पटना का जयप्रकाश नारायण इंटरनेशनल एयरपोर्ट का नए कलेवर के साथ भव्य स्वरूप में तैयार हो गया है. जब यहां के एयरपोर्ट का पुराना टर्मिनल भवन था, तो रोजाना 80 के करीब हवाई जहाजों की आवाजाही दिल्ली, कोलकाता, गुवाहाटी, लखनऊ समेत अन्य प्रमुख शहरों के लिए होती थी. अब नया टर्मिनल भवन तैयार होने के बाद रोजाना आने-जाने वाले हवाई जहाजों की संख्या 100 से अधिक हो गई है.
राज्य सरकार ने विमान परिचालन को बढ़ावा देने के लिए इस साल जून में एक ऐतिहासिक फैसला लिया है. राज्य कैबिनेट ने इस फैसले पर अपनी मुहर लगाई थी. इसके तहत वायुयानों में भरे जाने वाले एटीएफ (एयर टर्बाइन फ्यूल) पर लगने वाले वैट (वैल्यू एडड टैक्स) की दर में ऐतिहासिक कटौती करते हुए 29 प्रतिशत से घटाकर 4 प्रतिशत कर दी गई.
एटीएफ की बिक्री में 134 फीसदी की बढ़ोतरीइसका असर भी व्यापक स्तर पर दिखने लगा है. पिछले साल की तुलना में यहां एटीएफ की बिक्री में 134 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है. वाणिज्य कर विभाग से मिले आंकड़ों के अनुसार जब एटीएफ पर वैट की दर 29 प्रतिशत थी, तब मई 2024 में पटना एयरपोर्ट से विमानन कंपनियों ने 2318.20 किलोलीटर एटीएफ की खरीद की थी.
एटीएफ पर वैट की दर 4 प्रतिशतपिछले साल की तुलना में इस वर्ष मई में इसमें महज 44 फीसदी की सामान्य बढ़ोतरी दर्ज की गई और इसकी बिक्री का आंकड़ा 3337.98 किलो लीटर तक पहुंचा. वहीं, एटीएफ पर वैट की दर 4 प्रतिशत करने के बाद के आंकड़े देखें, तो पाएंगे कि जून 2024 में एटीएफ की बिक्री 2526.41 किलोलीटर हुई थी. नई दर लागू होते ही एटीएफ की बिक्री में 134 फीसदी की ऐतिहासिक बढ़ोतरी दर्ज की गई है. यह 5920.38 किलोलीटर पर पहुंच गया है. आने वाले समय में इसमें अधिक बढ़ोतरी होने की संभावना है.
अत्याधुनिक टर्मिनल भवन का उद्घाटनगौरतलब है कि पटना का जयप्रकाश नारायण इंटरनेशनल एयरपोर्ट के नए अत्याधुनिक टर्मिनल भवन का उद्घाटन विगत 30 मई को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया. 1,200 करोड़ रुपए की लागत से विकसित यह टर्मिनल 65,150 वर्ग मीटर में फैला है और सालाना एक करोड़ यात्रियों की क्षमता रखता है.
इसके साथ ही हवाई जहाजों के परिचालन की संख्या में कई गुणा की बढ़ोतरी होने की संभावना है. इसके साथ ही हवाई जहाजों के परिचालन की संख्या में भी काफी इजाफा होगा. एटीएफ की दर में कटौती इसमें सबसे बड़ा प्रोत्साहन होगा.