करौंदा जून से लेकर अगस्त तक आने वाला टैंगी स्वाद का फल है जो पोषक तत्वों का भी खजाना होता है. सिर्फ तीन महीने मिलने वाले करोंदे की लोग सब्जी बनाने के साथ ही अचार सबसे ज्यादा पसंद करते हैं, जिसे रोटी-पराठे और पूरी के साथ खाया जा सकता है. ये आपके दाल-चावल की थाली को भी कंप्लीट करता है. सीजन में तो फ्रेश करौंदा खा ही सकते हैं और बाकी के बचे मौसम में भी इसका सेवन करना हो तो प्रिजर्व करने के लिए अचार बनाना बेहतरीन तरीका है. दादी-नानी बहुत पहले से करौंदा की ट्रेडिशनल रेसिपी से अचार बनाती आई हैं जो लंबे समय तक खराब नहीं होता है. इस अचार के साथ आप कटहल भी एड कर सकते हैं, जो काफी स्वादिष्ट लगता है. चलिए जान लेते हैं करौंदा के अचार को बनाने का तरीका.
गुलाबी और सफेद रंग का ये छोटा सा फल आपको कई हेल्थ प्रॉब्लम्स से भी बचा सकता है. नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन के मुताबिक, करौंदा में विटामिन सी बहुत अच्छी मात्रा में पाया जाता है. इसके अलावा ये फेनोलिक और एंथोसायनिन रिच होता है, इसलिए करौंदा के सेवन से इम्यूनिटी बढ़ती है साथ ही ओवरऑल हेल्थ को भी फायदा होता है.
यह भी पढ़ें: यहां पर है दादी की कहानियों का “परियों का देश”. जानिए कैसे पहुंचें अचार के लिए इनग्रेडिएंट्सइस आर्टिकल में हम आपको सिर्फ 250 ग्राम करौंदा के अचार की रेसिपी दे रहे हैं, इसलिए उसी के हिसाब से बाकी मसालों की क्वांटिटी होगी. आप ज्यादा करोंदे का अचार डालेंगे तो मसाले और तेल की मात्रा उसी के हिसाब से बढ़ा लें.
अचार बनाने के लिए ढाई सौ ग्राम करौंदा, एक तिहाही कप सरसों का तेल, एक चौथाई चम्मच हींग. एक छोटा चम्मच हल्दी. सौंफ दो चम्मच, जीरा एक चम्मच, मेथी दाना दो छोटे चम्मच, पीली सरसों तीन छोटे चम्मच, नमक दो छोटे चम्मच या स्वाद के मुताबिक लें, लाल मिर्च एक छोटा चम्मच, अजवायन एक छोटा चम्मच और सूखा धनिया दो चम्मच. चलिए रेसिपी जान लेते हैं.
करौंदा का अचार (Karonda achar recipe)सबसे पहले करौंदा को साफ करके सारी नमी को सुखा दीजिए. इसके बाद सारे करौंदा को बीच से दो हिस्सो में काट लें और बीजो को निकाल दें. अब मसाला तैयार करने के लिए सरसों, मेथी, अजवाइन, जीरा, धनिया, सौंफ को मोटे तले के कड़ाही में डालकर हल्की आंच पर चलाते हुए रोस्ट कर लें. इससे मसाले आसानी से पिस भी जाते हैं और एक अच्छा अरोमा देते हैं. सारे भुने हुए मसालों को पल्स मोड पर पीस लें. ध्यान रखें की महीन पाउडर नहीं बनाना है.
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जब मसाला तैयार हो जाए तो कड़ाही में सरसों के तेल को धुआं उठने तक गर्म करें और फिर गैस को बंद कर दें. इमसें हींग और हल्दी पाउडर डालें. उसके बाद कटे हुए करौंदा और पिसा हुआ मसाला, नमक, लाल मिर्च का पाउडर डालकर अच्छी तरह से चलाएं. जब अचार ठंडा हो जाए तो कांच की बरनी में भरकर स्टोर कर लें, लेकिन ढक्कन न लगाएं. बल्कि एक सूखा कपड़ा बरनी के मुंह पर बांध दें और 4 से 5 दिन की धूप दिखाएं. इस तरह से आपका स्वादिष्ट अचार बनकर तैयार हो जाएगा. जब आप अचार को धूप दिखा रहे हो तो चम्मच से चलाते रहें, लेकिन नमी नहीं लगनी चाहिए. आप अचार में तेल की मात्रा को बढ़ा भी सकते हैं.