़ा है। उनके अलावा केवल रोहित शर्मा ही ये कारनामा कर पाए हैं।
भारत के लिए दोहरा शतक जड़ने वाले युवा कप्तान
25 साल की उम्र में कप्तान बने शुभमन गिल पर इस सीरीज से पहले कई सवाल थे। भले ही कप्तानी में वो पहला मैच हार गए हों लेकिन बल्ले से वो लगातार छाप छोड़ रहे हैं। भारत की तरफ से गिल दोहरा शतक जड़ने वाले सबसे युवा कप्तान भी बन गए हैं। उन्होंने 25 साल 298 दिन की उम्र में ये अद्भुत कारनामा किया है। इससे पहले ये रिकॉर्ड मंसूर अली पटौदी के नाम दर्ज था। उन्होंने 23 साल 39 दिन की उम्र में भारत के लिए डबल सेंचुरी ठोकी थी।