नई मां बनी हैं…एक्सपर्ट से जानें कैसा रखें अपना ध्यान, वेट रहेगा कंट्रोल, स्ट्रेस भी नहीं होगा
TV9 Bharatvarsh July 05, 2025 10:42 PM

प्रेग्नेंसी की शुरुआत के साथ ही शरीर में कई तरह के हार्मोनल बदलाव होना शुरू हो जाते हैं और 9 महीने के फेज के बाद जब डिलीवरी होती है तो मां को सबसे ज्यादा खुशी होती है, लेकिन पोस्टपार्टम स्ट्रेस को भी नकारा नहीं जा सकता है, जिससे चिड़चिड़ापन, उदासी, चिंता, बच्चे के साथ जुड़ाव में कमी जैसी समस्याएं होने लगती हैं. डिलीवरी के बाद शरीर काफी कमजोर हो जाता है और तनाव का असर भी सेहत पर पड़ता है. वापस से पहले जैसा हेल्दी और फिट बनने के लिए अपने रूटीन के साथ ही खानपान का खास ध्यान रखने की जरूरत होती है, नहीं तो कुछ समस्याएं लाइफटाइम परेशान कर सकती हैं जैसे वजन कंट्रोल न किया जाए तो कई बीमारियों का जोखिम बढ़ सकता है साथ ही शरीर में दर्द और कमजोरी लंबे समय तक बनी रह सकती है. इस आर्टिकल में हम एक्सपर्ट से जानेंगे कि कैसे डाइट को सही रखने से लेकर योगा या वर्कआउट करने तक कैसे नई माएं अपनी फिजिकल और मेंटल हेल्थ को दुरुस्त रख सकती हैं.

नई मां की फिजिकल हेल्थ के साथ ही मेंटल हेल्थ भी सही रहना बहुत जरूरी होता है, तभी वह अपने बच्चे को भी पूरी तरह से केयर दे पाती हैं और बच्चा हेल्दी रहता है. पोस्टपार्टम की परेशानियों से बचने के लिए सबसे जरूरी होता है फैमिली का इमोशनल सपोर्ट. इसके अलावा भी एक्सपर्ट ने कई छोटी-छोटी ट्रिक बताई हैं और डाइट, वर्कआउट की डिटेल भी दी है ताकि डिलीवरी के बाद मां खुद को स्वस्थ रख सके.

डॉक्टर गीतिका चोपड़ा, सेलिब्रिटी न्यूट्रिशनिस्ट हैं जिन्हें 24 सालों का एक्सपीरियंस है. वह लाइफस्टाइल डिजीज जैसे डायबिटीज, पीसीओडी, थायराइड, ओबेसिटी आदि से लोगों को नेचुरली रिवर्स करने में मदद करती हैं और यह भी बताती हैं कि कैसे आप टेस्टी खाना खाकर भी स्लिम और फिट रह सकते हैं. इस आर्टिकल में हम उनसे जानेंगे कि कैसे न्यूली मॉम को अपनी हेल्थ का ध्यान रखना है.

मेंटल हेल्थ दुरुस्त रखने के टिप्स
  • एक्सपर्ट कहती हैं कि नई मां बनी हैं तो रोजाना कुछ देर लाइट वॉक करें और नंगे पैर घास पर चलें.
  • मेंटल हेल्थ को सुधारने के लिए ब्रीदिंग टेक्निक जैसे कपालभाति प्राणायाम और अनुलोम विलोम करना सही रहता है.
  • डॉ का कहना है कि कोई भी स्ट्रेस जो आपको परेशान कर रहा हो, उसके बारे में बात जरूर करें.
  • स्ट्रेस कम न हो तो जरूरत के हिसाब से थेरेपिस्ट या काउंसलर से बात करनी है तो वो बिल्कुल नॉर्मल है. जरूर बात करें.
  • स्ट्रेस को कैसे डील करें?

    भरपूर नींद लेना है जरूरी

    डॉ गीतिका चोपड़ा कहती हैं कि सबसे जरूरी है नई माएं अच्छी नींद लें, क्योंकि नींद न सिर्फ शारीरिक तौर पर आराम देती है, बल्कि मेंटली भी रिलैक्स दिलाने में मदद करती है. इसके लिए स्लीप स्नैचिंग तकनीक का सहारा लेना चाहिए यानी जब बेबी सो रहा हो या फिर फैमिली में किसी और के पास हो तो उस दौरान आप भी पावर नैप लें.

