हरियाणा के फरीदाबाद में दहेज न देने पर 27 साल की विवाहिता बलि चढ़ गई. यह आरोप मृतका के परिजनों ने ससुराल पक्ष पर लगाए हैं. मृतका के परिजनों का आरोप है कि उनकी बेटी की मौत के बाद ससुराल पक्ष बेटी के शव का दाह संस्कार करने की तैयारी में था. बेटी की अर्थी सजाई जा रही थी. उन्होंने इसकी सूचना पुलिस को दी. जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराने के बाद मृतका के परिजनों को सौंप दिया.
मृतका का एक वीडियो कॉलिंग भी सामने आया है, जिसमें वह अपने परिजनों को ससुराल से कॉल कर अपनी चोटें दिखाती हुई नजर आ रही हैं. मृतका प्रीति शर्मा (27) मूल रूप से उत्तर प्रदेश के हाथरस की रहने वाली थी. प्रीति की शादी 30.01.2020 को फरीदाबाद के पल्ला के रहने वाले दीपक शर्मा के साथ हुई थी. जिसके बाद पिछले पांच से छह महीनों से प्रति के साथ उसका पति मारपीट कर रहा था.
साल 2020 में हुई थी शादीप्रीति शर्मा के पिता सुशील ने बताया कि 2020 में उन्होंने अपनी बेटी की शादी दीपक शर्मा के साथ की थी और अपनी हैसियत के हिसाब से दान दहेज भी दिया था, लेकिन तभी से उसका पति, सास और ससुर उनकी बेटी को दहेज के लिए प्रताड़ित करते थे. दहेज में वह गाड़ी, टीवी, वॉशिंग मशीन, फ्रिज और 100000 रुपए की मांग करते थे. प्रीति शर्मा के पति दीपक शर्मा ने कभी भी उसे अपनी पत्नी के रूप में स्वीकार नहीं किया.
‘ससुराल पक्ष ने नहीं दी सूचना’उसे कभी भी पत्नी का सुख प्राप्त नहीं हुआ. हालांकि, इस दौरान उसके दो बच्चे जरूर हुए, लेकिन उसका पति प्रीति को अपनी पत्नी के रूप में स्वीकार नहीं करता था. वह अपनी पत्नी को रखैल बताया करता था. पिता सुशील ने बताया कि एक दिन पहले प्रीति की मौत हो गई थी, लेकिन किसी ने भी उन्हें इस बात सूचना नहीं दी. ससुराल वाले बेटी का अंतिम संस्कार करने की तैयारी में थे कि इस बीच बेटी के ससुराल के पड़ोसियों ने उन्हें मौत की जानकारी दी.
पुलिस ने कराया पोस्टमार्टमजिसके बाद उन्होंने उत्तर प्रदेश में ही डायल 112 को फोन इसकी सूचना दी. उत्तर प्रदेश पुलिस ने उन्हें फरीदाबाद पुलिस का नंबर दिया और फरीदाबाद पुलिस को उन्होंने इस घटना की सूचना दी. इसके बाद पुलिस बेटी के ससुराल पहुंची और उसके शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए फरीदाबाद के बादशाह खान सिविल अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया. उनकी बेटी के शव का पोस्टमार्टम करवा कर पुलिस ने शव को मृतका के परिजनों को सौंप दिया है.
मां ने लगाया हत्या का आरोपपरिजन चाहते हैं कि दहेज की खातिर उनकी बेटी को मौत के घाट उतारने वाले उसके पति और अन्य हत्यारों की कड़ी से कड़ी दी जाए. मृतका की मां ने बताया कि उनकी बेटी पिछले महीने 20 तारीख को ही घर से आई थी. जिसके बाद पति दीपक शर्मा उसे फरीदाबाद ले आया था. मां का कहना है कि उनकी बेटी की पीट-पीटकर हत्या की गई है. पुलिस इस मामले में बारीकी से जांच कर आरोपियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करे.
बीमार की बात आई सामनेमामले के जांच अधिकारी राजकुमार (ASI) ने बताया कि मृतका के परियोजनाओं से उन्हें शिकायत मिली थी. परिजनों का आरोप है कि ससुराल पक्ष ने उनकी बेटी की हत्या कर दी है. जिसकी सूचना के आधार पर वह पल्ला इलाके में स्थित में वेदराम कॉलोनी पहुंचे, जहां उन्होंने शव को कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिए बादशाह खान सिविल अस्पताल में भिजवा दिया. जांच में पता चला है कि प्रीति बीते 24 जून को बीमार हुई थी, जिसके बाद उसे सबदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया था. डिस्चार्ज होने के बाद घर आ गई थी.
इसके बाद 4 जुलाई को भी प्रीति की तबीयत बिगड़ी और उसे सबदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां पर प्रीति की मौत हो गई थी. कोई एमएलसी केस न होने के चलते प्रीति का सफदरजंग अस्पताल में पोस्टमार्टम नहीं हुआ और शव उसके ससुरालवालों को सौंप दिया गया था. मृतका के परिजनों ने हत्या के गंभीर आरोप लगाए हैं, जिसके चलते शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम करा उसके परिजनों को सौंप दिया गया है. मामले की आगे की कार्रवाई की जा रही है.