Sushil Kedia Marathi Row: शनिवार को मुंबई के वर्ली क्षेत्र में मराठी भाषा को लेकर विवाद ने गंभीर रूप ले लिया, जब कुछ अज्ञात व्यक्तियों ने निवेशक सुशील केडिया के कार्यालय में घुसकर तोड़फोड़ की। यह घटना तब हुई जब केडिया ने महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) के प्रमुख राज ठाकरे के खिलाफ एक टिप्पणी की थी। पुलिस ने इस मामले में पांच लोगों को हिरासत में लिया है और उनसे पूछताछ की जा रही है।
सूत्रों के अनुसार, हमलावर सुबह के समय सुशील केडिया के कार्यालय पहुंचे और वहां पत्थरबाज़ी की। इस दौरान उन्होंने 'मराठी' और राज ठाकरे के समर्थन में नारे भी लगाए। पुलिस ने तुरंत मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित किया और हमले में शामिल पांच व्यक्तियों को गिरफ्तार कर लिया।
वास्तव में, सुशील केडिया ने पहले एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट में राज ठाकरे को खुली चुनौती दी थी और मराठी भाषा सीखने से इनकार किया था। उन्होंने लिखा, "मैं 30 साल मुंबई में रहने के बावजूद मराठी ठीक से नहीं जानता, और आपकी बदतमीजी के चलते मैंने यह संकल्प लिया है कि जब तक आप जैसे लोग मराठी मानुष का नाटक करते रहेंगे, तब तक मैं प्रतिज्ञा करता हूं कि मराठी नहीं सीखूंगा। क्या करना है बोल?" इस बयान के वायरल होने के बाद MNS समर्थकों में भारी नाराजगी देखी गई, जिसके परिणामस्वरूप उनके कार्यालय पर हमला हुआ।
हमले के कुछ घंटों बाद, सुशील केडिया ने एक्स पर एक वीडियो जारी कर अपने बयान पर खेद व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि यह पोस्ट उन्होंने मानसिक दबाव और तनाव में की थी, और अब इसे गलत तरीके से पेश किया जा रहा है। उन्होंने वीडियो में कहा, "मेरी ट्वीट गलत मानसिक अवस्था में, तनाव और दबाव के चलते हुई और अब इसे उन लोगों के हित में मोड़ा जा रहा है जो इस विवाद से लाभ उठाना चाहते हैं।"
केडिया ने अपने बयान में यह भी कहा कि वे हमेशा से राज ठाकरे के प्रशंसक रहे हैं और उनके विचारों की सराहना करते हैं। उन्होंने कहा, "मैं राज ठाकरे जी के उठाए गए मुद्दों की गंभीरता और उनकी मजबूती के लिए हमेशा प्रशंसा करता रहा हूं। मैं उनका एक सच्चा अनुयायी रहा हूं, लेकिन हमारे ही लोगों के बीच आपसी टकराव के चलते मैंने ज़्यादा प्रतिक्रिया दे दी।"
केडिया का यह बयान ठाणे के भायंदर इलाके में हुई एक घटना के संदर्भ में आया था, जहां MNS के कुछ सदस्यों ने एक ठेले वाले को केवल इसलिए पीट दिया था क्योंकि वह मराठी नहीं बोल पा रहा था।