    ब्रेस्टफीडिंग करवाना है जरूरी

    डॉक्टर कहती हैं कि बच्चे को ब्रेस्टफीडिंग जरूर कराएं. ये मां और शिशु दोनों के लिए फायदेमंद होती है. वजन घटाने के लिए पेशेंस रखें, क्योंकि ग्रेचुअल वेट लॉस और ग्रेजुअल फैट लॉस करना ही सेफ रहता है और यही सही तकनीक है पोस्टपार्टम वेट को कम करने की.

    बच्चे को ब्रेस्टफीडिंग कराने के फायदे

    कब कर सकते हैं फिजिकल एक्टिविटी

    एक्सपर्ट का कहना है कि नॉर्मल डिलीवरी हुई है तो 6 हफ्ते के बाद फिजिकल एक्टिविटी कर सकती हैं और अगर सी सेक्शन हुआ है तो डॉक्टर्स की एडवाइस के बाद ही किसी तरह का वर्कआउट या योग करना शुरू करें. पोस्टपार्टम फिटनेस के लिए आप ब्रीदिंग, लाइट वॉक, लाइट स्ट्रेचिंग, योगा को रूटीन में एड कर सकते हैं. ज्यादा जल्दबाजी न करें, अपनी बॉडी को हील होने दें तभी शरीर सही तरह से फंक्शन कर पाएगा.

    योगा और हेल्थ

    डाइट का ध्यान कैसे रखें

    एक्सपर्ट का कहना है कि डिलीवरी के बाद वेट कंट्रोल करना हो तो किसी भी फैट डाइट को फॉलो नहीं करना चाहिए, लेकिन वजन कम करने के चक्कर में कोई भी ट्रेंडी डाइट फॉलो करना शुरू न करें. न्यूट्रिशनल डाइट लें, जिसमें कैलोरी भी कम हो और पोषक तत्व भी अच्छी मात्रा में हो, साथ ही रेगुलर लाइट वॉक कीजिए.

    नई माएं ऐसा खाना खाएं

    डॉक्टर गीतिका ने बताया कि डिलीवरी के बाद आयरन और कैल्शियम रिच फूड खाएं, जैसे रागी, ड्राई फ्रूट्स और हरी सब्जियां और फल. वह कहती हैं कि मैं तो आपको कहूंगी बादाम, अखरोट, पंपकिन सीड्स, सूरजमुखी के बीज, गोंद आदि को नट्स, सीड्स और ड्राई फ्रूट्स को मिलाकर लड्डू बना लें. दो लड्डू रोज आप दूध के साथ लें. इससे कई न्यूट्रिएंट्स की कमी पूरी हो जाती है और कमजोरी नहीं लगती. डिलीवरी के बाद खाने में अंडा, दाल, नट्स शामिल करें जो प्रोटीन की पूर्ति करेंगे.

    नई मां कैसे रखें डाइट का ध्यान

    ये चीजें करें अवॉइड

    नई माएं एमटी कैलोरी बिल्कुल न लें, जैसे बिस्किट, शुगरी ड्रिंक्स को अवॉइड करना चाहिए. एक्सपर्ट कहती हैं कि बहुत सारे लोग वेट लॉस के चक्कर में चाय-कॉफी ज्यादा लेते हैं, लेकिन वह यह भूल जाते हैं कि ये बॉडी को एसिडिक कर सकते हैं और कैफीन से शरीर को नकली किक मिलती है. इंस्टेंट एनर्जी के चक्कर में इनको पीने से बचें. चाय-कॉफी पी भी रहे हैं तो शुगर मत एड कीजिए और दिन में एक या दो बार ही लीजिए.

    हाइड्रेट रहना है जरूरी

    डॉक्टर गीतिका का कहना है कि हाइड्रेशन को बनाए रखें, सादा पानी पीने के अलावा जीरा वाटर, धनिया वाटर, कोकोनट वाटर, सौंफ का पानी आदि पिएं, क्योंकि इन मसालों में कैल्शियम से अलावा भी कई मिनरल्स होते हैं. घर का सिंपल खाना खाइए. ये आपके लिए पोस्टपार्टम को डील करने के लिए बेस्ट है.

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